साईबर पुलिस स्टेशन देहरादून द्वारा भूटानी नागरिक एवं तिब्बती नागरिक (संदिग्ध चाईनीज़) को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया..
अभियुक्तों ने हांगकांग,वियतनाम एवं चाईना में 500 से ज्यादा फर्जी सिम भेजे..फ़र्जी सिम से देशभर में हो रहे तमाम चीनी घोटालों में प्रयोग किया जा रहा है..
देहरादून: फर्जी वेबसाइट तैयार कर आम जनता से व्हाट्सएप / ई-मेल / दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों से बताते हुये टेलीग्राम व यूट्यूब के माध्यम से वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के नाम पर लाभ कमाने का लालच देकर लाखों रुपये की धोखाधडी देशभर में की जा रही है..इसी क्रम में एक शिकायत पत्र देहरादून साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ. शिकायतकर्ता ने अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा मो0नं0 +1(272)287-0041 व +91-9993595763 से वादी के मो0न0 पर मैसेज कर स्वंय को Rankon Technologies (India) से बताकर टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर लिंक भेजकर यू-ट्युब और इंस्टाग्राम पर फॉलो व सबस्क्राईब करने आदि सम्बन्धी टास्क देकर लाभ कमाने के नाम पर अलग-अलग तारीखों में कई बैंक खातो में लेन देन के माध्यम से ऑनलाईन कुल 22,89,260/- रुपये धोखाधड़ी की गई..तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राईम में धारा 420,120बी IPC व 66 डी आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू की गई.
देहरादून साइबर क्राइम पुलिस की जांच पड़ताल में पता चला कि गिरफ्तार अभियुक्तो द्वारा वादी को जो बैंक खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये गए थे वो न सिर्फ धोखाधडी से प्राप्त किये थे.बल्कि ठगी की धनराशि भी फर्जी आईडी पर खोले गये बैक एकाउंट से प्राप्त की गयी थी.ऐसे में जब उक्त खातों के सम्बंध में खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी तो पता चला कि एक तिब्बती नागरिक तेन्जिंग चोफेल पुत्र लोपसांग तेन्जिंग हाल निवासी म0नं0 62, ब्लॉक 3, मजनू का टीला, न्यू अरुणानगर थाना तिमारपुर दिल्ली और एक भूटानी महिला नागरिक ललिता थापा पुत्री ज्ञान बाहदुर थापा निवासी म0नं0 62, ब्लॉक 3, मजनू का टीला, न्यू अरुणानगर थाना तिमारपुर दिल्ली को तिमारपुर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया.गिरफ्त में दोनों अभियुक्तों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 मोबाईल फोन मय 03 सिम कार्ड बरामद किये गये..साइबर पुलिस की अनुसार सबसे बड़ी बात यह हैं कि इस पूरी जांच में पता चला कि अभियुक्तों द्वारा हांगकांग,वियतनाम एवं चाईना में 500 से ज्यादा फर्जी सिम भेजे गए..इन्ही फ़र्जी सिम से देशभर में तमाम चीनी घोटालों को अंजाम दिया जा रहा हैं.
अपराध का तरीका
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबर धोखाधड़ी करने वाले गिरफ्तार महिला और पुरुष से पूछताछ में पता चला कि उनके द्वारा नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वैबसाईट बनाकर आम जनता से वट्सएप / ई-मेल / दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क किया जाता हैं. इसके बाद स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों के एचआर / कर्मचारी बताकर ऑनलाईन टास्क कर रुपये कमाने का प्रलोभन देकर जॉब ऑफर लिंक भेजकर टेलीग्राम एप डाउनलोड करवाकर अपने
ग्रुप में जोड़ा जाता हैं. इसके तत्पशचात सिग्नल एप के माध्यम से विभिन्न यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के टास्क देते है.साथ ही उसमें निवेश कर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी से अलग-अलग लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त करते है.इसके बाद धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त कर इस धनराशि का प्रयोग करते है..इतना ही नहीं अभियुक्तों द्वारा इस कार्य के लिए फर्जी सिम, आईडी कार्ड व फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है..
इस पूरी प्रक्रिया में भारत में बैठे ऐसे विदेशी मूल के नागरिकों द्वारा भारत से बाहर फर्जी सिम कार्ड भेजे जाते है,जिनसे पूरे देश भर में साईबर ठगी की जा रही है.. ऐसे में देहरादून साईबर थाना जल्द ही इनका विश्लेषण कर तमाम एजेन्सियों के साथ जानकारी साझा करने जा रही हैं. ताकि देश भर में हो रही इस तरह की साइबर ठगी का पर्दाफाश किया जा सके..
गिरफ्तार अभियुक्त
1- तेन्जिंग चोफेल पुत्र लोपसांग तेन्जिंग हाल निवासी म0नं0 62, ब्लॉक 3, मजनू का टीला, न्यू अरुणानगर थाना तिमारपुर दिल्ली । उम्र 28 वर्ष ( मूलतः तिब्बती नागरिक )..
2- ललिता थापा पुत्री ज्ञान बाहदुर थापा निवासी म0नं0 62, ब्लॉक 3, मजनू का टीला, न्यू अरुणानगर थाना तिमारपुर दिल्ली । उम्र 29 वर्ष( मूलतः भूटानी नागरिक )..
बरामदगी–
1. 01 मोबाईल फोन (Redmi)
2. 01 पासपोर्ट (भूटान)
3. 01 हार्ड डिस्क
4. 10 डैबिट / क्रैडिट कार्ड
5. 01 आधार कार्ड
6. 01 पैन कार्ड
7. 01 सिटिज़नशिप आईडी
8. 01 वोटर कार्ड
9. 82 सिम कार्ड