उत्तराखंड STF ने एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश कर दो अभियुक्तों को रुड़की RTO के सामने एक ऑफिस से गिरफ्तार किया हैं,जो सस्ते इंश्योरेंस का लालच देकर कमर्शियल वाहनों का फ़र्जी इंश्योरेंस एवं पॉल्यूशन कार्ड बनाकर राज्यभर में गोरख धंधा चला रहे थे.चौपहिया वाहनों को दुपहिया वाहन दिखाकर इंश्योरेंस पाॅलिसी में हेराफेरी करने वाले इस गिरोह के कारनामे से सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है.STF ने सटीक सूचना के आधार पर रुड़की स्थित आरटीओ के सामने एक कार्यालय में छापेमारी कर गिरोह के संचालक अब्दुल कादिर और कबीर नाम के दो व्यक्तियों को धर दबोचा हैं.इस कार्यवाही में मौके से दर्जनों की तादात फर्जी इंश्योरेंस के अलावा वाहनों के DL और RC सहित इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस बरामद भी किए गए हैं.
गिरफ्तार अभियुक्त
1 –अब्दुल कादिर पुत्र इसरार निवासी मोहम्मदपुर थाना रुड़की सिविल लाइन जनपद हरिद्वार.
2 –कबीर पुत्र नासिर निवासी भारोपुर भोरी थाना बहादराबाद जनपद हरिद्वार.
30 हज़ार बदले कमर्शियल वाहन का मात्र 5 हजार में इंश्योरेंस
एसटीएफ के अनुसार रुड़की RTO के सामने एक निजी कार्यालय में छापेमारी की कार्रवाई के दौरान बरामद लैपटॉप एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बारीकी से खंगाला गया,जिनमें सैकड़ों वाहनों के फर्जी इंश्योरेंस बनाए जाने के दस्तावेज प्राप्त हुए हैं. इतना ही नहीं इस कार्रवाई में पकड़े गए दोनों व्यक्तियों से गहनता से पूछताछ की गई तो जानकारी सामने आई की उत्तराखंड में इनके द्वारा ही गिरोह को संचालित किया जा रहा है. इस गिरोह में करीब 8 से 10 लोग हैं,जो उत्तराखंड के कई हिस्सों में कमर्शियल वाहनों का फर्जी इंश्योरेंस कर रहे हैं.गिरोह के सदस्यों द्वारा सस्ते इंश्योरेंस पॉलिसी का लालच देकर व्यवसायिक वाहन जिनका इंश्योरेंस 25 हजार से 30 हजार रूपये तक होता है,उनका इंश्योरेंस फर्जी तरीके से मात्र 05 से 07 हजार रूपये में तैयार कर वाहन स्वामियों को उपलब्ध कराया जाता है.
दुपहिया वाहनों के नाम पर चौपहिया वाहनों का इंश्योरेंस फर्जीवाड़ा
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल के अनुसार गिरफ्तार दोंनो अभियुक्तों से बरामद जाली दस्तावेजों की जब गहनता से जांच की गई तो सैकड़ों वाहनों के फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी को भी बरामद किया गया.जिनका मिलान संबंधित कंपनियों के इंश्योरेंस पॉलिसी से किया गया तो सभी वाहनों के इंश्योरेन्स फर्जी पाए गये. गिरोह के सदस्य फर्जी इंश्योरेन्स पालिसी को इस तरह से तैयार कर रहे थे कि चौपहिया वाहनों को दुपहिया वाहन बताकर उसकी इंश्योरेन्स पाॅलिसी को बड़े चालाकी से संबंधित कंपनियों के इंश्योरेंस पॉलिसी में दर्ज कराया जाता था और उसके पश्चात दुपहिया वाहन में चौपहिया वाहन का नंबर दर्ज करा कर पॉलिसी को एडिट कर दिया जाता था.एसटीएफ ने दोनों गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी के तहत थाना सिविल लाइन रुड़की में मुक़दमा पंजीकृत किया हैं. वही इस गिरोह के अन्य 06 सदस्यों की तलाष की जा रही है..