
सडक सुरक्षा माह के दौरान युवाओं पर रहेगा विशेष फोकस..नुक्कड नाटकों व अन्य माध्यमों से आम जन को यातायात के नियमों और रोड़ सेफ्टी के प्रति किया जायेगा जागरूक: SSP दून..
देहरादून: विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी सम्पूर्ण भारत में सडक सुरक्षा माह का आयोजन किया जा रहा है.इसी क्रम में जनपद देहरादून में शुरू हुए 35 वें सडक सुरक्षा माह का सोमवार 03 जनवरी 2025 को एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा पुलिस लाइन में विधिवत शुभारम्भ किया गया.इस वर्ष सड़क सुरक्षा माह की थीम“युवाओं के मध्य जागरुकता”रखी गयी है..





सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत के आंकड़े चिंताजनक रूप में बढ़ रहे हैं: एसएसपी
कार्यक्रम के दौरान अपने सम्बोधन में एसएसपी देहरादून द्वारा अवगत कराया गया की भारत में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ रही है.वर्ष 2024 में भारत में घटित सड़क दुर्घटनाओं में 1.80 लाख लोगों की मृत्यु हुई,इनमें से लगभग 30 हज़ार मौतें हेलमेट न पहनने के कारण हुईं.सडक दुर्घटनाओं में हुई मौतों में 66 प्रतिशत मृतक 18 से 34 वर्ष की आयु वर्ग के थे.इसी प्रकार उत्तराखण्ड में भी सड़क दुर्घटना में प्रतिवर्ष वृद्धि हो रही है. विशेषज्ञों के अनुसार,लगभग 90 प्रतिशत दुर्घटनाएं मानवीय लापरवाही के कारण होती हैं, जिनमें रैश ड्राइविंग,ओवरस्पीडिंग, गलत दिशा में वाहन चलाना,गलत तरीके से ओवरटेक करना, ओवरलोडिंग,और शराब पीकर गाड़ी चलाना प्रमुख कारण हैं.
सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में देश में उत्तराखंड का 23वां स्थान,प्रतिदिन तीन लोगों की मौत, 05 लोग घायल.
उत्तराखण्ड में हुई सडक दुर्घटनाओं के आंकड़ो के अनुसार यहां प्रतिदिन 04 दुर्घटनाओं में 03 व्यक्तियों की मृत्यु एव 05 लोग घायल होते हैं. सड़क दुर्घटनाओं की संख्या के आधार पर,उत्तराखंड देश में 23 वें स्थान पर है. उत्तराखण्ड में लगभग 80 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं 04 जनपदों (देहरादून, हरिद्वार,उधमसिंह नगर, नैनीताल) में होती है,जिनमें लगभग 67 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में मृत व्यक्तियों की आयु 18 से 45 वर्ष होती है.
सडक सुरक्षा माह के दौरान पुलिस द्वारा युवाओं पर फोकस करते हुए उन्हें यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ इन्फोर्समेंट की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जायेगी,जिससे सडक दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके..सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा आम जन को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से निकाली गयी जागरुकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर पुलिस लाईन से रवाना किया गया.उक्त जागरुकता रैली में जनपद देहरादून के नगर क्षेत्र के समस्त थानों की 20 चीता मोबाईल,सीपीयू हॉक यूनिट सहित 40 मोटर साईकिल सहित 03 इण्टरसेप्टर वाहन सम्मिलित हुए. बाईक रैली पुलिस लाईन रेसकोर्स से प्रारम्भ होकर आराघर टी जंक्शन से आराघर, सर्वे चौक, बेनी बाजार, बहल चौक, ग्लोब चौक होते हुए घण्टाघर और फिर घंटाघर से दर्शनलाल चौक, बुद्धा चौक, रेसकोर्स चौक होते हुए वापस पुलिस लाइन परेड ग्राउण्ड में समाप्त हुई.
जनपद पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाते हुए लोगों को सडक सुरक्षा के प्रति जागरुक किया जा रहा है,जिसमें विशेषकर युवाओं को जागरुक करने का प्रयास किया जा रहा है. उक्त सम्बन्ध में माह दिसम्बर में जनपद पुलिस द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले युवाओं के विरूद्ध विशेष अभियान चलाया गया,जिसके तहत नियमों का उल्लंघन करने वाले युवाओं के परिजनों को मौके से ही पुलिस द्वारा फोन के माध्यम से नियमों के उल्लंघन की जानकारी दी गई. जिससे वे भी अपने नौनिहालों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कर सकें..
सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान एसएसपी देहरादून की उपस्थिती में पुलिस द्वारा 180 मॉडीफाइड साइलेंसरो,जिन्हें चैकिंग के दौरान सी0पी0यू0/यातायात पुलिस द्वारा चालानी कार्यवाही कर वाहनों से उतरवाया गया था,को रोड रोलर के माध्यम से नष्ट किया गया.

35 वें सड़क सुरक्षा माह: 2025 के अन्तर्गत दून पुलिस द्वारा 03 फरवरी 2025 से 15 फ़रवरी 2025 की अवधि में ये कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे:-
1- विभिन्न स्कूलों/विद्यालयों/उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र/छात्राओं को कार्यशाला/लेक्चर के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक करना.
2.- छात्र- छात्राओं को mybharat-gov-in पोर्टल पर ऑनलाईन प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित करना.
3- सार्वजनिक स्थानों पर सड़क सुरक्षा जागरुकता सम्बन्धी बैनर/पोस्टर आदि का प्रदर्शन..
4-ओवर स्पीड / बिना हेलमेट / सीट बैल्ट वाहन संचालन करने वाले चालकों / सह चालकों के विरुद्ध विशेष चैकिंग अभियान.
5- व्यवसायिक वाहनो के चालकों का नेत्र परीक्षण.
6- आनलाइन प्रतियोगिताएं (चित्रकला, निबन्ध, स्लोगन एवं वाद विवाद प्रतियोगिता ).
7- भारी वाहनों, ट्रैक्टर ट्राली आदि में रिफ्लैक्टर/ रिफ्लैक्टिव टेप न होने, खराब हैडलाईट के साथ वाहन का संचालन करने वाले चालकों के विरुद्ध विशेष चौकिंग अभियान.
8- गुड समेरिटन के सम्बन्ध में जागरुकता.
9- हिट एवं रन के सम्बन्ध में जागरुकता.