जितने भी गैंग फर्जी रजिस्ट्री मामले में शामिल होंगे उनको कानून के दायरे में जरूर लाया जाएगा:एसएसपी देहरादून..
देहरादून: फर्जी रजिस्ट्री घोटाले मामले में अब दून पुलिस ने तीसरे गिरोह से जुड़े मास्टरमाइंड को मोहम्मद हुमायूं परवेज गिरफ्तार किया.. पुलिस के मुताबिक गिरफ्त में आए अभियुक्त हुमांयू ने अपने साथियों के साथ मिलकर थाना पटेल नगर क्षेत्र के अंतर्गत माजरा स्थित रक्षा मंत्रालय की भूमि और क्लेमेंट टाउन स्थित भूमि के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 11 लोगों को 3 करोड़ से अधिक की रकम में जमीनें बेची.पुलिस के अनुसार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के अंतर्गत 24 मोहल्ला काजी सराय,नगीना के रहने वाले मोहम्मद हुमायूं परवेज़ पुत्र जलीलु रहमान ने देहरादून के टर्नर रोड से सुभाष नगर चौक के मध्य क्लेमेंट टाउन स्थित जमीन अल्लादिया से 1944 में अपने पिता जलीलु रहमान व अब्दुल करीम को फर्जी बैनामा बनाकर भूमि का मालिक दर्शाया. और फिर वर्ष 2019 से 2020 के बीच हुमायूं परवेज़ द्वारा वसीयत के आधार पर 11 व्यक्तियों को उक्त जमीनों की रजिस्ट्रीयां कर दी गई.इस दौरान उसको लगभग 3 करोड रुपए जे&के बैंक सहारनपुर के खाते से प्राप्त हुए.. इस पूरे फर्जीवाड़ा में सहारनपुर में रहे रजिस्टार रिकॉर्ड ऑफिस से मिली भगत के सबूत सामने आए हैं.. SIT के अनुसार गिरफ्तार किए गए मोहम्मद हुमायूं परवेज के खिलाफ देहरादून राजपुर में भी एक जमीन फर्जीवाड़े का मामला प्रचलित है.उसकी भी जांच पड़ताल कर कार्यवाही जारी हैं.. अभियुक्त के खिलाफ थाना पटेल नगर में मुकदमा दर्ज हैं..
फर्जी रजिस्ट्री घोटाले की जांच के दौरान आया था हुमायूं का नाम: SIT
पुलिस ख़ुलासे के अनुसार बिजनौर निवासी हुमायूं परवेज़ का नाम फर्जी रजिस्ट्री घोटाले की जांच के दौरान सामने आया था.इसी के अंतर्गत एसआईटी द्वारा अभियुक्त के खिलाफ साक्ष्य संकलन की कार्रवाई करते हुए 12 अक्टूबर 2023 को अभियुक्त हुमायूं को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया. इन मुकदमे की विवेचना के दौरान यह तथ्य सामने आए की मोहम्मद हुमायूं परवेज पुत्र जलेलु रहमान द्वारा अपने साथी समीर कामयाब व अन्य साथियों की मदद से फर्जी विलेख दस्तावेज तैयार कर सहारनपुर निवासी देव कुमार की मदद से रिकॉर्ड रूम रजिस्ट्रार कार्यालय में वर्ष 2016-17 में ज़िल्द में लगवा दिया था..
रक्षा मंत्रालय की जमीन को भी हड़पने का था प्रयास..
वहीं दूसरी तरफ देहरादून के माजरा स्थित रक्षा मंत्रालय को आवंटित हुई जमीन के असली मालिक लाल सरनीमल और मनीराम से फर्जी बैनामा 1958 का बनाकर यहां भी अपने पिता जलीलु रहमान के अलावा अर्जुन प्रसाद को भूमि का मालिक दर्शाया. और फिर इस भूमि का सीमांकन करने के लिए एसडीएम कार्यालय और नैनीताल हाईकोर्ट में प्रेषित कर आदेश तो करवाये गए.लेकिन माजरा स्थित लगभग 55 बीघा इस जमीन को वर्ष 1958 में तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा रक्षा मंत्रालय के नाम कर दी गई थी.यह जमीन आज भी रक्षा मंत्रालय के कब्जे में है. इस कारण सीमांकन की कार्रवाई को खारिज किया गया था.
जमीन फर्जीवाड़ से जुड़े किसी भी अभियुक्त को बख्शा नहीं जाएगा:SSP
देहरादून एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक फर्जी रजिस्ट्री घोटाले मामले में तीसरी गिरोह के रूप में 16वें अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई हैं. अभी गिरफ्तार अभियुक्त मोहम्मद हुमायूं परवेज से जुड़े कई अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं,जिनके खिलाफ जांच पड़ताल जारी है.ऐसे में साक्ष्य संकलन कर आने वाले दिनों में जमीन फर्जीवनी से जुड़े और लोगों की गिरफ्तारियां सुनिश्चित की जायेगी..
गिरफ्तार अभियुक्त
मौहम्मद हुमायू परवेज पुत्र जलीलु रहमान निवासी 24 मौहल्ला काजी सराय 2,नगीना, जिला बिजनौर उ0प्र0, (उम्र 50 वर्ष).