
क़त्ल के बाद से अपना मोबाइल इस्तेमाल किये बिना पल-पल में अपनी जगह बदलते रहे हत्यारें…
हरदम पुलिस टीम का हौसला बढ़ाते हुए एसएसपी अजय सिंह स्वयं मैन्युअल पुलिसिंग रणनीति बनाते करते रहें मॉनिटरिंग..
मिनट तो मिनट अलग-अलग स्थानों में फ़िल्मी स्टाईल की तर्ज पर गाड़ी दौड़ती रही दून पुलिस
देहरादून: भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रोहित नेगी को गले में गोली मारकर मौत के घाट उतारने वाले आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान पकड़कर आखिरकार दून पुलिस ने राहत की सांस ली हैं..कत्ल के उपरांत एसएसपी देहरादून अजय सिंह के दिशानिर्देशन में लगभग 60 घण्टे से अधिक समय तक दिन-रात दून पुलिस की टीमें (SOG)पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर,खतौली,मेरठ शामली, बागपत से लेकर दिल्ली व हरियाणा तक खाक छानते हुए पागलों की तरह हत्यारों की तलाश करती रही.. हैरानी की बात यह रही है कि,घटना को अंजाम देने के बाद दोनों शातिर अभियुक्त अपने मोबाइल बंद कर दूसरों का फोन इस्तेमाल कर पुलिस की जानकारी लेते हुए बार-बार अपना ठिकाना बदलते रहे.यही कारण रहा उन्हें खोजने में पुलिस को इतना समय लगा. लेकिन एसएसपी देहरादून अजय सिंह के सटीक रणनीति के फलस्वरूप पुरानी पद्धति वाली मैन्युअल पुलिसिंग को अपनाते हुए पुलिस की टीमें मिनट तो मिनट अलग-अलग स्थानों में फ़िल्मी स्टाईल की तर्ज पर गाड़ी दौड़ाते-दौड़ाते आखिकार हत्यारों तक पहुँच ही गई..लेकिन हत्या के आरोपी विशेष धर्म (समुदाय) के होने के कारण मुजफ्फरनगर मंगलौर बॉर्डर पर उन्हें पकड़ने में एक बार फिर संवेदनशील स्थिति बन आयी. ऐसे में यह भी एक कारण रहा कि हत्यारों के साथ मुठभेड़ की घटना सामने आयी..लेकिन अंततः बीजेपी के युवा नेता रोहित नेगी को गले में गोली मारकर मौत के घाट उतारने हत्यारों को देहरादून पुलिस दबोच ही लिया..

