एसएसपी देहरादून की नई पहल. माह अगस्त में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 29 पुलिस कर्मियों को किया सम्मानित..
नारकोटिक्स एक्ट में नशा तस्करों की संपत्ति के ज़ब्तीकरण कि की जाये ठोस कार्यवाही..सभी नशा तस्करों की खोली जाये हिस्ट्री शीट: एसएसपी
नशा तस्करी में लिप्त अपराधियो की धरपकड़ करते हुए पुलिस की चौपाल के माध्यम से लोगों को किया जाए नशे के प्रति जागरूक..
देहरादून: एसएसपी देहरादून का पदभार संभालने के बाद अपनी पहली मासिक बैठक में एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि White collar Criminals व नशा तस्करों के विरुद्ध अभियान चलाकर की ठोस कार्यवाही की जाएंगी. वही पुलिस जवानों के वेलफेयर को लेकर भी रहेगी प्राथमिकता..जबकि उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रत्येक माह “Man Of the month” से सम्मानित भी किया जाएगा..ताकि उनका मनोबल बढ़ने से प्रत्येक पुलिस कर्मी अपराध मुक्त समाज की स्थापना में अपना 100% योगदान दे सकें.
मासिक अपराध गोष्ठी के मुख्य बिंदु
1- भूमि संबंधित धोखाधड़ी, जो कि जनपद देहरादून की सबसे बड़ी समस्याओं में एक है तथा ऐसे अपराधों को सफेद पोश अपराधी संगठित गैंग बनाकर कारित कर रहे हैं, सभी थाना प्रभारी ऐसे सफेद पोश अपराधो( White Collar Crimes) में लिप्त सभी अपराधियों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे, ऐसे अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत करते हुए उनकी संपत्तियो के जब्तीकरण की कार्रवाई की जाये.
2- सभी थाना प्रभारी मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अपराधियों की अधिक से अधिक हिस्ट्री शीट खोली जाए। प्रत्येक थाने में ऐसे अपराधियों के लिए एक रजिस्टर बनाया जाए, जिसमें उनकी फोटो के साथ उनका विवरण व आपराधिक इतिहास अंकित किया जाए।
3- सभी थाना प्रभारी स्ट्रीट क्राइम्स पर विशेष फोकस करेंगे, स्ट्रीट क्राइम्स पर तत्काल संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया जाएगा, किसी भी दशा में अपराध का अल्पीकरण नहीं किया जाएगा।
4- सभी थाना प्रभारी पीड़ित केंद्रीत पुलिसिंग को अपनी प्राथमिकताओं में रखेंगे, थाने पर आने वाले प्रत्येक पीड़ित के साथ अधिकारी/ कर्मचारियों का व्यवहार संयमित रहे, पीड़ित की समस्याओं को ठीक ढंग से सुनते हुए उसके निस्तारण के हर संभव प्रयास किया जाए। अपनी समस्याओं के संबंध में उच्चाधिकारियों के समक्ष आने वाले फरियादियों के असेसमेंट के लिए एक रजिस्टर बनाया गया है, जिसकी प्रत्येक माह समीक्षा कर यह देखा जाएगा कि किस थाना क्षेत्र से सबसे अधिक फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर उच्चाधिकारियों के समक्ष आए हैं, तथा उसके कारणों की समीक्षा करते हुए संबंधित थाना प्रभारी का स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
5- सभी थाना प्रभारी प्रत्येक शनिवार को अपने- अपने थाना क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के लिए नियमित रूप से पुलिस की चौपाल आयोजित करेंगे, जिसमें नशे के विरुद्ध अभियान में अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता बढ़ाने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाएगा। सभी क्षेत्राधिकारी भी अपने-अपने सर्किल के थानों में आयोजित पुलिस की चौपाल में नियमित रूप से प्रतिभाग करना सुनिश्चित करेंगे। उक्त चौपालो में महोदय द्वारा स्वयं भी प्रतिभाग किया जाएगा तथा लोगों को नशा के दुष्प्रभाव के संबंध में जागरूक किया
जायेगा।
एसएसपी देहरादून द्वारा माह अगस्त में विभिन्न थानों व शाखाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले निम्न पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया:-
कोतवाली डालनवाला
1- वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप नेगी
2- उप निरीक्षक ओमप्रकाश
3- हेड कांस्टेबल बसंत कुमार
4- कॉन्स्टेबल गजेंद्र सिंह
5- कांस्टेबल विनोद
6- कॉन्स्टेबल विजय
*थाना बसंत विहार*
1- हेड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार
*थाना प्रेम नगर*
1- उ0नि0 संजय कुमार
2- उ0नि0 दीपक मैठाणी
3- उ0नि0 मिथुन कुमार
*कोतवाली पटेल नगर*
1- कांस्टेबल सूरज सिंह
2- कांस्टेबल संदीप कुमार
*कोतवाली नगर*
1- उप निरीक्षक मोहन सिंह
2- उप निरीक्षक विजय प्रताप राही
3- कांस्टेबल प्रदीप बहुखंडी
*यातायात पुलिस*
1- टी0एस0आई0 शशि भूषण नेगी
2- कांस्टेबल प्रवीण कुमार
3- कॉन्स्टेबल धीरज सिंह
*गोपनीय कार्यालय*
1- मुख्य आरक्षी नवीन कुमार
*पी0आर0ओ0 शाखा*
2- हेड कांस्टेबल सुनील कुमार
*वाचक कार्यालय*
1- हेड कांस्टेबल राकेश कुमार
*साइबर सेल*
1- म0कां0 रचना
*एसओजी देहरादून*
1- उ0नि0 हर्ष अरोड़ा
2- कां0 पंकज
3- कां0 ललित
*संचार*
1- उ0नि0 महेंद्र सिंह
*डीसीआरबी*
1- हे0कां0 भगवान सिंह
प्रत्येक माह “मैन ऑफ द मंथ पुरस्कार”
एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि अच्छी पुलिसिंग करने वाले पुलिस कर्मियों को प्रत्येक माह मैन ऑफ़ द मंथ के पुरस्कार से पुरस्कृत करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र व नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. जिससे उनके मनोबल को बढ़ाया जा सके. उनकी प्राथमिकता जवानों के बीच अच्छी पुलिसिंग के लिए एक ऐसी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना है, जिसमें प्रत्येक पुलिस कर्मी अपराध मुक्त समाज की स्थापना में अपना 100% योगदान दे.