देहरादून: जिला प्रशासन के लाख दावों के बावजूद राजधानी देहरादून में भू-माफियाओं का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा.राजस्व विभाग और MDDA की लचर कर प्रणाली के चलते सरकारी और निजी भूमियों को कब्जा कर प्लॉटिंग के नाम पर ख़रीदारों से धोखाधड़ी के मामलें लगातार चरम पर है.ऐसा ही ताजा मामला सोमवार जन सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी के सामने आया.डोईवाला क्षेत्र के अंतर्गत लाल तप्पड़ माजरी ग्रांट वासियों ने DM से न्याय की गुहार लगाते हुए बताया कि पहले एक व्यक्ति ने फर्जीवाड़ा कर वर्ष 2019-20 में प्लॉट बेचने के नाम पर रजिस्ट्री देने के बावजूद कब्जा देने और दाखिल ख़ारिज कराने में धोखाधड़ी की.और अब उन्ही की प्लॉट सहित ग्रामसभा की भूमि पर दूसरे दबंग भूमाफिया कब्जा कर अवैध प्लॉटिंग का धंधा चल रहा है.इतना ही नहीं पीड़ित लोगों ने यह भी बताया कि पिछले 3 साल से वह लोग खरीदी हुई जमीनों में न्याय के लिए जिला प्रशासनिक अधिकारी,पुलिस और यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज करा चुके है.लेकिन अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है.हालांकि इस मामले में 2019-20 में 27 बीघे जमीन में फर्जीवाड़ा कर 150 प्लॉट बेचने वाले एक माफिया के खिलाफ महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद जरूर मुकदमा दर्ज हुआ था .लेकिन उस FIR के बावजूद पुलिस भी इस मामले में आरोपी के खिलाफ आगे कुछ नहीं सकी हैं.
अवैध प्लाटिंग पर MDDA की खानापूर्ति कार्रवाई बेअसर
जनसुनवाई कार्यक्रम DM के समक्ष इस बात की भी जानकारी आई कि कुछ समय पहले माजरी ग्रांट के इस अवैध प्लाटिंग को MDDA द्वारा खानापूर्ति कर ध्वस्त तो किया गया था.लेकिन दो दिन बाद ही गुप्ता बंधु भू-माफियाओं ने फिर से इसी अवैध प्लॉटिंग और सरकारी (ग्रामसभा) की जमीन पर कब्जा कर अपना खरीद-फरोख्त का धंधा शुरू कर दिया हैं.ऐसे में प्लॉट खरीदने हुई धोखाधड़ी की शिकायत लेकर जनसुनवाई कार्यक्रम में आए माजरी ग्राम वासीयों ने हाथ जोड़ जिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें दबंग भू माफियाओं के आतंक से बचा उनकी जमीन का हक दिलाया जाए.
अवैध प्लाटिंग पर अब MDDA प्रभावी कार्रवाई करें: जिलाधकारी
उ अवैध प्लाटिंग पर MDDA की खानापूर्ति कार्रवाई को लेकर डीएम सोनिका ने भी माना कि इस तरह अवैध प्लाटिंग के खिलाफ जो शुरुआती कार्रवाई MDDA से ध्वस्तीकरण कार्यवाही होती थी वह नाकाफ़ी हैं,क्योंकि को इस कार्रवाई के बाद फिर से अवैध प्लाटिंग हो जाती है. यह गंभीर होने के साथ ही चिंता का विषय है. ऐसे में एमडीडीए को ध्वस्तीकरण के बाद अगली कार्रवाई प्रभावी करनी होगी. ताकि ऐसे फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी पर अंकुश लगाया जा सके. जिलाधिकारी सोनिका ने माजरी ग्रांट की इस अवैध प्लाटिंग को लेकर डोईवाला स्थानीय प्रशासन के संबंधित अधिकारियों को भी फटकार लगाते हुए जांच पड़ताल कर प्रभावी कार्रवाई के आदेश दिए.