उत्तराखंड STF शिकंजे में एक ऐसा शातिर नाइजीरियन साइबर गिरोह का मास्टरमाइंड हाथ आया है.जो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का अधिकारी बनकर Tex धारकों को रिटर्न भरने और उसमें टैक्स रिफंड कराने के नाम पर देशभर में लाखों रुपये की धोखाधड़ी करता था.तेलंगाना के हैदराबाद जेल से B वारंट पर कस्टडी में लाए जा रहे इस मोस्टवांटेड नाइजीरियन क्रिमिनल द्वारा पिछले दिनों उत्तराखंड के उधम सिंह नगर (काशीपुर)में एक व्यापारी को इनकम टैक्स रिटर्न भरने और टैक्स रिफंड कराने के नाम पर 9 लाख 50 हज़ार रुपये की ठगी को अंजाम दे चुका हैं.नाइजीरियन मूल के इस शातिर साइबर क्रिमिनल Ifeanyi Collins chickwendu S/o Chickwendu के खिलाफ देशभर के अलग अलग राज्य में आधा दर्जन से अधिक इसी तरह धोखाधड़ी से ज़ुड़े मुकदमें दर्ज है. जिसमें सबसे अधिक हैदराबाद में दर्ज है.अभियुक्त को हैदराबाद सैन्ट्रल जेल से रिमाण्ड प्राप्त कर देहरादून लाया जा रहा है. गिरफ्त में आए नाईजीरियन अभियुक्त के नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाष एसटीएफ द्वारा जारी हैं.
इनकम टैक्स अधिकारी बनकर नाइजीरियन ठग का शातिराना तरीका
STF एसएसपी आयुष अग्रवाल के अनुसार बीते समय जनपद उधम सिंह नगर के अंतर्गत काशीपुर क्षेत्र के थाना आईटीआई में बाजपुर निवासी राजीव ढेंगे पुत्र काशीरामजी ने ठगी शिकायत दर्ज कराई थी.शिकायतकर्ता राजीव ने अपनी तहरीर में बताया कि उनसे किसी अज्ञात व्यक्ति ने ईमेल के माध्यम से सम्पर्क कर पहले स्वंय को इनकम टैक्स डिपार्टमेन्ट से होना बताया.इसके बाद सामने वाले व्यक्ति ने उन्हें इनकम टैक्स रिर्टन भरने व इनकम टैक्स रिफन्ड करने सम्बन्धी को लेकर एक मेल भेजा.फिर अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता से सम्पर्क कर उनके बैंक खाते की जानकारी प्राप्त की गयी.इसके बाद बैंक खाते का दुरुपयोग करते हुये ठग ने बैंक खाते पर न सिर्फ़ आँनलाइन 25 लाख रुपए का लोन प्राप्त किया.बल्कि उस 25 लाख रूपये की धनराशि में से 9 लाख 50,000 रुपए की रकम धोखाधडी से अज्ञात व्यक्ति ने निकाल भी लिए. इस धोखाधड़ी के उपरांत शिकायतकर्ता राजीव की तहरीर पर काशीपुर के थाना आईटीआई में 66 आईटी एक्ट 420 आईपीसी और धारा 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि पिछले 1 माह से अधिक समय से STF की CCPS Unit द्वारा तकनीकी दक्षता से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सदस्यों की पहचान की गयी. इसी छानबीन में पता चला कि इस तरह की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का संचालक एक नाईजीरिन है.ऐसे में एक माह तक STF की टीम अलग-अलग राज्यों मे दबिश देती रही.इसी दौरान सूचना संकलित करने पर जानकारी प्राप्त हुयी कि जो इस घटना में हमारा मोस्ट वाण्टेड अपराधी हैं वह हैदराबाद के सैन्ट्रल जेल में विगत कुछ समय से निरुद्व हैं.ऐसे स्थानीय न्यायालय से वारंट B प्राप्त कर ठगी के नाइजीरियन मास्टरमाइंड को सैन्ट्रल जेल हैदराबाद से रिमाण्ड पर देहरादून लाया जा रहा है.ताकि इस मामले में आगे की प्रभावी कानूनी कार्रवाई की जा सके.