देहरादून:मसूरी में एक बार फिर बड़ा हादसा होने से बाल-बाल टल गया.यात्रियों से खचाखच भरी उत्तराखंड परिवहन विभाग की बस के अचानक रास्ते में ब्रेक फेल हो गए. हालांकि ग़नीमत रहा कि ड्राइवर की सूझबूझ से बस में बैठे 40 यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई.जानकारी के अनुसार बुद्ववार शाम के समय मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड से 40 यात्रियों को लेकर रोडवेज की बस देहरादून के लिए आ रही थी,तभी 200 मीटर आगे जाकर रास्ते में बस के ब्रेक फेल हो गए.ऐसे में ढलान की ओर आ रही बस इस कदर अनियंत्रित होकर सरपट बेकाबू दौड़ने लगी जिससे बस में बैठे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई.गनीमत यह रहा चालक ने हादसें को टालने के लिए अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को खाई में जाने से बचाते हुए पहाड़ी की तरफ टक्कर मार बस को रोक नियंत्रण में किया.यही कारण रहा की बस में बैठे 40 यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई.
पर्यटक बोले खस्ताहाल बसें लोगों के जान से खिलवाड़
ब्रेक फेल वाले बस में बैठ यात्रियों ने सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उत्तराखंड रोडवेज की खस्ताहाल बसों का भगवान ही मालिक है.क्योंकि जिस तरह से पहाड़ों में खटारा बसें संचालित की जा रही है वह यात्रियों की जान माल से खिलवाड़ जैसा है.पंजाब से आये पर्यटकों ने कहां की जहाँ एक तरफ हर जगह टैक्स और महंगाई की मार कर वसूली की जा रही हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार पर्यटकों को उचित सुविधा देने में लापरवाही क्यों बरत रही हैं, यह समझ से परे है. क्योंकि देश-विदेश से मसूरी आने वाले पर्यटकों से जब आर्थिक लाभ लिया रहा है तो आवाजाही में सुरक्षा व्यवस्था देना भी राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.
मसूरी रोड पर रोडवेज की बसों में बार-बार ब्रेक फेल होना चिंता का विषय
उत्तराखंड परिवहन बसों की दयनीय हालत को लेकर सवाल उठना लाजमी है, क्योंकि हाल के समय में ही मसूरी में कई ऐसे मामले आ चुके हैं जब रोड़वेज बसों के ब्रेक फेल हुए हैं.पिछले दिनों रोडवेज की एक बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी थी.इस हादसे में जहां 2 यात्रियों की मौत हुई थी तो कई लोग घायल हो गए थे. लेकिन इसके बावजूद न तो उत्तराखंड परिवहन विभाग इस जानलेवा लापरवाही पर ध्यान दे रहा है और ना ही राज्य सरकार इसकी गंभीरता को समझ रही है. बता दें मसूरी में पर्यटक सीजन शुरू हो चुका है.ऐसे में हर बार की तरह देशभर से सैलानी पहाड़ों की रानी मसूरी आ रहे हैं.ऐसे में रोडवेज की खस्ताहाल बसों को अगर समय रहते बदला नहीं गया तो आने वाले दिनों में कभी भी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है. ऐसे में राज्य सरकार को यात्रियों और बाहर से आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए इसमें जल्द ही सकारात्मक कदम उठाने होंगे.