देहरादून:उत्तराखंड में आग की तरह तेजी से फैल रहे साइबर क्राइम से निपटने के लिए अब एसटीएफ सभी 13 जनपदों से 100 सुपर साइबर कमांडो तैयार कर रही हैं.ताकि पुलिस के लिए चुनौती बने साइबर क्राइम से निपटने के स्पेशल सुपरकॉप्स तैयार कर साइबर अपराधों के सफल निस्तारण एंव कार्यक्षमता को जिला साइबर पुलिस में भी बढाया जा सकें.इसके लिए एसटीएफ के तत्वधान में साइबर सेल में नियुक्त 100 पुलिस कर्मियों को हाइटेक तकनीक में बेसिक एंव इंटरमीडिएट विशेष साइबर क्राइम का प्रशिक्षण दिया गया हैं.इसके बाद आगामी दिनों में एडवांस ट्रेनिंग दी जाएंगी. चार चरणों में बेसिक और इंटरमीडिएट प्रशिक्षण समापन के अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने STF व साइबर पुलिस में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया.इतना ही नहीं अब प्रदेश में प्रत्येक माह में जनपद व राज्य स्तर पर साईबर अपराधों पर विशिष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मी को जनपद और राज्य का ‘साईबर कमाण्डो ऑफ द मंथ’ पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा.
50 टॉप क्रिमिनलों पर निगरानी बढ़ा शिकंजा कसने की तैयारी..
उत्तराखंड एसटीएफ को पहले फेज़ में 50 टॉप Interstate साइबर क्रिमिनलों सहित ड्रग्स डीलर और अन्य अपराधिक माफियाओं की लिस्ट बनाकर उन पर कड़ी निगरानी रखने की जिम्मेदारी भी डीजीपी अशोक कुमार ने STF को दी है.DGP ने कहा कि विगत वर्षों से लेकर वर्तमान समय तक साइबर क्राइम के अलावा संगठित होकर ड्रग्स व अन्य तरह के अपराधिक घटनाक्रम में सम्मिलित आर्थिक अपराध करने वाले 50 टॉप अपराधियों की न सिर्फ एसटीएफ पहले से अधिक कड़ी निगरानी करेगी, बल्कि उनके अपराधिक क्रियाकलाप पर कड़ी नजर बनाकर आवश्यकतानुसार उन पर सख़्त कानूनी शिकंजा भी कसा जाएगा. ताकि साइबर क्राइम सहित अन्य क्रिमिनलों को नेस्तनाबूद किया जा सके.