नगर निगम आयुक्त, फॉरेंसिक टीम और सीओ सिटी की संयुक्त निरीक्षण में घंटाघर के टॉवर में क्षतिग्रस्त सामान की सच्चाई आई सामने…
निरीक्षण के दौरान घंटाघर नियंत्रण कक्ष के डबल लॉक पाए गए सही, घड़ी एवं फ्लड लाइट के तारों का कटा होना आया प्रकाश में..
मौके पर सभी कीमती उपकरण पाये गये सुरक्षित.चोरी अथवा जबरन प्रवेश के नहीं मिले कोई साक्ष्य..
प्रकरण के संबंध में क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में चौकी प्रभारी धारा की लापरवाही न पाए जाने पर उन्हें वापस भेजा गया चौकी..
देहरादून का दिल कहे जाने वाले घंटाघर स्थित क्लॉक टावर से हुई कथित चोरी की ख़बर पूरी तरह से गलत निकली. इस बात का खुलासा फॉरेंसिक टीम,नगर निगम और पुलिस की जॉइंट रिपोर्ट के उपरांत सामने आया हैं.. संयुक्त जांच टीम के अनुसार मौके पर नियंत्रण कक्ष में लगे तालों के सही पाए जाने से उक्त घटना में तारों से छेड़छाड़ किया जाना परिलक्षित हुआ है,जो सम्भवः उन व्यक्तियों द्वारा की गई हो जिनकी नियंत्रण कक्ष की चाबी तक पहुँच हो,इस संबंध में चाबी के रखरखाव में बरती गई लापरवाही के संबंध में नगर निगम को पुलिस द्वारा अपने स्तर से जांच करने हेतु पत्राचार किया गया है..नगर निगम से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने ज्वाइन टीम बनाकर जब इंस्पेक्शन किया तो हालत देखकर पुलिस भी चौंक गई क्लॉक टावर में भीतर जाने वाले सभी गेट और लोक पूरी तरीके से दुरुस्त पाए गए जब खोलकर जांच की गई तो पता चल वहां से कोई चोरी नहीं हुई है .बल्कि करेक्ट करने वाला एक तार टूटा हुआ है इस पर एसएसपी देहरादून को जॉइंट कमिटी की FSL रिपोर्ट भी प्राप्त हो गई है. एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि मामले में अब नगर आयुक्त को पत्र लिखकर उनके स्तर और उनके विभाग में इस पूरे प्रकरण में देख रहे और किसकी जिम्मेदारी क्या थी के बाबत रिपोर्ट भी मांगी गई है. एसएसपी अजय सिंह ने बताया है कि फरवरी के बाद यह लॉक नहीं खुले हैं ऐसा नगर निगम की टीम ने मौके पर पुष्टि भी कर दी है .
बाईट-अजय सिंह,एसएसपी,देहरादून..
पुलिस के अनुसार 10 सितंबर 2024 को अधिशासी अभियंता नगर निगम देहरादून द्वारा घंटाघर में स्थापित मोटर एवं फ्लड लाइट की तारों को क्षतिग्रस्त करने के संबंध में अभियोग दर्ज कराने हेतु प्रार्थना पत्र पर कोतवाली नगर पर अभियोग पंजीकृत किया गया.लेकिन उक्त अभियोग व घटना की जांच के संबंध में बुद्धवार 11 सितंबर 2024 को आयुक्त नगर निगम, क्षेत्राधिकार नगर देहरादून, निरीक्षक कोतवाली नगर द्वारा मौके पर जाकर संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया तो मौके पर घंटाघर में स्थापित नियंत्रण कक्ष में ताले लगे हुए पाए गए तथा घटनास्थल में किसी प्रकार के कोई जबरन प्रवेश के कोई साक्ष्य नहीं मिले, निरीक्षण के दौरान मौके पर घड़ी से जुड़े हुए तारों का कटा होना पाया गया.वही वहाँ रखे कीमती उपकरण सुरक्षित पाये गये, घंटाघर की घड़ियों और स्पीकरों के कार्य न करने का कारण कनेक्टिविटी का न होना पाया गया, जो संभवत: उसमें लगी तारों के काटने कटने के कारण हुआ है. नियंत्रण कक्ष में कटी हुई तारे मौके पर ही मिली , उन्हें न तो चोरी किया गया था और न ही ले जाने का प्रयास किया गया था, मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर घटना स्थल की फोटोग्राफी/ वीडियोग्राफी की गई..
सच्चाई सामने आने पर लाइन हाजिर किये गए धारा चौकी प्रभारी को वापस चार्ज में भेजा.
वही उक्त पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच के लिए एसएसपी देहरादून के निर्देश पर चौकी प्रभारी धारा उपनिरीक्षक हर्ष अरोड़ा को लाइन सम्बद्ध करते हुए प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी नगर को सौपी गयी थी, प्रकरण की जांच के संबंध में क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा दी गयी जाँच रिपोर्ट में पूरे प्रकरण में चौकी प्रभारी धारा की कोई लापरवाही नहीं पाई गई, जिस पर उन्हें वापस भेजा गया.