देहरादून: मानसून की भारी बारिश के कारण ऋषिकेश के कई रिहायशी इलाकों अत्यधिक पानी भरने जनजीवन अस्त-व्यस्त की स्थिति में है.पिछले 24 घंटों में ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर में सबसे ज्यादा जलस्तर बढ़ जाने से लगभग सभी मकान आधे से अधिक पानी में डूब गए हैं. ऐसे में इस इलाकें रहने वाले दर्जनों लोगों को एसडीआरएफ और राहत बचाव दल द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया है..सोमवार देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुँवर द्वारा खुद मोर्चा संभालते हुए लगभग 25 से अधिक लोगों को राहत दल की मद्दत से रेस्क्यू कर स्थिति सामान्य होने तक सुरक्षित स्थानों पहुंचाया है.इसके अतिरिक्त श्यामपुर क्षेत्र में 02 शव मिले हैं,जो कल रात्रि अतिवृष्टि के दौरान बह गये थे.मृतकों चिन्हित किया जा चुका है और मामले में नियमानुसार विधिक कार्यवाहियाँ की जा रही हैं.
पुलिस के अनुसार रविवार रात से लगातार हो रही अत्यधिक वर्षा से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण ऋषिकेश क्षेत्र में हुए जलभराव से जलमग्न हुए क्षेत्र त्रिवेणी घाट,चंद्रेश्वर नगर आदि स्थानों एवं गंगा नदी से लगे इलाकों का आज पूर्वाहन में डीआईजी/ एसएसपी देहरादून द्वारा भ्रमण किया गया. इस दौरान एसएसपी द्वारा राहत एवं बचाव कार्य की बागडोर अपने हाथों में लेते हुए स्वयं के नेतृत्व में रेस्क्यू कार्यो का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया गया.
गंगा का जलस्तर बढ़ने से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए इलाके चंदेश्वरनगर,जो पूर्ण रूप से जलमग्न है.वहाँ लगभग सभी घर आधे से अधिक वर्षा के पानी से भरे हुए हैं.ऐसे में राफ्ट की माध्यम से 25 लोगों को रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित स्थानो पर पहुंचाया गया. जानकारी के अनुसार चंद्रेश्वर नगर का जलस्तर गंगा के जल स्तर से नीचे हैं इसलिए जब तक गंगा नदी का जलस्तर नीचे नहीं होता है तब तक चंद्रेश्वरनगर का जलस्तर/ पानी की निकासी नहीं हो पाएगी इसलिए सभी लोगों को स्थानीय स्तर पर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की कारवाई की जा रही है. गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से थोड़ा नीचे है फिर भी नदी के आसपास के स्थानों पर निवासरत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की कारवाई लगातार की जा रही है.वही मौसम विभाग द्वारा देहरादून के लिए जारी किए गए बारिश के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए सभी थाना प्रभारियों को अपने अपने थाना क्षेत्रों में नदी- नालों के किनारे के इलाकों में सतर्क दृष्टि रखने व आपदा से संबंधित किसी भी सूचना पर तत्काल राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.