उत्तराखंड सहित देशभर में नकली BAMS डॉक्टरों की फ़र्जी डिग्री तैयार कर आमजन की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले मास्टमाइंड इमलाख को आखिरकार उत्तराखंड STF ने राजस्थान अजमेर से गिरफ्तार कर लिया हैं..STF की गिरफ्त में आया दसवीं पास इमलाख मुजफ्फरनगर (यूपी) नामी हिस्ट्रीशीटर हैं. मुजफ्फरनगर स्थित “बाबा कॉलेज ऑफ स्टडीज” संस्थान से BAMS डिग्री का गोरखधंधा चलाने वाला शातिर इमलाख गिरोह का पर्दाफ़ाश होने के बाद से फ़रार चल रहा था. हांलाकि इससे पहले इस रैकेट का खुलासा कर STF और दून पुलिस इमलाख के सगे भाई इमरान खान सहित 07 BAMS की फ़र्ज़ी डिग्री पाने वाले नकली डॉक्टरों को बारी बारी से गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है..राजस्थान के अजमेर दबोचे गए मुख्य अभियुक्त इमलाख पर देहरादून पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था.
गिरफ्तार अभियुक्त:
इम्लाख पुत्र मौहम्मद इलियास
निवासी शेरपुर थाना मुजफ्फरनगर उम्र 36 वर्ष.
यूपी के सबसे बड़े शिक्षा माफ़िया में इमलाख का नाम शुमार..
STF के अनुसार इमलाख के बारे में जानकारी की गयी तो पता चला कि वह कोतवाली मुजफफरनगर का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है. इसके द्वारा अपने भाई इमरान के साथ बरला थाना क्षेत्र मुजफ्फरनगर में बाबा ग्रुप ऑफ काॅलेज के नाम से मेडिकल डिग्री काॅलेज भी खोला हुआ है जो कि बीफार्मा,बीए, बीएससी जैसे कोर्स संचालित करता है.वही यह भी जानकारी हुई कि इमलाख खान ही बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज,मुजफ्फरनगर का स्वामी है.अभियुक्त के विरुद्ध फर्जी डिग्री दिलवाने के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.इमलाख को यूपी का सबसे बड़ा शिक्षा माफिया कहा जाता है.मुकदमा दर्ज होने के तुरंत बाद मुख्य अभियुक्त इम्लाख अपना मोबाइल बंद कर मुजफ्फरनगर से फरार हो गया था.
बाबा ग्रुप आफ काॅलेज का चेयरमेन इमलाख है दसवीं पास…
उत्तराखण्ड एसटीएफ SSP आयुष अग्रवाल ने बताया कि विगत माह में एसटीएफ द्वारा उत्तराखण्ड में प्रैक्टिस कर रहे बी.ए.एम.एस.की फर्जी डिग्री वाले आयुर्वेदिक चिकित्सकों के गिरोह का भण्डाफोड़ किया गया था.इस Case विवेचना जनपद देहरादून पुलिस द्वारा की जा रही है.इस गिरोह का मास्टर माइण्ड इमलाख पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था.ऐसे में उसकी गिरप्तारी पर 25 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था.एसटीएफ की जांच में आर्युवेदिक डॉक्टरों के फर्जीवाड़ा में करीब 36 डॉक्टरों को चिन्हित किया गया था.जांच में प्रकाश में आया था कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों की फर्जी डिग्री राजीव गांधी हेल्थ एण्ड साईंस यूर्निवसिटी कर्नाटका के नाम से बाबा ग्रुप ऑफ काॅलेज मुजफफरनगर के मालिक इमरान और इमलाख द्वारा तैयार की गयी थी. जिसको लेकर थाना नेहरूकालोनी देहरादून में मुकदमा एसटीएफ की ओर से दर्ज कराया गया था। जिसकी जांच देहरादून एसआईटी द्वारा की जा रही है। एसटीएफ ने शुरूवात में दो फर्जी चिकित्सकों प्रीतम सिंह एवं मनीष अली को गिरप्तार किया गया था.इनसे पूछताछ के बाद मुजफ्फरनगर स्थित “बाबा ग्रुप ऑफ काॅलेज” में दबिश देकर इमरान पुत्र इलियास निवासी शेरपुर मुजफ्फरनगर को काॅलेज से ही गिरप्तार किया गया.STF की कार्यवाही में अभियुक्त इमरान के कब्जे से कई राज्यों की युनिर्वसिटियों की फर्जी ब्लैंक डिग्रियां, फर्जी मुद्राएं एवं फर्जी पेपर एवं कई अन्य कूट रचित दस्तावेज बरामद हुए थे.वही इस केस में जांच के दौरान फर्जी डिग्री बनाने का मास्टरमाइंड एवं मुख्य अभियुक्त इम्लाख खान का नाम प्रकाश में आया. ऐसे में मुखबिर की सूचना एवं टेक्निकल स्पोर्ट से अभियुक्त इम्लाख को राजस्थान के जिला अजमेर किशनगढ़ से गिरफ्तार किया गया.