उत्तराखंड STF का शिकंजा:  सितारगंज में नकली हर्बल दवाइयां बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश…गिरोह के संचालक 02 भाई गिरफ्तार…भारी मात्रा में नकली दवाइयां सहित रॉ-मैटेरियल ज़ब्त.

देहरादून/उधमसिंह नगर: उत्तराखण्ड एसटीएफ ने उधमसिंह नगर स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ ज्वांइट ऑप्रेशन में छापेमारी कर सितारगंज के एक मकान में नकली हर्बल दवाइयाँ बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया हैं..मौके से गिरोह को संचालित करने वाले 02 सगे भाई -फैजान और सलमान को गिरफ्तार किया हैं..दोंनो अभियुक्त पीलीभीत उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं..STF के मुताबिक छापेमारी के दौरान जानकारी प्राप्त हुई हर्बल के नाम पर विभिन्न बीमारियों के इलाज और ताकत बढाने के नाम पर नकली दवाइयां ऑनलाइन बेची जा रही थी. मौके से हर्बल लिखा चूर्ण, कैप्सूल, ड्राप, मुर्गा दाना लिखा कट्टे सहित कुछ मशीनें बरामद हुई हैं..धरपकड़ कार्यवाही के दौरान मौके से बरामद भारी मात्रा में मिली दवाइयों व रॉ-मैटेरियल को सील कर सैंपल लिए गए..

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छापेमारी

बेनाम कंपनी की नकली दवाइयां..

  STF एसएसपी आयुष अग्रवाल के अनुसार STF मुख्यालय को सितारगंज में अवैध दवाई फैक्ट्री संचालित होने की सूचना मिली थी..मामलें क़ी गंभीरता को देखते हुए कुमाऊँ STF टीम को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया..इसी क्रम में कल शाम (25अक्टूबर 2023)को सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे द्वारा गठित टीम ने सितारगंज के थारु गौरीखेड़ा क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ सयुक्त रूप से एक घर में छापेमारी कर मौके से हर्बल दवाओं के नाम पर भारी मात्रा नकली दवाएं बरामद की गई हैं..जांच-पड़ताल में मौके से जो चूर्ण,कैप्सूल व पाउडर जैसी दवाएं मिली उनपर किसी ब्रांड के रैपर या टैग नही लगा था.. गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्त से पूछताछ से पता चला कि इनके द्वारा दवाओं के जरिये ताकत बढ़ाने और बीमारियों के इलाज के लिए ऑनलाइन नकली हर्बल दवाओं को बेचा जाता था..

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अलग-अलग बीमारियों के लिए एक ही नकली दवा…क़ीमत 1575 रुपये ..

  STF एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक, इस छापेमारी में मौके से टीम को मुर्गा लिखे हुए चूर्ण के कट्टे मिले हैं. इसी चूर्ण को प्लास्टिक के कैप्सूलों में भरा गया है..ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन दवाओं के सैंपल लिये गये हैं.. हर्बल दवा के नाम पर ऑनलाइन नकली दवा बेचने वाले दोंनो अभियुक्तों द्वारा इस मकान को किराये पर लिया गया था..जांच में यह भी पता चला कि पिछले 04 महीनों से बिना लाइसेंस दोनों अभियुक्त इसी मकान में दवाओं को बनाकर ऑनलाइन व्यापार कर रहे थे..गैंग द्वारा विभिन्न बीमारियों के इलाज में पार्सल से दवा भेजकर मोटी रकम वसूली जा रही थी.इसके लिए एक डिब्बे दवा के बदले 1575 रु. वसूले जाते थे. जाल में फंसने वाले ग्राहकों को सभी प्रकार की बीमारियों में एक ही प्रकार की दवा भेजी जाती थी..ऐसे में अब इन दवाओं के सम्बन्ध में फोरेसिंक जाँच से ही वास्तविकता सामने आ पायेगी.. फिलहाल बरामद दवाइयों और मकान को सीलबन्द कर दिया गया है..

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गिरफ्तार अभियुक्त..

1.सलमान पुत्र मोहम्मद हनीफ निवासी ग्राम उदयपुर थाना अमरिया जिला पीलीभीत (उत्तरप्रदेश)..

2. फैजान पुत्र मोहम्मद हनीफ निवासी ग्राम उदयपुर थाना अमरिया जिला पीलीभीत (उत्तरप्रदेश)

बरामदगी का विवरण

1. 500 डिब्बे पैक्ड दवाईयाँ

2. 500 कैप्सूल

3. 3 कट्टे में रॉ-मैटेरियल

4. 2 मशीनें

खबर सनसनी डेस्क

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