देहरादून में अंतरराज्यीय फर्जी आधार कार्ड सेंटर का पर्दाफाश,संचालक सहित दो गिरफ्तार, फ़र्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करने का देशभर में फैला गोरख धंधा.

उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने देहरादून के सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया में संचालित होने वाले ऐसे अंतर्राज्यीय फ़र्जी आधार कार्ड सेंटर का पर्दाफाश किया है, जहां से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार कर आधार कार्ड बनाए जाते थे.. एसटीएफ ने जाली आधार कार्ड सेंटर के सरगना इदरीश खान सहित ऑपरेटर रोहिल मलिक को गिरफ्तार किया है. STF की की कार्रवाई में कई व्यक्तियों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र आधार कार्ड बरामद किए गए हैं गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों का पूरा गिरोह अंतर्राज्यीय रूप में सामने आया है. जिनके साथ यह बाकायदा व्हाट्सएप के माध्यम से जुड़े हैं. STF के अनुसार इस गिरोह का पूरे देश भर में इस तरह का फर्जी आधार कार्ड सेंटर वाला नेटवर्क फैला है.

गिरफ्तार अभियुक्त

 1-इदरीश खान पुत्र मुबारक खान निवासी, ग्राम:छतेनी पेसट अरेली, तहसील :तिलहर ,थाना निगाही, जिला शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) 

2-रोहिल मलिक पुत्र इरशाद, निवासी: जमनपुर ,आईटीआई सेलाकुई देहरादून.

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फैक्ट्रियों में नाबालिगों को आधार कार्ड में बालिग बना कर नौकरी दिलाने का धंधा

400 से 500 में फर्जी आधार तैयार

  एक फर्जी वेबसाइट के जरिए जाली जन्म प्रमाण पत्र तैयार   नाबालिक लोगों को आधार कार्ड में बालिग़ बनाने का गोरखधंधा कर रहा था. ताकि नाबालिक लोग आधार कार्ड में खुद को बालिग दिखाकर फैक्ट्रियों में काम कर सकें. बताया जा रहा है कि 400 से ₹500 में इस तरह के फर्जी आधार कार्ड तैयार किए जाते हैं. STF के अनुसार इस गिरोह का देश के कई राज्यों में नेटवर्क है,जिसमें यह एक दूसरे के साथ सैकड़ो गैंग के लोग व्हाट्सएप के जरिए जुड़े है. ग्रुप बनाने की वजह अगर किसी कारण एक सेंटर बंद हो जाए तो,उसका काम दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया जाए. इतना ही नहीं गिरोह द्वारा संचालित फर्जी आधार कार्ड सेंटर से जो जाली जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते थे, उसमें बाकायदा एयरटेल पेमेंट बैंक की फर्जी मोहर लगाकर उसका सत्यापन भी दर्शाया जाता था. एसटीएफ के अनुसार देशभर के कई राज्य में संचालित इस तरह के फर्जी आधार कार्ड सेंटर से एक वेबसाइट के जरिए न सिर्फ फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं, बल्कि तत्काल आधार कार्ड से जुड़े कई अन्य पहचान पत्र भी तैयार करने का धंधा चलता था. इस मामले में एसटीएफ गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर देशभर में फैले नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है.

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वेबसाइट के जरिए संबंधित व्यक्ति के चिकित्सालय का हूबहू फ़र्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार

एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक गिरफ्तार किए गए अभियुक्त से पूछताछ में पता चला कि इनके द्वारा बिहार और झारखंड में कई व्यक्तियों के साथ संपर्क है, जिनके साथ  इस गैंग का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है. उन्हीं व्यक्तियों द्वारा मोटी रकम लेकर इस काम के लिए फर्जी वेबसाइट तैयार की जाती है. इस फर्जी वेबसाइट पर किसी भी व्यक्ति का नाम ,पता, उम्र जन्म स्थान जनपद का नाम भरने के बाद उस जनपद में किसी राजकीय चिकित्सा से जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का ऑप्शन आता है.  वेबसाइट के ऑप्शन को सिलेक्ट करने के बाद उस व्यक्ति से संबंधित राजकीय चिकित्सालय द्वारा जारी किया गया जाली प्रमाण पत्र हुबहू तैयार जाता है. इस हेराफेरी में किसी प्रकार का कोई संदेह ना रहे. इसके लिए बर्थ सर्टिफिकेट में बाकायदा एयरटेल पेमेंट बैंक की फर्जी मोहर भी सत्यापन के लिए लगाई जाती है. जन्म तिथि में गड़बड़ी कर आधार कार्ड तैयार करने का मुख्य मकसद बाहरी राज्यों से आने वाले नाबालिगों को फैक्ट्री में मजदूरी के लिए वयस्क बना काम दिलाने का धंधा है.

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बाइट: आयुष अग्रवाल,एसएसपी, STF, उत्तराखंड

खबर सनसनी डेस्क

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