यदि SIT जांच में कोई नये साक्ष्य प्राप्त होते हैं तो उनके आधार पर अभियुक्त के पी सिंह के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी: SSP देहरादून
क्लेमेंनटाउन में अवैध रूप से कोठी गिराये जाने वाले प्रकरण में भी के०पी० की बड़ी भूमिका !..
देहरादून: देहरादून के चर्चित फर्जी रजिस्ट्री घोटाले मामले के मास्टरमाइंड के०पी० सिंह (कुँवर पाल सिंह) पर एक और अपराध से ज़ुड़े मामलें में SIT शिकंजा कसने जा रहा है. वर्ष 2022 में क्लेमेंनटाउन क्षेत्र में स्थित एक कोठी को अवैध रूप से गिराने और फ़र्ज़ी दस्तावेजों के अंतर्गत उस ज़मीन को कब्जा करने के मामले में भी के०पी० भूमिका सामने आई थी. वर्तमान में शिकायत प्राप्त हुई कि इस पूरे प्रकरण को लेकर कोर्ट में जो चार्जशीट दाख़िल की गई थी.उसमें के.पी.सिंह के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही नहीं दिखाई गई.ऐसे में मामलें की गंभीरता को देखते हुए कोठी वाले पूरे प्रकरण में के.पी. सिंह की भूमिका के खिलाफ देहरादून एसएसपी ने अलग से SIT टीम को जांच सौपीं हैं. एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक अगर इस प्रकरण में SIT जांच में कोई नए साक्ष्य व सबूत सामने आते हैं तो आरोपी कुंवर पाल सिंह (के.पी.सिंह) पर नए साक्ष्यों के आधार पर कोठी वाले प्रकरण में कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
वर्ष 2022 में क्लेमेंन टाउन स्थित कोठी को JCB से ध्वस्त कर ज़मीन कब्जाने हुआ था बड़ा खेल..
बता दें कि वर्तमान समय में देहरादून के चर्चित फर्जी रजिस्ट्री घोटालें मामले में विशेष तौर पर गठित SIT द्वारा की जा रही हैं.इस जांच की समीक्षा एवं प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर एसएसपी देहरादून के संज्ञान में आया की फर्जी रजिस्ट्री मामले में मुख्य आरोपी के.पी. सिंह का नाम क्लेमेंन टाउन क्षेत्र में अवैध रूप से गिराई गई कोठी के संबंध में दर्ज हुए मुकदमें में भी प्रकाश में आया था. इस केस में के० पी० सहित अन्य आरोपियों के विरुद्ध आरोप पत्र (चार्जशीट)भी न्यायालय में प्रेषित किया गया था.लेकिन कोर्ट में दाख़िल आरोप पत्र के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई कि इस प्रकरण में के.पी. सिंह के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई हैं. ऐसे में इस विषय का तत्काल संज्ञान लेते हुए देहरादून SSP अजय सिंह द्वारा इस पूरे प्रकरण को परीक्षण के लिए SIT को नई जिम्मेदारी दी गई हैं. एसएसपी के अनुसार यदि SIT जाँच में के.पी. सिंह के विरुद्ध कोई नए साक्ष्य प्राप्त होते है,तो उन साक्ष्यो के आधार पर उसके विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
बता दे कि वर्ष 2022 में क्लेमेंट टाउन स्थित एक कोठी को अवैध रूप से ध्वस्त कर कई बीघा बेशकीमती जमीन को फ़र्ज़ी दस्तावेजों के आधार पर कब्जाने का खेल सामने आया था.इस मामले में एक वकील सहित देहरादून और पश्चिमी यूपी के कई लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे.