देहरादून: रजिस्टार रिकॉर्ड रूम में जमीनों की खरीद-फरोख्त से संबंधित दस्तावेजों से छेड़छाड़ और कुछ फाइलें गायब करने के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हस्तक्षेप के बाद देहरादून जिलाधिकारी ने जांच पड़ताल कार्रवाई तेज कर दी है. इतना ही नहीं जहां एक तरफ रिकॉर्ड रूम को सील करने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे की नजर में 24 घण्टे की गार्द तैनात की गई है.वही दूसरी तरफ फॉरेंसिक जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही आरोपित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी तैयारी तेज हो गई है.जिलाधिकारी सोनिका ने साफ तौर पर कहा कि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति न हो इसको लेकर सख्त से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं..जिलाधिकारी ने कहा रिकॉर्ड रूम बंद कर दिया गया है. अब जो भी दस्तावेज किसी को आवश्यकता होंगे वह E नकल के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध होंगे. इतना ही नहीं अब रजिस्टार के रिकॉर्ड रूम में कोई भी अनाधिकृत रूप ना घुसे इसको लेकर पुख्ता व्यवस्था बनाई जा रही हैं.
1980 की रजिस्ट्रीयों के अलावा अन्य कई शिकायतों पर भी जांच-पड़ताल जारी: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी सोनिका ने कहा कि फिलहाल 1980 में हुई तीन रजिस्ट्रीयों के कुछ दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर पेपर क्वालिटी,स्टैम्प और सिग्नेचर पर शक होने का मामला सामने आया है.ऐसे में इन सबकी विस्तृत रूप में गहनता से FSL जांच चल रही है. इसके अलावा और भी ऐसे मामले देखे जा रहे हैं जिनमें इस तरह की गड़बड़ी होने की आशंका जताई जा रही है. ऐसी अन्य शिकायतों का भी संज्ञान लेकर जांच पड़ताल जारी है..
ऋषिकेश और विकासनगर रिकॉर्ड रूम पर भी नजर:DM
देहरादून जिलाधकारी सोनिका ने कहा कि मुख्यमंत्री के कड़े निर्देशनुसार अब सभी रजिस्ट्रार रिकॉर्ड रूम की सुरक्षा पुख्ता करने की सभी बंदोबस्त किए जा रहे हैं. देहरादून शहर के अलावा विकासनगर और ऋषिकेश जैसे रजिस्ट्रार रिकॉर्ड रूम में भी किसी तरह की कोई गड़बड़ी या अनाधिकृत रूप से प्रवेश न हुआ हो इसकी भी जांच कराई जा रही हैं. इसके अलावा इन सभी रिकॉर्ड रूम को भी सीसीटीवी की निगरानी और गार्द सुरक्षा के रूप में कड़ी नजर रखी की जाएगी.