देहरादून: मसूरी में 6 साल पहले हुए गैंगरेप और हत्या के बाद तेज़ाब से जलाने जैसे जघन्य मामलें में फरार चल रहे वांटेड इनामी आरोपी जयकरण भगत को आखिकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं.मूल रूप से बिहार के सीतामड़ी निवासी जयकरण भगत पुत्र राम लक्ष्मण भगत 6 साल पहले हुए गैंग रेप एंव हत्या मामले में 9वां आरोपी है.इससे पहले इस जघन्य घटना को अंजाम देने वाले 08 अभियुक्त अलग-अलग समय में गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं. पिछले 6 साल से फरार चल रहे अभियुक्त जयकरण भगत की गिरफ्तारी को लेकर 50 हजार का इनाम घोषित था.पुलिस के अनुसार अभियुक्त की धरपकड़ के लिए कई बार बिहार में उसके ठिकानों में दबिश दी गई.लेकिन हर बार चकमा देकर बच निकला.इस बार वह लंबे समय बाद गुपचुप तरीके से अपने एक साथी की कोर्ट पैरवी के लिए देहरादून आ रहा था.इसी बीच मुखबिर की सटीक सूचना के आधार पर अभियुक्त जयकरण भगत को देहरादून की सीमा से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार अभियुक्त–
जयकरण भगत पुत्र राम लक्ष्मण भगत,निवासी लक्ष्मीपुर, थाना सहियारा,जिला सीतामड़ी, बिहार.
पहले गैंगरेप फिर हत्या,उसके बाद तेज़ाब से बालिका को जलाया..
पुलिस के अनुसार यह जघन्य घटना 13 जुलाई 2017 की है. मसूरी से तकरीबन 2 किलोमीटर नीचे चूनाखाला के जंगल में एक महिला का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला था.मृतका चेहरा बुरीतरह झुलसा हुआ था.मौके पर फॉरेन्सिक टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य संकलन करते हुए हत्या की आशंका प्रकट की गयी थी.ऐसे में पुलिस द्वारा इस अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त के लिए किये गये प्रयासों से शव की पहचान पुरोला उत्तरकाशी निवासी बालिका के रूप में हुई थी.इस घटना के सम्बन्ध में 15 जुलाई 2017 को कोतवाली मसूरी पर धारा 302/201 IPC के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था.इस केस की विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि उक्त बालिका के साथ पहले सामूहिक रूप से गैंगरेप किया गया,फिर उसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या की गयी थी.इतना ही नहीं घटना कार्य करने वाले दरिंदों ने मृतका के चेहरे पर तेजाब डालकर उसकी पहचान छुपाने का प्रयास किया गया था.ऐसे में इन जघन्य घटना से जुड़े के तथ्य सामने आने के बाद विवेचना में धारा 302/201 IPC के अतिरिक्त 376 घ/326 क/34 IPC व 2/3 एससी/एसटी एक्ट की बढ़ोत्तरी की गई.पुलिस इन्वेस्टिगेशन में घटना के बाद प्रकाश में आये फरार कुल 09 अभियुक्तों के खिलाफ तमाम साक्ष्य व सबूतों के आधार पर चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में प्रेषित की गई.इस केस 08 अभियुक्तों कोअलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका हैं.हालांकि शेष एक अभियुक्त जयकरण भगत पुत्र राम लक्ष्मण भगत बहुत प्रयासों के बाद भी आज तक अपनी गिरफ्तारी से बचा हुआ था.ऐसे में उसके विरुद्ध न्यायालय द्वारा गैर जमानती वारण्ट और धारा 82/83 द0प्र0सं0 के नोटिस जारी थे..उधर 6 साल से अभियुक्त की गिरफ्तारी न होने के चलते देहरादून एसएसपी द्वारा फरार जयकरण भगत की गिरफ्तारी को लेकर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया गया.ऐसे में इनामी अपराधियों की धरपकड़ विशेष अभियान के तहत गुरुवार 30 मार्च 2023 को 50 हजार के इनामी अभियुक्त जयकरण भगत को मुखबिर की सटीक सूचना के आधार पर देहरादून के बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया.