10वीं पास व्यक्ति ने 11 लोगों का गिरोह बनाकर देशभर के लोगों से ठगे लाखों-करोड़ों रुपये..
देहरादून:”हेलो सर आईसीआईसीआई बैंक केडिट कार्ड डिपार्टमेन्ट से नेहा शर्मा बात कर रही हूँ,सर आईसीआइसीआई बैंक आपको फी आफैं कॉस्ट कडिट कार्ड ऑफर कर रहा है. जिसकी लिमिट आपको 5 लाख तक प्रोवाइड की जाएगी सर, क्या आप इंटरेस्टेड हो केडिट कार्ड लेने के लिए ?।” फिर आपकी एक सहमती और आपका बैंक एकाउन्ट खाली.. जी हां ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश कर उत्तराखंड एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश मेरठ (शामली) निवासी गैंग के सरगना को हरिद्वार सिडकुल से गिरफ्तार किया हैं..साईबर ठगों के मुख्य अभियुक्त विपिन पाल पुत्र बृजपाल के कब्जे से 06 मोबाईल फोन, 14 डेबिट कार्डस, 01 फीनो पेमेन्ट बैंक की पीओएस मशीन, 01 कम्प्यूटर मय सीपीयू, बैंक की पासबुक एवं लाखों रूपये के लेन देन के रजिस्टरों को बरामद किया हैं.
10वीं पास विपिन ने 11 लोगों का गिरोह बनाकर देशभर में फैलाया ठगी का जाल...
उत्तराखंड STF एसएसपी आयुष अग्रवाल में जानकारी देते हुये बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त विपिन पाल से पूछताछ में पता चला है कि वह हरिद्वार में वर्ष 2017 से रह रहा है.हालांकि मूल रूप से वह ग्राम पिंडोरा जहाँगीरपुर थाना झिझांना जिला शामली उ०प्र० का रहने वाला है. अभियुक्त विपिन 10वीं पास है और पिछले कई सालों से केडिट कार्ड, इंश्योरेंस एवं विभिन्न लोन दिलाने के नाम पर फोन के माध्यम से काल कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है. उसके साथ इस काम में 11 व्यक्ति एक गिरोह बनाकर ऑनलाइन ठगी का कार्य कर रहे थे. सभी को अलग अलग काम दिया गया था.हालांकि मुख्य रूप से विपिन पाल द्वारा ही गिरोह को संचालित किया जा रहा था. इस ठगी के काम में अन्य गिरोह के 03 सदस्यों का कार्य ऐसा डाटा उपलब्ध कराना होता था जिनके साथ ठगी की जानी है.इसके बाद गिरोह के लोग क्रेडिट कार्ड आदि के नाम पर फर्जी बैंक कर्मचारी बन कर काल करते थे और उनसे क्रेडिट कार्ड जिसकी लिमिट 05 लाख रूपये तक बताकर उसे स्वीकृत किये जाने को लेकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर ठगी कर लेते थे. इसके अलावा लोगों को ठगने के लिये उनको फर्जी लिंक भेज कर उनका फोन हैक कर धनराशि को अपने पास मौजूद बैंक खातों में ट्रांसफर कर लेते है. इस गिरोह द्वारा फर्जी लिंक, बैंक खाते एवं फर्जी आई०डी० के सिम अन्य गिरोह के 03 व्यक्तियो द्वारा उपलब्ध कराया जाता था. गिरफ्तार व्यक्ति विपिन पाल ने पूछताछ में ही बताया कि ठगी से प्राप्त धन से रामनगर रावली महदूद में ही अपने घर के पास ही एक दो मंजिला नया घर खरीदा गया है.जबकि फर्जी कॉल करने के लिये एक आफिस ब्रहमपुरी बाजार में खोला गया था,जहां से कम्पयूटर, मोबाईल फोन, क्रेडिट कार्डस, लेन देन के रजिस्टर, फिनो की पीओएस मशीन, चैक बुक व अन्य सामान बरामद किया गया है. धोखाधड़ी के लिये इस गिरोह द्वारा एनक्सटी, जीपे, पेटीएम, पेजैप, नो ब्रोकर पे, फोन पे एप्प आदि फोन एपस् को इस्तेमाल किया जाता था. बरामद रजिस्टर के एक पेज में कॉल करने की स्किप्ट लिखी गयी हैं, जिसमें लिखा गया है कि “हेलो सर आईसीआईसीआई बैंक केडिट कार्ड डिपार्टमेन्ट से नेहा शर्मा बात कर रही हूँ सर आईसीआइसीआई बैंक आपको फी आफॅ कॉस्ट कडिट कार्ड ऑफर कर रहा है. जिसकी लिमिट आपको 5 लाख तक प्रोवाइड की जाएगी सर, क्या आप इंटरेस्टेड हो. क्रेडिट कार्ड लेने के लिए के इसके पश्चात सामने वाले व्यक्ति की सहमति पर उसे एक लिंक भेजा जाता और उसके फोन का सारा एक्सेस ले लिया जाता. फिर इसके बाद धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया जाता था. एसटीएफ द्वारा गिरोह के अन्य लोगों की गिरप्तारी को लेकर अतिरिक्त जानकारी एकत्र कर आगे की कार्यवाही जारी हैं..
गिरप्तार अभियुक्त का नाम:
विपिन पाल पुत्र बृजपाल निवासी रामनगर रावली महदूद थाना सिड्कुल जनपद हरिद्वार मूल स्थायी पता ग्राम पिन्डोरा जहांगीरपुर थाना झिंझाना जिला शामली उ०प्र० उम्र-26 वर्ष..
बरामदगी
06 मोबाईल फोन, 14 डेबिट कार्डस, 01 फीनो पेमेन्ट बैंक की पीओएस मशीन, 01 कम्प्यूटर मय सीपीयू बैंक की पासबुक एवं लेन देन के रजिस्टर..