देहरादून: उत्तराखंड सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्वों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने साफ कर दिया है कि,सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार और दायित्व के बंटवारे को लेकर कोई भी फैसला कर्नाटक विधानसभा चुनाव और उत्तराखंड के परिवहन मंत्री चंदन राम दास के देहांत के बाद खाली हुई बागेश्वर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के बाद ही लिया जाएगा..भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी हाल ही में अपने दिल्ली दौरे से लौटे हैं,और उनकी उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम से भी मुलाकात हुई है.दोनों ही नेताओं के बीच मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्व के बंटवारे को लेकर भी चर्चा हुई है.लेकिन अब कर्नाटक का चुनाव और बागेश्वर का उपचुनाव होने के उपरांत ही राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्व धारियों को जिम्मेदारी देने के चर्चा होगी.ऐसे में दोनों चुनाव हो जाने के बाद ही इन विषयों पर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेने वाला है.
बाइट — महेंद्र भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
भाजपा मंत्री विस्तार को लॉलीपॉप के रूप में इस्तेमाल करती: कॉन्ग्रेस
वही उत्तराखंड में मौजूदा भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार और दायित्व के बंटवारे को लेकर विपक्ष ने सरकार और संगठन दोनों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर पदों को खाली रखना चाहती है. जिससे पार्टी से जुड़े सभी नेताओं को इस बात की आस लगी रहे कि उन्हें जिम्मेदारी मिलेगी.कांग्रेस अध्यक्ष करन माहर ने कहा कि भाजपा दायित्व और मंत्रिमंडल विस्तार के विषय में लंबा समय लगा कर लॉलीपॉप रणनीति के रूप में काम करती है. लेकिन इसके बावजूद राजनीति से ऊपर उठकर अगर जल्द ही दायित्व और मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो इससे जनता से जुड़े विकास कार्यो को लाभ मिलेगा..
बाइट — करन माहर,प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस