देहरादून पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जो मोबाइल टावरों से BTS और RRU जैसें कीमती उपकरणों को चुराकर विदेशों में सप्लाई करते थे.थाना प्रेम नगर पुलिस ने SOG की मद्दत 25 लाख के कीमती उपकरणों के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश 04 सक्रिय अपराधियों को गिरफ्तार किया हैं.पुलिस खुलासे के अनुसार इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड AERO INFRATECH कंपनी का पूर्व सुपरवाइजर कमल नयन मौर्य है. मोबाइल टावर के बारे में तकनीकी जानकारी रखने वाला मास्टरमाइंड कमल नयन ही अपने गिरोह के सदस्यों को अलग-अलग मोबाइल टावर के संबंध में लोकेशन ट्रैक कर जानकारी उपलब्ध करा था.जिसके बाद पूरा गिरोह मिलकर एयरटेल बीएसएनल और जियो जैसी कंपनी के 5G टावर में लगने वाले BTS और RRU जैसे लाखों के डिवाइस अन्य उपकरणों को ऑटोमेटिक टूल्स से निकालकर सिंगापुर मलेशिया समेत दुबई और सऊदी अरब जैसे गल्फ कंट्री में सप्लाई करते थे. जिओ कंपनी के कर्मचारीयों ने बताया की मोबाइल टावरों से चुराए गए यह डिवाइस तकनीकी कारणों के चलते दुबारा यहाँ काम नहीं आते.लेकिन विदेशों में अलग तकनीक के कारण वहां इनका इस्तेमाल फिर से हो जाता हैं.इतना ही नहीं वहां इन उपकरणों की कीमत भी यहां से कई गुना अधिक मिलती है. यही कारण है कि ने इन्हें चुरा कर बाहर सप्लाई किया जाता हैं.मोबाइल टावरों से चुराई जाने वाली BTS और RRU जैसे एक-एक डिवाइस की कीमत तीन-तीन लाख से अधिक आंकी गई है.
गिरफ्तार अभियुक्त
1-कमल नयन मौर्य (गैंग लीडर)पुत्र गंगा सागर मौर्य निवासी 1A/4 रविंद्र गार्डन निकट साईं मंदिर सेक्टर,थाना अलीगंज लखनऊ उम्र 30 वर्ष.
2- विपुल कुमार पुत्र राजवीर सिंह निवासी ग्राम कासिमपुर नवादा थाना देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश .उम्र 22 वर्ष.
3- प्रियांशु कुमार पुत्र श्रवण कुमार निवासी ग्राम कासिमपुर नवादा थाना देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश उम्र 18 वर्ष.
4- विजय कुमार पुत्र वीरसैन निवासी ऊन पंडेरा थाना झिंझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश.उम्र 38 वर्ष .
मोबाइल टावरों में सेंधमारी करने वाला गिरोह उत्तर भारत में लंबे समय से सक्रिय
देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुँवर के अनुसार मोबाइल टावरों से कीमती उपकरण चुराने वाला यह गिरोह लखनऊ,सहारनपुर और शामली का हैं. ये गैंग राजस्थान, हरियाणा,दिल्ली,चंडीगढ़ और उत्तराखंड जैसे राज्यों में लंबे समय से 5G मोबाइल टावरों से उपकरण पुराने में माहिर है.लखनऊ के अलीगंज का रहने वाला कमल नयन मौर्य जैसे ही अपने गैंग को अलग-अलग मोबाइल टावरों की लोकेशन देता है.उसके कुछ ही समय बाद गिरोह के सदस्य उस मोबाइल टावर में पहुंचकर अपने हाईटेक उपकरणों से कीमती डिवाइस चुरा मौके से फरार हो जाते..पुलिस खुलासे के अनुसार मोबाइल टावरों से लाखों उपकरण चुराने वाला यह गैंग हाल के दिनों में हरिद्वार और देहरादून में सक्रिय था. ताजा घटनाक्रम मुताबिक इसी गैंग ने देहरादून के थाना पटेल नगर और प्रेम नगर सहित चार थाना क्षेत्रों में एक के बाद एक 05 मोबाइल टावरों से कीमती 5G डिवाइस चुराने की घटना पिछले दिनों कारित की. इस घटना के उपरांत एयरटेल जिओ कंपनी द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज की गई. जिसके बाद थाना प्रेमनगर पुलिस और एसओजी टीम में इस गिरोह का पर्दाफाश करते 25 लाख से अधिक उपकरणों के साथ चार अपराधियों को दिल्ली और देहरादून से गिरफ्तार किया. पुलिस अब इस गिरोह के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी एकत्र कर आगे की कार्रवाई में जुटी है.
पूरा गिरोह संगठित होकर करता है मोबाइल टावरों में सेंधमारी
पुलिस खुलासे के मुताबिक गिरफ्तार गिरोह के मास्टरमाइंड कमलनयन मौर्य ने पूछताछ में बताया कि वह AERO INFRATECH कंपनी में वर्ष 2013 से सुपरवाइजर का काम करता था. इसी के चलते उसे मोबाइल टावरों की तकनीकी और उसमें कीमती सामानों के बारे में पूरी जानकारी थी. इसी काम के चलते उसका कोऑर्डिनेटर अतुल चौहान है. ऐसे में कमल ही मोबाइल टावरों की लोकेशन अतुल से पूछता है .अतुल चौहान के पास इंडस्मोबाइल कंपनी टावर में जो मेंटेनेंस के संबंध में लाती है. अतुल उसको विजय कुमार जो कमल का सहायक है उसे देता था. जिसके बाद मोबाइल टावरों की तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए लाइव लोकेशन विपुल और गैंग के सदस्य प्रियांशु को भेजी जाती थी.फिर विपुल और प्रियांशु लाइव लोकेशन के आधार पर बिना किसी परेशानी के टावर तक पहुंच जाते और वहां से लाखों के BTS एवं RRU को आसानी से निकाल लेते. जब तक टावर अलार्म कंपनी तक पहुंचता. तब तक गैंग के लोग घटना कारित कर मौके से फरार हो जाते..