देहरादून:बहुचर्चित रजिस्ट्री घोटालें मामलें में दून पुलिस की आरोपित भूमाफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई लगातार जारी है.. इसी क्रम में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर एक जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करने वाले एक और अभियुक्त सुखविंदर सिंह पुत्र दर्शन सिंह को को SIT टीम ने उधम सिंह नगर से किया गिरफ्तार..अभियुक्त जनपद उधम सिंह नगर के थाना नानकमत्ता क्षेत्र के अंतर्गत नवदिया का रहने वाला हैं..मामला थाना पटेल नगर क्षेत्र का है,जहां कई आरोपियों पर मुकदमा दर्ज होने के उपरांत SIT प्रकरण की जांच कर रही हैं.इस केस में पूर्व में 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है..
माजरा स्थित 10 बीघा भूमि के फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर शुरू हुआ फर्जीवाड़ा..
पुलिस SIT के मुताबिक शिकायतकर्ता शीतल मंड पुत्री स्व- साधु सिंह निवासी: रामनिवास माजरा देहरादून द्वारा थाना पटेलनगर में भूमि धोखाधडी से संबंधित लिखित तहरीर दी गई थी. तहरीर में शिकायतकर्ता ने बताया कि अभियुक्त के.पी. सिंह द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर माजरा स्थित उनकी 10 बीघा जमीन की फर्जी पॉवर आफ अटार्नी बनाकर उसकी रजिस्ट्री सुखविन्दर सिंह पुत्र दर्शन सिंह निवासी: नानकमत्ता के नाम पर कर दी गई. इसके बाद अभियुक्त सुखविन्दर सिंह द्वारा इसी भूमि को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर के.पी. सिंह के पिता बलवीर सिंह की कम्पनी को गिफ्ट डीड कर वादिनी के साथ धोखाधडी की गई.. मामलें की गंभीरता को देखते हुए उक्त तहरीर के आधार पर थाना पटेलनगर में धारा: 420, 467, 468, 471, 120बी बनाम के.पी. सिंह व अन्य पर मुक़दमा पंजीकृत किया गया. इस केस की विवेचना वर्तमान में SIT टीम द्वारा की जा रही है.. SIT के अनुसार इन केस में पुलिस टीम द्वारा पूर्व में 02 अभियुक्त- समीर कामयाब व रवि कोहली को गिरफ्तार किया जा चुका हैं.दोनों अभियुक्तों से की गई पूछताछ के आधार पर मुकदमें में जमीन की फर्जी रजिस्ट्री अपने नाम पर करने और फिर उसी जमीन को फर्जी तरीके से अपने सह अभियुक्त के नाम पर गिफ्ट डीड करने वाले अभियुक्त सुखविन्दर सिंह पुत्र दर्शन सिहं को पुलिस टीम द्वारा गुरुवार (22फ़रवरी 2024) को नानकमत्ता ऊधमसिंह नगर से गिरफ्तार किया गया..
के.पी.ने जमीन बेचने के मुनाफ़े में हिस्सेदारी का दिया लालच: अभियुक्त..
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त सुखविन्दर सिंह ने बताया कि के.पी.सिंह व उसके पिता बलवीर सिंह से उसकी मुलाकात वर्ष 2010 में एक विवाह समारोह के दौरान के.पी. के चाचा सेठपाल चौधरी के माध्यम से हुई थी..सेठपाल ऊधम सिंह नगर के सिडकुल क्षेत्र में मिट्टी भरान के ठेके लेता था और अभियुक्त द्वारा इसमें उनकी मदद की गई थी. वर्ष 2014 में के.पी.सिंह द्वारा उससे सम्पर्क कर बताया गया कि उनके द्वारा देहरादून में माजरा स्थित एक जमीन की हरभजन सिंह उर्फ भजन सिंह के नाम से फर्जी पावर ऑफ अटार्नी तैयार की गई है,जिसकी रजिस्ट्री वह अभियुक्त सुखविन्दर सिंह के नाम पर करवा देगा.ऐसे में उसे जमीन बेचने से जो मुनाफा होगा,उसमें से कुछ हिस्सा अभियुक्त को दिया जायेगा. इसके बाद के.पी.सिंह द्वारा अभियुक्त सुखविंदर सिंह के खाते में डेढ लाख रुपये की धनराशि डाली गयी..
के.पी. और विरमानी ने रचा खेल !: गिरफ्तार अभियुक्त
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार सुखविंदर सिंह ने यह भी बताया कि वर्ष 2016 में के.पी.सिंह द्वारा अपने एक अन्य साथी के साथ उसे अधिवक्ता कमल विरमानी व एक अन्य व्यक्ति से मिलवाया गया.इन सबके द्वारा रजिस्ट्रार ऑफिस में जाकर पहले उक्त भूमि की रजिस्ट्री अभियुक्त के नाम पर की गई.और फिर वर्ष 2020 में अभियुक्त सुखविंदर के के माध्यम से उक्त भूमि को गिफ्ट डीड के द्वारा के.पी.सिंह के पिता बलवीर सिंह की कम्पनी बी.के एन. हब्र्स के नाम पर किया गया..
गिरफ्तार अभियुक्त:-
सुखविन्दर सिंह पुत्र दर्शन सिंह निवासी: मकान नं0 40, नवदिया थाना नानकमत्ता, ऊधम सिंह नगर।