उत्तराखंड भाजपा में प्रत्याशियों की भितरघात को लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है। पूर्व में कई प्रत्याशी भितरघात को लेकर बयान दे चुके हैं ।मामला एक बार यमुनोत्री विधानसभा का है जहाँ भाजपा विधायक व प्रत्याशी केदार सिंह रावत ने विधानसभा चुनाव नतीजे घोषित होने से पहले अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं पर भितरघात करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान पार्टी के मुख्य कार्यकर्ताओं ने उनके लिए मन से काम नहीं किया।
केदार सिंह रावत ने कहा कि यदि यमुनोत्री में पार्टी चुनाव हारती है तो इसका कारण भी भितरघात ही होगा। कुछ और नही क्योंकि कार्यकर्ताओं ने उनके लिए पूरे मन से काम नहीं किया। उन्होंने बताया कि पार्टी के आधा दर्जन के करीब नेताओं ने उनके खिलाफ काम किया है। और विपक्षी को जिताने के प्रयास किए हैं। केदार रावत ने कहा कि भितरघात करने वाले नेताओं के नाम उनके पास मौजूद हैं। और यदि संगठन उनसे इस बारे में जानकारी मांगता है तो, वह शीर्ष नेतृत्व को ऐसे नेताओं की पूरी सूची उपलब्ध कराएंगे ।
आपको बता दे कि सबसे पहले हरिद्वार जिले की लक्सर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी संजय गुप्ता ने पार्टी पदाधिकारियों पर भितरघात का आरोप लगाया था। गुप्ता ने तो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को गद्दार तक कह दिया था और उन पर पार्टी का विरोध करने का आरोप लगाया था। इसके बाद काशीपुर और चंपावत विधानसभा सीट के प्रत्याशियों ने भी पार्टी के कई पदाधिकारियों पर भीतरघात का आरोप लगाया था। वहीं अब यमुनोत्री विधानसभा से प्रत्याशी केदार रावत ने संगठन के पदाधिकारियों पर चुनाव के दौरान निष्क्रियता का आरोप लगाया है।
केदार सिंह रावत, विधायक बीजेपी