देहरादून:सड़क हादसों में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने में Good Samaritans वरदान बन रहे हैं. इसी के तहत देहरादून ट्रैफिक पुलिस ने 5 ऐसे नेक लोगों को पांच-पांच हजार नगद इनाम और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है.जिनके द्वारा सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की समय रहते चिकित्सालय पहुँचा जिंदगी बचाई गई..
क्रैश इन्वेस्टिगेशन सेल करती हैं सड़क हादसों मद्त करने वालों की पहचान
दरसल कुछ समय पहले ट्रैफिक पुलिस ने क्रैश इन्वेस्टिगेशन सेल का गठन किया था.क्रैश मामलों की जब जांच की गई तो पता चला कि समाज में ऐसे कई लोग हैं जो क्रेस साइड पर दुर्घटनाओं में घायल लोगों को समय रहते अपने वाहन या अन्य साधनों से अस्पताल तो पहुंचाते हैं.लेकिन ऐसे नेक लोग अक्सर अननोटिस (बिना पहचान)में रहते हैं.ऐसे में इस नेक काम को बढ़ावा देने के लिए मार्च 2016 में उच्चतम न्यायालय द्वारा Guideline जारी कर नेक व्यक्ति को (Good Samaritans Scheme से परिभाषित किया गया है.Good Samaritans में एक नेक व्यक्ति वह है,जो अच्छे विश्वास में,बिना किसी भुगतान या इनाम की उम्मीद के और बिना ही किसी देखभाल या विशेष संबंध के, स्वेच्छा से दुर्घटना या दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को तत्काल सहायता या आपातकालीन देखभाल व चिकित्सा देने के लिए आगे आता है.उत्तराखंड यातायात निदेशालय स्तर से Good Samaritans (नेक व्यक्ति) को पुरस्कार राशि वितरित किये जाने के लिए धनराशि आवंटित की गयी है.इसी क्रम में शनिवार को देहरादून ट्रैफिक एसपी अक्षय कोंडे द्वारा जनपद में विभिन्न स्थलों पर घटित सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को समय से उपचार के लिए नजदीकी हॉस्पिटल पहुँचाने वाले 05 नेक लोगों को 5000/- प्रति व्यक्ति वितरित की गयी.साथ ही सभी को प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया गया..
घायल व्यक्तियों की मदद करनें वाले पुरस्कृत लोगों के नाम..
1. मनीष कोहली पुत्र स्व0- कस्तूरी लाल ,निवासी- म0नं0- 86 कालरा भवन हरिद्वार रोड, जयराम आश्रम के पीछे,जनपद देहरादून.
2. ताजिम पुत्र नईम अहमद, निवासी- भगत सिंह कॉलोनी, रायपुर, देहरादून.
3.सरिता पुत्री सुमेर , निवासी- म0नं0 316 एमडीडीए, कॉलोनी ट्रांसपोर्ट नगर, देहरादून.
4. गौरव सेठी पुत्र नवनीत सेठी, निवासी- न्यू मार्केट घंटाघऱ, देहरादून.
5. विजय पुत्र फूल सिंह, निवासी- प्रेम गली आरोग्य धाम,निकट दून अस्पताल, देहरादून.
सड़क हादसों में घायल की मद्दत करने वालों को कदापि पुलिस कार्यवाही में नहीं लिया जाएगा:SP
देहरादून ट्रेफ़िक SP अक्षय कोंडे ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि आपके क्षेत्रांतर्गत किसी व्यक्ति की सड़क में दुर्घटना होती है तो उस व्यक्ति/व्यक्तियों को नजदीकी अस्पताल पहुँचाने में निस्वार्थ भाव से सहयोग प्रदान करनें के लिए लोगों को आगे आना चाहिये. ताकि सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले व्यक्ति/व्यक्तियों को समय से उपचार मिलने से उनके जीवन को बचाया जा सकें.इस नेक काम पर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करनें वाले प्रत्येक व्यक्ति को समय- समय पर पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया जाता रहेगा.
एसपी ट्रैफिक अक्षय कोड़े ने सभी आमजन से यह भी अपील किया कि सड़क दुर्घटना घटित होने के यदि 01 घण्टे (Golden Hour) में घायल व्यक्ति की मदद मिल जाती है तो गम्भीर रुप से घायल व्यक्ति को भी बचाया जा सकता है.उन्होंने कहा कीसड़क दुर्घटना में मदद करनें वाले व्यक्ति को बयान के लिए कदापिकल नहीं बुलाया जायेगा. विशेष परिस्थितियों में यदि आवश्यकता पड़ती भी है तो Good Samaritans का नाम गोपनीय रखा जायेगा. इसलिए घायल व्यक्तियों की मदद करनें के लिए हमेशा आगे बढ़कर भागेदारी करनीं चाहिए. ताकि आपके कारण किसी का जीवन बचाया जा सके.
बाइट:अक्षय कोड़े,SP ट्रैफिक, देहरादून
देश में प्रत्येक वर्ष 1.5 लाख लोगों की सड़क हादसों में मौत
भारत में प्रत्येक वर्ष लगभग 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती है, जिनमें 1.5 लाख लोगों की जान जाती है. सड़क दुर्घटना एक ऐसी घटना है जिसमें अकारण ही व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद के लिए वर्ष 2012 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गयी थी,जिसमें म न्यायालय से अनुरोध किया गया था कि वे घायलों की मदद के लिए नेक व्यक्तियों को सुरक्षित रखें. इस सन्दर्भ में मार्च 2016 में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा Guideline जारी की गयी है एंव नेक व्यक्ति (Good Samaritans ) को परिभाषित किया गया है ।