देहरादून: आज के दौर में अधिकांश लोग केस की जगह ऑनलाइन पेमेंट सुविधा को अपना रहे हैं. सब्जी वाले से लेकर बड़े से बड़े व्यापारिक संस्थान (मॉल) में ऑनलाइन पैमेंट का चलन लगातार बढ़ रहा हैं. लेकिन क्या आपको मालूम है कि अब हाईटेक क्रिमिनल इस ऑनलाइन पैमेंट पर भी आपको चूना लगा सकते हैं. जी हां देहरादून पुलिस ने ऐसे दिल्ली के शातिर गिरोह को धर दबोचा है जो पेटीएम स्कैनर का इस्तेमाल करने वाले दुकानदारों और व्यापारियों को पलक झपकते ही झांसा देकर उनके अकाउंट से लाखों रुपए पुराने जाता है. गिरफ्तार किए गए हाईटेक तीनों अभियुक्तों के कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 27 पेटीएम कार्ड,60 पेटीएम स्कैनर पेज,81 नेशनल एक्सप्रेस कंपनी के कार्ड, तीन फर्जी आईडी,03 सिम,नकदी और एक टू व्हीलर वाहन बरामद किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों शातिर हाइटेक क्रिमिनलों द्वारा अब तक देहरादून,रुड़की गाजियाबाद,दिल्ली जैसे स्थानों दुकानदारों और व्यापारियों से उनके पेटीएम केवाईसी कराने के नाम लगभग 6 लाख 50 रुपये की ठगी का मामला अब तक प्रकाश में आ चुका हैं.
अपराध का तरीका
पुलिस खुलासे के मुताबिक खुद को नेशनल एक्सप्रेस कंपनी का कर्मचारी बताने वाले दिल्ली निवासी हाईटेक ठग ऐसे दुकानदारों और व्यापारियों के पास पहुंचते हैं जो पेटीएम स्कैनर का इस्तेमाल कर ग्राहकों से भुगतान लेते हैं.इसी तरह का ये गैंग 12 अप्रैल 2023 देहरादून के रायपुर पहुँचा.जहां इन्होंने एक दुकानदार को पेटीएम सर्विस चार्ज न कटने के एवज में केवाईसी कराने की बात कही. इसके बाद दुकानदार ने केवाईसी कराने के लिए जैसे ही अपना मोबाइल ठगों को दिया उसी दौरान तीनों शातिर क्रिमिनलों में से एक ने दुकानदार को बातों में उलझाया और दूसरे ने दुकानदार के मोबाइल से उसका सिम अपने मोबाइल में एकाएक डालकर उस पेटीएम स्कैनर का एक्सेस अपने फोन पर ले लिया है. इतना ही नहीं दुकानदार के मोबाइल पेटीएम का नोटिफिकेशन भी ऑफ दिया था.ताकि अगले 48 घण्टे तक दुकानदार बैंक से निकलने वाले रुपये की कोई जानकारी ना मिल सके. बस इसी चालाकी के बाद क्रिमिनल उसी सिम को फिर दुकानदार के सिम में डालकर केवाईसी हो जाने और सर्विस चार्ज न कटने का झांसा देकर निकल जाते हैं.शातिराना हाईटेक हरकत अगले 24 घंटे में उस दुकानदार बैंक खाते से 1लाख 40 हजार उड़ा लिए जाते हैं.
2 दिन बाद बैंक से मैसेज मिलने के बाद दुकानदार के होश उड़े.
उधर 2 दिन बाद जब दुकानदार को बैंक मैसेज से पता चला की उसके अकाउंट से रुपए निकल गए उसके होश उड़ गए.ऐसे में दुकानदार ने अपने साथ होने वाली ठगी की तहरीर पुलिस दी. क्राइम के नए पैटर्न की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ.पुलिस ने इस नए हाईटेक क्राइम को वर्कआउट करने के लिए लगभग 150 सीसीटीवी कैमरे की मदद से तीनों संदिग्ध अभियुक्तों की पहचान की. और फिर गहन सुराग तसी के बाद तीनों शातिर ठगों को गिरफ्तार किया हैं.
दुकानदार के पेटीएम स्कैनर को भी बदल देते हैं ठग.
पुलिस की जांच पड़ताल में इस बात की भी जानकारी सामने आई है कि दिल्ली के एक शातिर हाईटेक ठग अपने साथ दर्जनों फ़र्जी पेटीएम स्कैनर लेकर चलते हैं,जिस दुकानदार को टारगेट कर उसे पेटीएम केवाईसी के नाम झांसा देने में असफल होते हैं, वहाँ ये ठग दुकानदार के पेटीएम स्कैनर को ही बदलकर अपना पेटीएम स्कैनर वहां लगा देते हैं. ताकि ग्राहकों से भुगतान होने वाला रुपया उनके अकाउंट में आ सके.ऐसे में जब तक दुकानदार /व्यापारी को अपने साथ ठगी होने का पता चलता है तब तक काफ़ी रुपया ठगों के अकाउंट में चला जाता है.