ग्राम पंचायत विकास अधिकारी(VPDO) भर्ती (2021) में नौकरी लगाने का झांसा देकर कई लोगों से लाखों रुपए ठगने वाले एक अभियुक्त को देहरादून पुलिस ने सहसपुर इलाके से गिरफ्तार किया है.पुलिस की गिरफ्त में आया ठग नरेश पुत्र सुरेंद्र दत्त मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के जाखड़ीधार का रहने वाला है.आरोपी के अनुसार वर्तमान में वह देहरादून के सहसपुर स्थित CHC लैब असिस्टेंट पद में संविदा कर्मी के रूप में कार्यरत था. पुलिस खुलासे के मुताबिक VPDO भर्ती की इस ठगी मामले में मास्टरमाइंड के रूप में एक NGO एवं कंसल्टेंसी संचालक महिला कल्पना पाल वांछित हैं. जिसकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.फिलहाल आरोपी महिला नवजात शिशु को जन्म देने के कारण अस्पताल में भर्ती है.पुलिस के अनुसार महिला के सामान्य स्थिति में आते ही गिरफ्तारी सुनिश्चित होगी. पुलिस मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त और वांछित महिला द्वारा अब तक 5 लोगों से VPDO/VDO भर्ती के नाम पर 18 लाख रुपए ठगे जा चुके हैं.. इस ठगी प्रकरण में उत्तरकाशी निवासी पीड़ित रविंद्र सिंह राणा पुत्र बालम सिंह राणा ने थाना नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज कराया था. शिकायतकर्ता के मुताबिक 2021 में नरेश पुत्र सुरेंद्र दत्त और कल्पना पाल ने BDO में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की.
प्रति व्यक्ति से 15 लाख रुपए का सौदा था तय..
2021 में हुई ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (VPDO)भर्ती के नाम पर धोखाधड़ी मामलें में देहरादून डीआईजी दलित सिंह कुँवर ने बताया कि यह केवल हवा-हवाई दावें कर अभियुक्तों द्वारा ठगी का जाल था.जबकि V PDO भर्ती से संबंधित किसी अधिकारी या बाहरी व्यक्ति से आरोपियों का कोई संपर्क नहीं था ठगी करने वालों का मकसद केवल सरकारी नौकरी का झांसा देकर रुपए हड़पना था.DIG के अनुसार पुलिस जांच पड़ताल में पता चला कि गिरफ्तार अभियुक्त नरेश की मुलाकात रायपुर सुंदरवाला निवासी एक एनजीओ चलाने वाली आरोपी महिला कल्पना पाल पत्नी रवि शंकर से पूर्व में हुई थी. आरोपी महिला सेलाकुई क्षेत्र में स्थित फैक्ट्रियों को मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए कंसलटेंसी चलाने का भी कार्य करती हैं. अभियुक्त नरेश के मुताबिक आरोपी महिला ने उसे बताया कि उसकी ऊंचे ऊंचे लोगों से पहचान है,जिसके चलते वह सरकारी नौकरी लगाने में भी सक्षम है.इसी के चलते नरेश ने 4 से 5 व्यक्तियों को 2021 में आयोजित VPDO/VDOभर्ती में नियुक्त कराने का झांसा देकर प्रति व्यक्ति 15 लाख रुपए में सौदा तय किया गया.जबकि एडवांस के तौर पर 3-3 लाख रुपए पांचों अभ्यर्थियों से वसूल लिए. उधरदूसरी तरफ जब रुपये देने वाले अभ्यर्थी का नाम VPDO/VDO भर्ती में नहीं आया तो इस बात पर नरेश और मास्टमाइंड महिला ने अगली परीक्षा में पास कराने और नियुक्ति दिलाने का फिर से झांसा दिया. और एडवांस की रकम को आगे सेटलमेंट की बात कही. इसी तरह आरोप है कि VPDO भर्ती के नाम अभियुक्त नरेश और कल्पना ने 4 से 5 लोगों से 18 लाख रुपए की ठगी की.
पुलिस कांस्टेबल भर्ती के नाम पर भी ठगी का प्रयास
उधर दूसरी तरफ पुलिस खुलासे के मुताबिक 2022 में हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती के नाम पर भी कुछ समय पूर्व गिरफ्तार अभियुक्त नरेश को विकास नगर निवासी जयवीर नाम के व्यक्ति का फोन आया, जिसमें नरेश ने पुलिस कांस्टेबल में भर्ती कराने के नाम पर दो लाख रुपये एडवांस जमा करने की बात कही. इस पूरे बातचीत का ऑडियो वायरल सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया. जबकि पुलिस कांस्टेबल भर्ती या विभाग के किसी भी अधिकारी/ कर्मचारी से आरोपित लोगों की कोई जान पहचान नहीं थी. यह केवल सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का जाल था. डीआईजी के अनुसार यह ऑडियो पूरी तरह से झूठा और भ्रामक है।
बाइट:दलीप सिंह कुँवर, DIG, देहरादून