मौत का डर दिखाकर 70 भारतीय सहित 200 युवकों को बंधक बना साइबर ठगी का धंधा..
विदेश भेजकर साइबर फ्राड कराने वालों के विरुद्ध एसएसपी देहरादून के निर्देश पर थाना रायवाला पर अभियोग पंजीकृत..
गुजरात निवासी एजेंट द्वारा पीड़ित और 07 अन्य लोगो को IT सेक्टर में काम कराने के बहाने से ले गए थे बैंकॉक..
एजेंट व उसके साथियों द्वारा बैंकॉक से युवकों को अगवा कर बॉर्डर पार कराकर उत्तराखण्ड व अन्य प्रदेश के भारतीय युवकों को म्यांमार में बंधक बनाकर साइबर फ्रॉड कराये जाने के प्रकरण को एसएसपी देहरादून द्वारा गंभीरता से लेते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय,आसूचना ब्यूरो(I.B) सहित अन्य मुख्य ऐजेन्सियो से सम्पर्क कर युवको को छुडाये जाने के लिए किये जा रहे हर सम्भव प्रयास..
देहरादून: रायवाला के एक युवक को उसके अन्य भारतीय साथियों के साथ विदेश(बैंकॉक) में नौकरी दिलाने के नाम पर उनको म्यांमार में किसी अज्ञात स्थान पर बंधक बनाने व उत्तराखण्ड के अन्य लोगो को भी बंधक बनाये जाने का प्रकरण सज्ञांन में आया है.. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी के कड़े निर्देश पर त्वरित कार्यवाही करते हुए थाना रायवाला में मुक़दमा पंजीकृत किया गया है..वही उक्त प्रकरण के सम्बंध में देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि विदेश मंत्रालय भारत सरकार,सूचना ब्यूरो (I.B )सहित अन्य सम्बन्धित एजेन्सियों से लगातार समन्वय स्थापित करते हुए युवकों की वापसी के लिये हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं..
मौत का डर दिखाकर 70 भारतीय सहित 200 युवकों को बंधक बना साइबर ठगी का काम
पुलिस के अनुसार 05 जून 2024 को कुमारी जिया गौतम पुत्री सीताराम गौतम,निवासी इन्द्रा कालोनी, प्रतीत नगर रायवाला द्वारा एसएसपी देहरादून ऑफिस में आकर एसएसपी देहरादून से मुलाकात कर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया,जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि उनका भाई विधान गौतम, जो आई0टी0 सेक्टर में काम करने के लिए माह मार्च 2024 मे दुबई गया था.और वहाँ से अपने 07 अन्य भारतीय साथियों के साथ माह मई 2024 में घर वापस आ गया था.इसके बाद माह मई 24 में गुजरात निवासी एजेंट जय जोशी द्वारा उनके भाई विधान गौतम को वीडियो कॉल किया तथा उनके भाई व उसके 07 साथियों को थाइलैण्ड मे बडी आई0टी0 कंपनी में जॉब दिलाने व अच्छी सैलरी दिये जाने की बात कह कर वीडियो कॉल के माध्यम से सभी का स्क्रीनिंग टेस्ट लिया गया.वही सभी को बताया की उनका सलेक्शन बैंकॉक की आई0टी0 कम्पनी में हो गया है और बताया कि इंडिया से बैंकॉक, थाइलैण्ड जाने का सारा खर्चा व सुविधाएं कंपनी देगी.इसके बाद 21 मई 2024 को एजेंट जय जोशी उनके भाई विधान और 07 अन्य साथियों को दिल्ली से लेकर बैंकाक, थाईलैंड पहुंचा.इसके उपरान्त उनका अपने भाई विधान से सम्पर्क नहीं हो पाया,जिसपर उन्होंने जय जोशी से संपर्क किया, तो जय जोशी द्वारा उन्हें गुमराह कर बताया की विधान को अच्छी जॉब मिली है,और वह ज्यादा व्यस्त होने के कारण बात नहीं कर पा रहा है.इसके पश्चात जय जोशी से उनकी कोई बात नहीं हो पाई.वही कुछ समय बाद शिकायतकर्ता के पिता के व्हाट्सएप नंबर पर विधान गौतम का व्हाट्सएप कॉल आया और उसने बताया की जय जोशी ने हमारे साथ धोखाधड़ी की है.और विधान और उसके 07 साथियों को बैंकाक एयरपोर्ट से एजेंट के साथियों द्वारा बंदूक दिखाकर उन सभी को अगवा कर वहाँ से म्यांमार बार्डर क्रॉस कराया गया,जहां उन्हे बधंक बनाया गया है.बताया गया कि वहां पर लगभग 70 भारतीय युवकों सहित अन्य देशों के कुल करीब 200 लोगों को बंधक बनाकर रखा गया हैं,जिनमें से 10 युवक उत्तराखंड से है,और उनके द्वारा उन्हें प्रताड़ना देते हुए उनसे साइबर फ्राड का काम करवाया जा रहा हैं. वहाँ जो इनकी बात नहीं मानता,उसे इनके द्वारा मार दिया जाता है.पीड़ितों ने यह भी बताया कि यदि उनको इनके कब्जे से जल्द नहीं छुड़ाया गया तो वह लोग उन ससबको भी मार देंगे..
युवकों को वापस लाने के हरसंभव प्रयास जारी: एसएसपी देहरादून
वही मामले की गंभीरता को देखते हुए इस प्रकरण में वादिनी जिया गौतम द्वारा थाना रायवाला में दी गई तहरीर के आधार पर तत्काल मु0अ0सं0- 124/24, धारा 323, 344, 346, 347, 367, 374, 386, 420, 506, 120बी IPC के तहत मुक़दमा पंजीकृत किया गया. साथ ही एसएसपी देहरादून के निर्देशानुसार घटना के संबंध में विदेश मंत्रालय भारत सरकार, आसूचना ब्यूरो(I.B.) सहित अन्य ऐजेन्सियों से उक्त प्रकरण में कार्यवाही किए जाने के लिए लगातार समन्वय स्थापित करते हुए युवकों की वापसी को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं..