देहरादून:महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण दिशा में एक सार्थक पहल कर जागरूकता को लेकर साइकिलिंग कर भारत भ्रमण में निकली मध्य प्रदेश निवासी आशा मालवीय बुद्धवार देहरादून पुलिस कप्तान दलीप सिंह कुँवर से मिली.इस मौके पर एसएसपी ने मातृशक्ति के लिए सराहनीय योगदान देने वाली राष्ट्रीय खिलाड़ी आशा की जमकर तारीफ करते हुए सम्मानपूर्वक पुष्प भेंट कर स्वागत किया.इतना ही नहीं एसएसपी ने आशा मालवीय को इस नेक काम के लिए अपनी ओर से हर संभव मदद करने का भी आश्वासन देकर प्रोत्साहन राशि और प्रशंसा पत्र भी दिया.उत्तराखंड मुख्यमंत्री राज्यपाल और पुलिस डीजीपी सहित देहरादून पुलिस कप्तान की जमकर तारीफ करते हुए आशा मालवीय ने कहा कि अभी तक वह 23 राज्य में नारी सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर साइकिलिंग कर संदेश दे रही हैं.
महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण की अलख जगाने लिए अकेले मध्य प्रदेश से साइकिलिंग करते हुए भारत भ्रमण के लिए निकली आशा मालवीय ने बताया की वह मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में ग्राम नाटाराम से हैं.घर की माली हालत ठीक ना होने के बावजूद जीवन में कुछ कर गुजरने की तमन्ना लेकर कड़ी मेहनत से आशा पहले राष्ट्रीय एथलेटिक खिलाड़ी बनी,फिर एक पर्वतारोही के रूप में अपना नाम बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर में दर्ज कराया. इसके बावजूद देश-दुनिया में एक अलग पहचान बनाने के मकसद से आशा ने नवंबर 2022 से नारी सुरक्षा एवं सशक्तिकरण को लेकर देशभर में साइकिलिंग के जरिए भारत भ्रमण जागरूकता बढ़ाने के लिए यात्रा शुरू की.
उत्तराखंड जैसा सम्मान कही नहीं मिला:आशा
आशा ने बताया कि वर्तमान में सम्पूर्ण भारत (एकल महिला) साइकिल यात्रा कर रही हैं. इस यात्रा का उद्देश्य महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण के विषय पर देशवासियों में जागरूकता में लाना है. इस यात्रा की शुरूवात मध्य प्रदेश स्थापना दिवस (01.11.2022)के अवसर पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से की गई.जो भारत देश की राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) के अवसर पर सम्पन्न होगी.इस यात्रा के दौरान भारत के 28 राज्यों में कुल 25 हजार कि.मी. की यात्रा तय की जायेगी.अभी तक इस यात्रा के दौरान 23 राज्यों को पार कर 19750 कि.मी. की दूरी तय की जा चुकी है. इस महीने उत्तराखंड 24वा राज्य है. आशा मालवीय ने बताया कि 23 राज्यों में इतना मान सम्मान कहीं नहीं मिला जितना प्यार और सम्मान उत्तराखंड में मिला. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर राज्यपाल लेफ्टिनेंट गवर्नर (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, पुलिस डीजीपी अशोक कुमार, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका और देहरादून DIG/SSP दलीप सिंह कुँवर ने नारी शक्ति और सुरक्षा को लेकर मनोबल बढाया वह काबिले तारीफ है.