उत्तराखंड में चारधाम यात्रा से पहले पुलिस विभाग के राहत बचाव दल एसडीआरएफ फोर्स में 50 ट्रेन जवानों की संख्या में इजाफा करते हुए राज्य के चार स्थानों पर SDRF राहत बचाव दल पोस्ट का विस्तार किया गया है.ताकि मानसून सीजन में प्राकृतिक आपदा के दरमियान जान माल की सुरक्षा के लिए SDRF राहत बचाव दल का नए 4 स्थान जिसमे उत्तरकाशी की मोरी के अलावा बागेश्वर, कपकोट और गैरसेंण में रिस्पॉन्स टाइम बेहतर किया सके. SDRF की विस्तार टुकड़िया इन चारों स्थानों में अतिरिक्त पोस्ट के रूप में स्थाई रूप से तैनात रहेंगे.. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक एसडीआरएफ की टीम विस्तार के साथ साथ 4 अलग-अलग नए स्थानों पर टुकड़ियों के पोस्ट स्तापित करने से राज्य में लगभग सभी प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ राहत बचाव दल के अप्रोच और रिस्पांस टाइम न सिर्फ बेहतर कर सकेगी.बल्कि समय रहते जनहानी को भी कम किया जा सकेगा
कपकोट -उत्तरकाशी में प्रशिक्षित माउंटेन ट्रेनर टीम तैनात रहेगी
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के मुताबिक लंबे समय से बागेश्वर के कपकोट समीप पिंडर ग्लेशियर क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा के दौरान भूस्खलन व लैंडस्लाइडिंग के समय प्रशिक्षित माउंटेन ट्रैनर बचाव दल तैनात करने की मांग चल रही थी. इस मामले में बागेश्वर विधायक द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से इस समस्या के निदान के लिए अपील की गई थी जिस पर मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार कपकोट पर्वतीय क्षेत्र में SDRF प्रशिक्षित माउंटेन ट्रेनर दल को तैनात किया जा रहा हैं. इतना ही नहीं उत्तरकाशी में भी माउंटेन ट्रेनर राहत बचाव दल के रूप में स्थापित किया जा रहा है..ऐसे दोनों ही स्थानों पर ग्लेशियर से होने वाले प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए माउंटेन ट्रेनर की टुकड़ियों को तैनात किया जा रहा हैं. ताकि पिंडर ग्लेशियर और उत्तरकाशी हिमालय ग्लेशियर में ट्रेकिंग करने वाले पर्वतारोहियों को आपातकाल के दौरान समय रहते राहत बचाव कार्य सफल तरीके से किया जा सके..