ऐंजल चकमा हत्या मामला.. जेल गए आरोपी क़ी माँ बोली- मृतक के साथ कोई नक्सली टिप्पणी नहीं हुई..क्योंकि हम खुद नार्थईस्ट मनीपुर से है..पुलिस जांच में भी अब तक़ नक्सली टिप्पणी जैसी कोई बात नहीं आयी…

दोनों पक्षों के अनजान लड़कों में कहासूनी- गलतफ़हमी के दौरान हॉट टॉक के बाद हुई मारपीट:पुलिस

देहरादून: थाना सेलाकुई क्षेत्र में त्रिपुरा निवासी छात्र एंजेल चकमा हत्या मामला लगातार खबरों कि सुर्खियों में बना हुआ है.अधिकांश खबरों में मृतक के साथ नक्सली टिप्पणी और भेदभाव की बात राष्ट्रीय स्तर पर उठ रही है. लेकिन जमीनी हकीकत अब कुछ और ही सामने आ रही है.इस मामले में मृतक के हत्या आरोप में जेल भेजे गए सूरज कि माँ का कहना है कि मृतक के साथ नक्सली टिप्पणी और भेदभाव की बात दूर-दूर तक सच नहीं है क्योंकि वह लोग खुद ही मणिपुर के इंफाल से आते हैं पिछले 2010 से वह देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र में रह रहे हैं वह क्यों मृतक के साथ ऐसी नक्सली टिप्पणी करेंगे मामला कुछ और ही है. जिसकी पुलिस जांच कर रही है. हत्यारोपी सूरज की मां ने बताया कि 1 वर्ष पहले ही उसका बेटा सूरज मनीपुर से देहरादून सेलाकुई पहुंचा,और तब से वह एक रेस्टोरेंट चला रहा है.घटना वाले दिन उसके 1 साल के बेटे का जन्मदिन था.इसी कारण उसके कुछ साथियों ने पार्टी देने की बात कही. ऐसे उसने वाइन शॉप से शराब बोतल लाकर दोस्तों को दी.उसके बाद खाने पीने के दौरान आपसी बातचीत हो रही थी.तभी वहाँ मृतक का आना भी हुआ.उसके बाद उन लोगों कि आपसी कहासुनी में मृतक को कुछ गलतफहमी हुई.जिसके चलते मारपीट की घटना हुई.और फिर उसके बाद इतनी बड़ी घटना हो गईं.. इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस के मुताबिक 6 लोग शामिल थे पांच लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं एक फरार है जो संभवत नेपाल की तरफ भागा हुआ है पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही है. फरार नेपाली मूल के मुख्य आरोपी क़ी गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड पुलिस द्वारा ₹100000 का इनाम घोषित किया गया है. इधर मनीपुर निवासी रेस्टोरेंट चलाने वाले सूरज की मां ने बताया कि उनके बेटे ने जेल जाने के बावजूद भी यही कहा कि इस घटना में कोई नक्सली टिप्पणी और भेदभाव नहीं हुआ क्योंकि वह लोग खुद ही नॉर्थ ईस्ट से हैं तो ऐसा क्यों हो सकता था..

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बाईट -हत्यारोपी सूरज की माँ.. (मनीपुर निवासी )

अब तक़ कि पुलिस जांच में भी नक्सली टिप्पणी या भेदभाव की बात सामने नहीं आई.शिकायत पत्र में भी नहीं:SSP देहरादून

देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने भी अब तक इस पूरे मामले की जांच पड़ताल के उपरांत यह स्पष्ट किया है कि इस पूरे घटनाक्रम में कोई नक्सली टिप्पणी या भेदभाव की बात सामने नहीं आई है.नाही पीड़ित परिवार द्वारा इस तरह की कोई शिकायत पुलिस को की गई है.हालाँकि आरोपियों के खिलाफ दर्ज हत्या के मुकदमें में ST-SC act धाराएं भी जोड़ी गईं हैं.पुलिस क़ी अब तक की जांच में जो तथ्य और सबूत सहित तमाम पूछताछ में जानकारियां आई है, उसमें यही पता चला है कि 6 आरोपियों और मृतक सहित दो छात्रों के बीच हॉट टॉक हुई.इसी दौरान कहासुनी में कोई गलतफहमी हो गईं,जिसके बाद मारपीट हुई. घायल छात्र को उसके भाई द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी उपचार के दौरान 26 दिसंबर क़ी सुबह मौत हो गई. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर इसमें एक मणिपुर एक नेपाल सहित 06 लड़कों को आरोपी बनाया है. जिसमें दो नाबालिग छात्र है. पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें नेपाली मूल का लड़का फरार है,जिसकी तलाश जारी है.. नेपाली मूल के युवक द्वारा ही चाकू का इस्तेमाल कर मृतक के ऊपर वार किया गया था.

बाईट -अजय सिंह, एसएसपी देहरादून..

30 दिसंबर 2025 मंगलवार शाम को इस पूरे घटनाक्रम में अब तक की पुलिस जांच पड़ताल को लेकर देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की,जिसमें उन्होंने बताया कि चाकू से वार करने वाले फरार नेपाली मूल के युवक की तलाश जारी है,जल्दी उसकी गिरफ्तारी कर, उससे पूछताछ में चाकू चलाने की नौबत और पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी की जाएगी. जिसे विवेचना में शामिल किया जाएगा. एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि नक्सली टिप्पणी या भेदभाव की बात कहीं से भी अभी तक पूरे जांच पड़ताल से लेकर घटनास्थल में मौजूद प्रत्यक्ष दर्शियों व अन्य लोगों से पूछताछ में सामने नहीं आई है.इससे जुडी अहम बात यह भी है कि, आरोपियों में एक 14 से 15 साल का युवक बोक्सा पिछड़ी जाति का है, दूसरा मणिपुर नॉर्थ ईस्ट का है, और तीसरा नेपाली मूल का है. ऐसे में एक ही वर्ग के लोग एक दुसरे को जाति सूचक या भेदभाव टिप्पणी जैसी बातें बोले इसकी गुंजाईश कम लगती हैं. लेकिन इसके बावजूद मृतक के हत्यारों पर आवश्यक धाराएं बढ़ाई गईं हैं. ताकि पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा भी मिल सकें..यही कारण रहा क़ी राज्य सरकार द्वारा पीड़िता परिवार क़ी Act अनुसार आर्थिक मुआवजा शुरू किया गया हैं..

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पुलिस मुख्यालय से लेकर उत्तराखंड मुख्यमंत्री भी इस मामले को लेकर गंभीर

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि वह पीड़ित परिवार के लोगों से लगातार संपर्क कर पूरी जांच विवेचना की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. पीड़ित परिवार और अन्य लोगों द्वारा इस मामले में अगर कोई भी नई बात सामने आती है तो पुलिस उसे अपनी जांच विवेचना में निष्पक्ष रूप से शामिल कर आवश्यक कार्रवाई करेगी. एसएसपी ने बताया क़ी इस पुरे मामले में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से पुलिस महानिदेशक और आलाधिकारी सहित राज्य के मुख्यमंत्री भी बारीक निगरानी कर दिशा निर्देश दे रहें हैं.ऐसे में जनपद देहरादून पुलिस की इस केस में निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में जुटी हैं.ताकि आरोपित लोगों को सख्त से सख्त सजा मिल सके..

सेलाकुई के धूलकोट इलाके में हत्यारोपी सूरज की मां रहती है, जिन्होंने बताया कि खबरों में जो नक्सली टिप्पणी और भेदभाव की बातें दिखाई जा रही है, वह पूरी तरह गलत है. मामला कुछ और ही है,जिसकी पुलिस जांच कर रही है. वही धूलकोट गांव में रहने वाली एक महिला अधिवक्ता ने भी बताया कि इस घटना में नक्सली टिप्पणी और भेदभाव वाली बात पूरी तरह से झूठ और अफवाह भरी है. ऐसी कोई बात दूर-दूर तक नहीं है. क्योंकि उनके गांव में नॉर्थईस्ट निवासी छात्रों के लिए वर्षो से एक बड़ा कॉलेज संचालित है, इसके साथ नॉर्थ ईस्ट के छोटे बच्चों के लिए एक स्कूल भी चल रहा है. अगर यहाँ कोई भेदभाव होता तो आज तक कैसे यहां वो स्कूल और कॉलेज संचालित होते. महिला अधिवक्ता ने बताया कि उत्तराखंड और खासकर देहरादून में उनके क्षेत्र के अलावा कई इलाकों में नॉर्थईस्ट के बच्चे पढ़ते हैं.आजतक किसी के साथ नक्सली टिप्पणी या भेदभाव की बात अब तक तो नहीं सामने आई थी.पता नहीं इस घटना में यह दुर्भाग्यपूर्ण बात कैसे और क्यों फैलाई जा रही है. ऐसा लगता है कि ये राजनीती का मुद्दा बनाने का प्रसास है..

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बाईट -पूजा, अधिवक्ता

राजनीती की जगह निष्पक्ष जांच से पीड़ित परिवार को मिले न्याय..

बहराल मृतक ऐंजल छात्र के साथ जो हुआ वह बेहद ही दुखदाई और दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में अगर नक्सली टिप्पणी या भेदभाव मामले को उठाकर राजनीति हो रही है तो,ये उससे भी बड़ी अफ़सोस की बात है.पुरे घटनाक्रम कि निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को सख्त सजा मिले,ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकें.हालांकि सेलाकुई पुलिस लगातार पूरे मामले की जांच पड़ताल कर आवश्यक कार्यवाही में जुटी है. देहरादून एसएसपी अजय सिंह स्वयं पूरे इन्वेस्टिगेशन और कार्रवाई की मॉनीटरिंग कर रहे हैं.उधर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी स्वयं मृतक के पिता से बातचीत कर उन्हें निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का आश्वासन दे चुके हैं..

परमजीत सिंह लाम्बा

संपादक - ख़बर सनसनी PH-7454913200,7906640014

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