देहरादून:बीमा पॉलिसी के नाम पर लगभग एक करोड़ रुपए की ठगी करने वाले राष्ट्रीय गिरोह के दो और शातिर साइबर अपराधियों को उत्तराखंड एसटीएफ व साइबर क्राइम पुलिस ने दिल्ली से धर दबोचा है. गिरफ्तार शातिर अभियुक्त मकसूद आलम और जुनैद आलम मूल रूप बिहार के किशनगंज के रहने वाले है.दिल्ली और बिहार से संचालित होने वाले इस गिरोह के सदस्यों ने पाॅलिसी और निवेश के नाम पर पुरे देशभर में 1.30 करोड़ की ठगी अंजाम दिया हैं.. पकड़े गये अभियुक्तों से 03 मोबाइल फोन, 07 सिम कार्ड्स 03 डेबिट कार्ड, कई फर्जी आधार कार्ड और बैंक एकाउन्टस को बरामद सबूत के तौर में बरामद किया गया हैं.
STF के अनुसार साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून में शिकायतकर्ता विनोद कुमारी बंसल द्वारा अपने साथ होने वाली साइबर ठगी को मुकदमा दर्ज कराया गया था.इस प्रकरण में कुछ अज्ञात अभियुक्तो द्वारा स्वंय को मैक्स लाईफ इन्सोरेन्स कम्पनी से बताते हुए शिकायतकर्ता से विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर पोलिसी में समस्या बताते हुए उक्त समस्या को ठीक करने के लिए बैंक डिटेल प्राप्त कर पैसो की मांग की गयी.इसके बाद पाॅलीसी के “Tendor” में इन्वेस्ट कर लाभ कमाने का लालच देकर 95,10,900 रुपये (पचानब्बे लाख दस हजार नौ सौ रूपये) की धनराशि धोखे से प्राप्त कर लिए गए. इस शिकायत पर साइबर क्राईम पुलिस द्वारा विवेचना के दौरान अब तक इस प्रकरण में मुख्य अभियुक्त मनीष पाल पुत्र मदन लाल एवं राहुल पाण्डे पुत्र साधू प्रसाद पाण्डे निवासीगण निहाल विहार पश्चिमि दिल्ली को गिरप्तार किया जा चुका था. अब पुनः इस विवेचना में शामिल साइबर पुलिस टीम द्वारा डिजीटली और मैनुअली इस गिरोह के सदस्यों की जानकारी करते हुये दो औरं अभियुक्तों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया हैं. गिरफ्त में आए दोनों ठगों के कब्जे से 03 अदद मोबाईल फोन 07 सिम कार्ड 03 डेबिट कार्ड बरामद किये गये हैं. वही इसके अलावा पकड़े गये अभियुक्तों सेे एसटीएफ द्वारा काफी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड और बैंक एकाउन्ट की भी बरामदगी की गयी हैं.इन बैंक खातों के उपयोग कर गिरोह के सदस्य लोगों से ठगी कर प्राप्त रकम को ठिकाने लगाने में करते थे.गिरफ्तार आरोपियों का विवरण विभिन्न राज्य पुलिस के साथ साझा किया जा रहा है.ताकि इससे पूरे भारत में कई बीमा धोखाधड़ी को हल करने में मदद मिल सके.
अपराध का तरीकाः
बीमा पॉलिसी निवेश के नाम पर साईबर ठगी की शिकार पीड़ित महिला के अनुसार उनके द्वारा वर्ष 2017 में 10 वर्ष की मैक्स लाईफ इन्सोरेन्स पोलिसी खरीदी गयी थी. पॉलिसी की मैच्यूरिटी वर्ष 2027 में पूर्ण होनी थी. इसी दौरान वर्ष 2022 में शिकायतकर्ता को अज्ञात नम्बर द्वारा कॉल किया गया,जिसमें उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वंय को मैक्स लाईफ इन्सोरेन्स से बताया व पॉलिसी में कुछ समस्या होने पर किसी कारण बीमा रोकने की बात कही गई. वही इसके बाद बीमा की समस्या को हल करने में मदद करने का झांसा देकर बीमा कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों से जान पहचान बताई गई.लेकिन इसके एवज कुछ पैसे की डिमांड की गई.ऐसे बीमा धारक ने अज्ञात कॉलर द्वारा दिये गये बैंक खाते में पैसे स्थानान्तरित कर दिए. इसके उपरान्त कुछ दिनो पश्चात फिर अज्ञात व्यक्ति द्वारा पुनः शिकायतकर्ता को अन्य नम्बरों से कॉल करते हुए बीमा पॉलिसी की समस्या हल होने की बात कही गयी. इसी बीच शिकायतकर्ता को यह भी बताया बीमा कम्पनी के पैसा का उनको भुगतान हो गया है. इसके पश्चात अज्ञात साइबर ठगों द्वारा सुनियोजित तरीके से पॉलिसी की धनराशि को निवेश कर तीन गुना लाभ कमाने का लालच देकर 95 लाख रुपए से अधिक रकम की धोखाधड़ी की गयी.
गिरफ्तार अभियुक्तः
1-मकसूद आलम पुत्र रोशन अली निवासी निवासी ग्राम मानिकपुर पोस्ट ठाकुरगंज जिला किशनगंज बिहार.
2- जुनैद आलम पुत्र दिल मौहम्द निवासी ग्राम खेलाबिट्टा पोस्ट ठाकुरगंज जिला किशनगंज बिहार.