हेडलाइन-प्रॉपर्टी डीलिंग में 80 करोड़ का मुनाफा हड़पनें की साज़िश में हत्या का तानाबाना..मास्टरमाइंड फौजी सहित चार लोग गिरफ्तार..
पटेलनगर क्षेत्र में हुयी प्रापर्टी डीलर की हत्या में पुलिस द्वारा घटना के मास्टरमाइण्ड सहित 02 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार..
घटना में फरार चल रहे अभियुक्त सचिन की हरियाणा से गिरफ्तारी के बाद मुख्य अभियुक्त फौजी का नाम आया सामने..
प्रापर्टी मुनाफ़े में हिस्सेदारी को लेकर हुये विवाद में मृतक द्वारा फौजी को मारने की अर्जुन को दी थी सुपारी..इस बात की जानकारी होने पर फौजी द्वारा अभियुक्त अर्जुन को मोटी धनराशि देने का लालच देकर मंजेश की करवायी हत्या..
घटना में शामिल 02 अभियुक्तों को पुलिस द्वारा पूर्व में देहरादून और हरियाणा से किया था गिरफ्तार.
घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून द्वारा 10 हज़ार ₹ के पुरस्कार देने की घोषणा..
देहरादून: थाना पटेल नगर क्षेत्र के यमुनोत्री विहार (चंद्रबनी) में प्रॉपर्टी डीलर मंजेश कुमार हत्याकांड में अब नया खुलासा सामने आया हैं..पुलिस द्वारा किये गए नए खुलासे के अनुसार इस केस में अन्य आरोपियों की धरपकड़ और जांच में पता चला कि मृतक प्रॉपर्टी डीलर मंजेश की हत्या कराने वाला और कोई नहीं,बल्कि उसी का पार्टनर पूर्व फौजी संजय निकला..पुलिस ख़ुलासे के अनुसार प्रॉपर्टी डीलिंग के धंधे में लगभग 80 करोड़ के मुनाफे को लेकर हुए विवाद के कारण इस हत्याकांड का ताना-बाना दोनों पार्टनरों की तरफ से एक दूसरे के लिए बुना गया. पहले मृतक प्रॉपर्टी डीलर मंजेश ने प्रॉपर्टी मुनाफे के लालच में अपने पार्टनर फौजी संजय को रास्ते से हटाने के लिए संगीन अपराधों से जुड़े अर्जुन और सचिन को हत्या की सुपारी.लेकिन इस बात की भनक लगते ही पार्टनर फौजी ने दोनों किलर्स की 10 करोड़ में बड़ी बोली लगाकर मृतक मंजेश का ही काम तमाम करा दिया..प्रॉपर्टी डीलर मंजेश कुमार हत्याकांड के मास्टरमाइंड फौजी संजय के बारे में पुलिस को तब जानकारी हुई,जब हत्या करने वाले दूसरे अभियुक्त अर्जुन को हरियाणा के झज्जर से 2 नवंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया. पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अर्जुन ने ही इस हत्याकांड के सभी किरदारों के चेहरे को बेनकाब करने में अहम रोल अदा दिया.. पुलिस टीम द्वारा इस हत्याकांड में मास्टरमाइंड पूर्व फौजी संजय और सुपारी लेकर हत्या करने वाले सचिन और अर्जुन सहित एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया हैं. पुलिस के अनुसार हत्या करने वाले अभियुक्त इससे पहले भी कत्ल सहित अन्य संगीन अपराधों में जेल जा चुके हैं.
बाईट-अजय सिंह ,एसएसपी देहरादून..
कोतवाली पटेलनगर के अनुसार 30.11.2024 की सुबह थाना पटेल नगर को सूचना मिली कि यमुनोत्री विहार फेस 2 चंद्रबनी में एक किराए के मकान पर एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई है. सूचना पर एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर पुलिस अधीक्षक नगर, क्षेत्राधिकार सदर व प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे.घटनास्थल का निरीक्षण करने पर मकान में एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा मिला.प्रथम दृष्टया उक्त व्यक्ति की गला घोंटकर हत्या करना प्रकाश मे आया.मृत व्यक्ति की पहचान मंजेश कुमार उम्र 42 वर्ष पुत्र सुरेंद्र कुमार निवासी गांजा माजरा खेड़ी जिला हरिद्वार के रूप में हुई. उक्त मकान के मालिक प्रदीप कुमार बौडीयाल से पूछताछ मे पता चला कि उनके द्वारा विगत दो माह से अपने मकान के ऊपर एक कमरा सचिन पुत्र नरेश कुमार निवासी भगवानपुर हरिद्वार को किराये पर दिया था.और उक्त कमरे में उसके एक साथी अर्जुन का भी आना जाना था. 29-11-2024 की रात्रि मे उक्त कमरे में सचिन व अर्जुन के साथ मृतक मंजेश भी रुका था.जबकि घटना के बाद से ही सचिन और अर्जुन अपने कमरे से फरार थे.इतना ही नहींदोनों के फोन नम्बर बन्द थे. पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों से सम्पर्क कर उनको मौके पर बुलाया गया और प्रारम्भिक पूछताछ मे पता चला कि मृतक प्रोपर्टी का काम करता था और अर्जुन मृतक के साथ काफी समय से काम कर रहा था. घटना के सम्बन्ध मे मृतक मंजेश के भाई सचिन कुमार द्वारा अर्जुन व सचिन द्वारा उसके भाई मंजेश की हत्या करने के संबंध में दी गयी तहरीर के आधार पर थाना पटेलनगर पर सचिन व अर्जुन उपरोक्त के विरुद्व हत्या का अभियोग पंजीकृत किया गया है. अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर थाना पटेलनगर व SOG देहरादून की अलग-अलग टीमो का गठन कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए संभावित स्थानों को रवाना किया गया.पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये घटना के 24 घण्टे के भीतर घटना में शामिल अभियुक्त सचिन को आशारोड़ी के पास से गिरफ्तार किया गया.जबकि घटना में फरार चल रहे अभियुक्त अर्जुन की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम द्वारा सर्विलांस व मुखविरों की सहायता से पतारसी / सुरागरसी की गई तो टीम को जानकारी मिली कि घटना के बाद अभियुक्त पकड़े जाने के डर से हरियाणा भाग गया है.अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अभियुक्त अर्जुन वहाँ कोर्ट में सरेंडर होने की फिराक में है.ऐसे में तत्काल एक टीम को हरियाणा रवाना किया गया जहां टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर घटना मे फरार चल रहे अभियुक्त अर्जुन पुत्र बलवान निवासी ग्राम – बिजोली, सोनीपत हरियाणा को झझर कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसके द्वारा प्रापर्टी डिलिंग में मंजेश के पार्टनर संजय उर्फ फौजी के कहने पर अपने साथी अर्जुन के साथ मिलकर मंजेश की गला घोट का हत्या किया जाना स्वीकार किया गया. साथ ही घटना के बाद मृतक मंजेश के गले की चेन तथा अंगूठी को अपने एक साथी अफजल के पास छोड़ने की जानकारी दी,जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त से पूछताछ के आधार पर प्रकाश में आये घटना के मास्टरमाइण्ड अभियुक्त संजय उर्फ फौजी और अफजाल को मंगलवार 03.12.2024 को गिरफ्तार किया गया.अफजाल के पास से मृतक की चेन तथा अंगूठी तथा संजय उर्फ फौजी से मृतक की कार की चाबी बरामद हुयी..
मृतक मंजेश के ऊपर भरोसा न होने के चलते हत्यारों ने पूर्व फौजी से मिलाया हाथ..
पुलिस के अनुसार पूछताछ में अभियुक्त अर्जुन द्वारा बताया गया कि वह मंजेश के साथ प्रापर्टी डिलिंग का काम करता था. मंजेश और संजय उर्फ फौजी आपस में पार्टनर थे.फौजी द्वारा राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा व झाझरा हाइवे में जमीन प्लॉटिंग के लिये उठायी गयी थी. जिसमें मंजेश उससे आधी हिस्सेदारी मांग रहा था.बस इसी बाद को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था.मंजेश द्वारा अभियुक्त अर्जुन को संजय उर्फ फौजी को मारने की सुपारी दी और उसके एवज में उसे अच्छा पैसा देने की बात कही गयी.लेकिन मंजेश के आपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण अभियुक्त अर्जुन द्वारा इस काम से इनकार कर दिया.और फिर इस बात को संजय उर्फ फौजी को बता दिया गया.ऐसे में संजय फौजी द्वारा अभियुक्त अजुर्न को बताया गया कि उसके द्वारा राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा सहित झाझरा हाइवे में जो जमीन उठायी गयी है. यदि उसकी डील हो जाती है तो उसे 80-90 करोड़ का फायदा होगा. जिसमें से मंजेश आधा हिस्सा मांग रहा है. यदि अर्जुन मंजेश की हत्या कर दे तो वह उसे उसके एवज में 10 करोड़ रूपये देगा.बस इसी कांट्रेक्ट किलिंग के बारे में अभियुक्त तैयार हो गया.और फिर उसने अपने एक अन्य साथी सचिन को घटना में शामिल किया.अभियुक्त द्वारा सचिन को बताया गया था कि मंजेश के खाते में 38 लाख रूपये है और उसके मोबाइल के पिन की अभियुक्त को जानकारी है. यदि उनके द्वारा मंजेश की हत्या कर दी जाए तो वह उक्त पैसे को उसके खाते से निकाल सकते है. इसी प्लान के लिये उन्होने मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के कमरे में बुलाने और वहां उसकी हत्या करने की योजना बनायी. घटना से एक दिन पूर्व संजय उर्फ फौजी दोनों से मिला था और उसके द्वारा उन्हें खर्चे के लिये 10 हजार रूपये दिये थे.वही अगले दिन कुछ पैसों के पेमेन्ट करने की बाद कहीं गयी थी. 30 नवंबर 2024 घटना की सांय दोनों अभियुक्त संजय उर्फ फोजी से मिले,जहां संजय द्वारा 2-4 दिन में जमीन का पेमेन्ट आने के बाद उन्हें पूरा पेमेन्ट एक साथ करने की बात तय हुई. इस बात पर अभियुक्त अर्जुन राजी हो गया.इसके बाद 30 नवंबर की रात्रि में मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के कमरे में बुलाया, जहां मंजेश को शराब पिलाने के बाद दोनों अभियुक्तों सचिन और अर्जुन द्वारा गला घोटकर उसकी हत्या कर दी.
गाड़ी चलाने में असमर्थ होने के कारण शव को ठिकाने न लगा सके हत्यारें:पुलिस
घटना के बाद दोनों अभियुक्त मृतक के शव को ठिकाने लगाना चाहते थे,लेेेकिन दोनों में से किसी को गाड़ी चलाना न आने के कारण अर्जुन के द्वारा अपने एक साथी शुभम को घटना के सम्बन्ध में बताते हुये शव को ठिकाने लगाने की बात बतायी गई,परंतु उसने इनकार कर दिया. घटना के बाद अभियुक्त अर्जुन द्वारा मृतक मंजेश के गले से चेन, अंगूठी तथा गाड़ी की चाबी अपने पास रख ली. सुबह के समय दोनों अभियुक्त मृतक के शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे कि अचानक पुलिस के आने पर दोनों अभियुक्त घबराकर छत से नीचे कूदकर फरार हो गये. घटना के बाद अभियुक्त अर्जुन संजय उर्फ फौजी से मिला तथा उसे घटना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये मृतक की गाड़ी की चाबी उसे दे दी,जिस पर संजय उर्फ फौजी द्वारा अभियुक्त को 50 हजार रूपये देते हुये अपनी गाड़ी से ग्राफिक ऐरा हॉस्पिटल झाझरा के पास छोड़ा,जहां से अभियुक्त अपने साथी अफजल के कमरे में गया तथा एक दिन वहां रूकने के बाद घटना की जानकारी अपने दोस्त अफजल को देते हुये मृतक मंजेश की चैन तथा अंगूठी को उसके पास रखकर वहां से हरियाणा चला गया. इस दौरान अपने साथी सचिन की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर अभियुक्त द्वारा गिरफ्तारी से बचने के लिये सोनीपत कोर्ट में सरेण्डर करने की योजना बनायी.लेकिन उससे पहले ही देहरादून पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को सरेण्डर करने से पूर्व कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया..
हत्याकांड में गिरफ्तार अभियुक्त :-
1- संजय उर्फ फौजी पुत्र सुरेन्द्र सिंह , निवासी जलवायु टावर झाझरा, प्रेमनगर उम्र-42 वर्ष.
2- अफजल मलिक पुत्र निसार निवासी बुलाकीवाला प्रेमनगर, थाना प्रेमनगर, उम्र-29 वर्ष.
3- अर्जुन पुत्र बलवान निवासी ग्राम – बिजोली, सोनीपत, हरियाणा..
पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तः-
1- सचिन पुत्र स्व0 नरेश कुमार निवासी निकट गैस प्लाण्ट भगवान पुर, जनपद हरिद्वार, उम्र-29 वर्ष.
बरामद माल.
मृतक की सोने की चेन, अंगूठी व कार की चाबी ..