तकरीबन 200 अज्ञात छात्रों के खिलाफ बलवा सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज..
पुलिस कार्रवाई में स्कूल प्रबंधन भी फंसा..रैगिंग घटना की सूचना समय से ना देना स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही मानी गई..
एसएसपी अजय सिंह का बयान
बलवा, हंगामा और सरकारी कार्य में बाधा डालने का हुआ मुकदमा
वायरल वीडियो फ़ुटेज के आधार पर सभी आरोपियों को चिन्हित करने की कार्रवाई जारी..
रैगिंग से पीड़ित छात्र फ़िलहाल अपने घर कोलकाता वापस..
देहरादून: थाना सेलाकुई क्षेत्र के अंतर्गत दून बिजनेस स्कूल परिसर में देर रात संस्थान के छात्रों द्वारा सरेआम अराजकता फैला जमकर तोड़फोड़ हंगामा और बवाल करते हुए गुंडई का मामला सामने आया है. पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा हैं. उधर मामलें की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने खुद संज्ञान लेकर लगभग 200 आरोपित छात्रों के खिलाफ सुसंगत धारा में मुकदमा दर्ज किया है. इतना ही नहीं मामला प्रथम दृष्ट्या में रैगिंग से जुड़े होने के चलते शिक्षण संस्थान प्रबंधन को भी पुलिस ने आरोपित बनाकर जांच-पड़ताल के घेरे में लिया है.फिलहाल पुलिस तोड़फोड़ और बवाल के वायरल वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपित लोगों की पहचान कर आगे के कार्रवाई में जुटी है..
वायरल वीडियो !
शिक्षण संस्थान की लापरवाही के चलते मामला बढ़ा:पुलिस
इस मामले में देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने साफ तौर पर कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम में स्कूल प्रबंधक की भी जवाबदेही मांगी गई है.क्योंकि आरोप अनुसार जिस तरह से एक सेकंड ईयर के छात्र के साथ रैगिंग के बाद आरोपित छात्रों और पीड़ित को स्कूल से अस्थाई रूप से निष्कासित किया गया.उसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को क्यों नहीं दी गई.अगर इसकी सूचना समय रहते पुलिस को दे दी जाती तो एतिहातन पुलिस संस्थान में अपनी मुस्तेदी बढ़ाकर आरोपियों की काउंसलिंग कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करती.लेकिन स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के चलते ऐसा नहीं हो सका.यही कारण हैं कि इस पूरे अपराधिक घटनाक्रम में स्कूल प्रबंधन को भी जांच विवेचना में शामिल कर पार्टी बनाया गया है.
रैगिंग के दौरान पीड़ित छात्र को निर्वस्त्र कर प्रताड़ित
जानकारी के अनुसार सेलाकुई स्थित दून बिजनेस स्कूल में पढ़ाई करने वाले एक सेकंड ईयर के छात्र के साथ तीन दिन पहले थर्ड ईयर के कुछ छात्रों द्वारा रैगिंग की बात सामने आयी. आरोप हैं कि रैगिंग के दौरान पीड़ित छात्रा को निर्वस्त्र कर मारा पीटा गया. संस्थान परिसर में इस मामले की जानकारी मिलते ही स्कूल प्रबंधन द्वारा आरोपित छात्रों को 30 दिन के लिए जबकि पीड़ित छात्रा को 21 दिन के लिए शिक्षण संस्थान से निष्कासित किया गया. बताया जा रहा हैं कि संस्थान के इस कार्रवाई के बाद दोनों पक्ष के छात्रों ने मंगलवार देर रात शिक्षण संस्थान में सरेआम गुंडागर्दी करते हुए जमकर बवाल व हंगामा काट तोड़फोड़ की. वही इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस की कार्रवाई में बाधा डालते हुए उपद्रवी छात्रों ने पुलिस पर भी हमला करने का प्रयास किया.ऐसे में मामले की गंभीरता देखते हुए देहरादून एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर सेलाकुई थाना इंचार्ज की ओर से खुद संज्ञान लेते हुए आरोपित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.