नसीहत: बीजेपी विधायक विनोद चमोली की जिलाधिकारी देहरादून को साफ शब्दों में नसीहत..नगर निगम के महत्वपूर्ण विषयों में हस्तक्षेप ना करें..सरकार ने जिस कार्य के लिए भेजा है उसको करें..नगर निगम बोर्ड को अपना कार्य करने दें..

देहरादून: राजधानी देहरादून के नवनियुक्त जिलाधिकारी सविन बंसल को भाजपा धर्मपुर विधानसभा विधायक विनोद चमोली ने स्पष्ट शब्दों में नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि नगर निगम बोर्ड के महत्वपूर्ण विषयों में जिलाधिकारी हस्तक्षेप ना करें.सरकार ने जिस कार्य के लिए उन्हें भेजा है उसको करें..बोर्ड को अपना कार्य करने दें..बता दें कि कार्यभार संभालते ही नवनियुक्त जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल द्वारा नगर निगम हेरिटेज बिल्डिंग में अंडरग्राउंड पार्किंग के साथ ही कोरोनेशन अस्पताल और समाज कल्याण जैसे अन्य विभागों का औचक निरीक्षण कर कई मामलों को लेकर संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी गई हैं..

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून: नामी शिक्षण संस्थान में रैगिंग,बबाल तोडफ़ोड़...पुलिस ने खुद संज्ञान लेकर किया सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज..पुलिस कार्रवाई में लापरवाह संस्थान प्रबंधन भी फंसा..वायरल वीडियो से आरोपियों की पहचान जारी..

बाईट:विनोद चमोली, भाजपा, विधायक, धर्मपुर, विधानसभा

नगर निगम एक हेरिटेज बिल्डिंग है,इससे छेड़छाड़ की कोई गुंजाइश नहीं: विनोद चमोली

बीजेपी विधायक विनोद चमोली ने कहा कि नगर निगम देहरादून की एक हेरिटेज बिल्डिंग हैं,उसमें अंडरग्राउंड पार्किंग के नाम पर छेड़छाड़ नहीं हो सकती हैं..चमोली में कहा कि उनके मेयर कार्यकाल में भी उनके सामने यह बात सामने आई थी.लेकिन उस समय भी उन्होंने कहा था कि ये सुनिश्चित किया जाए कि नगर निगम का वास्तविक स्वरूप कोई छेड़छाड़ न हो.उन्होंने कहा कि नगर निगम के महत्वपूर्ण विषयों को लेकर जो भी फैसला लिया जाता हैं, वह नगर निगम बोर्ड द्वारा ही लिया जाता है.उसमें DM हस्तक्षेप ना करें..

यह भी पढ़ें 👉  पुलिसिंग: भाऊवाला देहात क्षेत्र में रात्रि चेकिंग के दौरान दून पुलिस और बदमाश में मुठभेड़..नामी गैंगस्टर बदमाश को लगी गोली..उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया..

जल्दबाजी में DM कोई निर्णय न लें,क्योंकि बोर्ड के चुनाव नजदीक हैं: विनोद चमोली

बीजेपी विधायक विनोद चमोली ने साफ शब्दों में जिलाधिकारी देहरादून को नसीहत देते हुए कहा कि नगर निगम से जुड़े कोई भी बड़े मामलों को लेकर DM जल्दबाजी में कोई कार्य न करें.क्योंकि बोर्ड के चुनाव नजदीक हैं.नगर निगम में जो भी बड़े निर्णय हैं,उन्हें बोर्ड को लेना चाहिए. ऐसे में जिलाधिकारी नगर निगम बोर्ड को अपना कार्य करने दें. उन्हें सरकार ने जिस कार्य के लिए भेजा है उतने तक खुद को सीमित रखें..नगर नगर बोर्ड को अपना अधिकार क्षेत्र वाला कार्य करने दें..

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड बोर्ड के 10वी और12वी में जो है होनहार, उन्हें लेपटॉप के लिए 40 हज़ार देगी सरकार. डीबीटी के माध्यम से खातों में आएंगे पैसे..

परमजीत सिंह लाम्बा

संपादक - खबर सनसनी

सम्बंधित खबरें