सरकारी नौकरीयों की भर्ती परीक्षाओं में धांधली के विरोध में देहरादून के कचहरी स्थित शहीद स्थल पर दिन-रात धरना देने वाले युवा प्रदर्शनकारियों से एक बार फिर जिला प्रशासन ने धरना स्थल बदलने की अपील की है. रविवार देर शाम पुलिस अधिकारियों के साथ पहुंचे एसडीएम प्रशासन दुर्गापाल ने प्रदर्शनकारियों से बार बार अपील करते हुए कहा कि वह लोग शहीद स्थल में धरना प्रदर्शन के लिए बैठने की ज़िद्द छोड़ दें. ताकि शहीद स्थल की गरिमा कायम रखने के साथ ही कचहरी और कोर्ट परिसर का कार्य भी प्रभावित ना हो. जिला प्रशासन ने धरने प्रदर्शन पर बैठे युवाओं से शहीद स्थल को छोड़ तीन अलग-अलग स्थानों का विकल्प दिया हैं. जहाँ अनुरोध के तहत शांति व्यवस्था बनाकर लोकतांत्रिक तरीके से अपने कार्यक्रम को करने की इजाजत दी जाएगी. जिला प्रशासन को ओर से सदर एसडीम दुर्गापाल द्वारा इस अपील को कई बार दोहराते हुए युवा प्रदर्शनकारियों से कहा कि कानून व्यवस्था बहाल रखने के लिए 144 लागू है.इसके बावजूद भी अगर मनमानी चलती रही तो मजबूरन आईपीसी की धारा 144 के तहत आरोपित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो सकता है. जिसके कारण उन्हें आने वाले भविष्य में कई तरह की समस्याएं कानूनी रूप में हो सकते हैं.
बता दें कि भर्ती परीक्षाओं में होने वाली धांधलीयों पर प्रभावी अंकुश लगाने के दृष्टिगत राज्य सरकार ने नकल विरोधी सख्त कानून उत्तराखंड में अध्यादेश लाकर लागू कर दिया है इस कड़े कानून के तहत नकल से जुड़े लोगों को आजीवन कारावास व 10 करोड़ रुपए तक का प्रावधान है. राज्य में नकल विरोधी कानून लागू होने के बावजूद अभी कई युवा प्रदर्शनकारी भर्ती परीक्षाओं पर सीबीआई जांच जैसी कुछ मांगों को लेकर अब भी आंदोलनरत हैं
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