गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाले लोगों को सरकारी योजनाओं लाभ लेने के लिए भी रिश्वत का डंक पीछा नहीं छोड़ रहा हैं. ताजा मामला उत्तराखंड पशुपालन विभाग से जुड़ा है.यहाँ बकरी पालन योजना के लिए सरकारी अंशदान चेक भुगतान के एवज में ₹8000 की रिश्वत लेने के आरोप में पशुपालन विभाग की महिला अधिकारी मोनिका गोयल को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों ट्रेप कर रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. भ्रष्टाचार आरोप में गिरफ्तार पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मोनिका गोयल वर्तमान में उत्तरकाशी के नौगांव में नियुक्त हैं.
भ्रष्टाचार के आरोपी महिला डॉक्टर 2011 से वर्तमान तक उत्तरकाशी में तैनात.
विजिलेंस जानकारी के मुताबिक़ अनुसूचित जाति / जनजाति की बी0पी0एल0 महिलाओं के लिये बकरी पालन योजना में मिलने वाले सरकारी अंशदान का चैक देने के ऐवज में पशुपालन विभाग नौगांव में नियुक्त पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मोनिका गोयल द्वारा 8,000 /- रू रिश्वत की मांग की जा रहीथी. ऐसे में बीते 12 जनवरी 2023 को विजिलेंस हैल्प लाईन नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराने के उपरान्त शिकायतकर्ता द्वारा 13 जनवरी 23 को भी देहरादून सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर, कार्यालय आकर एक शिकायती पत्र दिया गया. ऐसे में विजिलेंस SP रेनू लोहानी द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपो पर संज्ञान लेते हुये गोपनीय रूप मे जाँच करायी गयी. जांचोपरान्त शिकायती पत्र में लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये. जिसके आधार पर त्वरित कार्यवाही के लिए ट्रैप टीम का गठन किया गया.इसी क्रम में 18 जनवरी 2023 को पशु चिकित्सालय कार्यालय नौगाँव में शिकायतकर्ता से 8000/रू-( आठ हजार रूपये ) की रिश्वत लेते हुए डॉ मोनिका गोयल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त मोनिका गोयल वर्ष 2011 से वर्तमान तक पशु चिकित्साधिकारी पद पर जनपद उत्तरकाशी में नियुक्त है. आरोपी डॉक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018) का अभियोग पंजीकृत कर आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।