देहरादून:शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में ट्रैफिक जाम के दौरान योजनाबद्ध तरीके से टप्पेबाजी और लूटपाट करने वाले ठक-ठक गैंग का इन दिनों देहरादून में आतंक जमकर बोल रहा हैं.दून पुलिस ने इसी ठक-ठक गिरोह के तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और मेरठ के रहने वाले इन बदमाशों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त होने वाली होंडा सिटी कार और 06 लाख से अधिक कीमत के एप्पल आईफोन सहित अवैध तमंचा एवं जिंदा कारतूस बरामद किया गया हैं. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार ठग-ठग गैंग का पुराना आपराधिक इतिहास है.गिरोह के सदस्य युसूफ,रिजवान और आदिल का मेरठ यूपी में आर्म्स एवं एनडीपीएस जैसे एक्ट में गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं.
गैंग के गिरफ्तार अभियुक्त:
01: यूसुफ पुत्र शौकत अली निवासी: इस्पात नगर, खुशहाल कालोनी गली नं0 07,लिसाडी रोड थाना लिसाडी गेट मेरठ उ0प्र0 उर्म: 38 वर्ष .
02: रिजवान पुत्र इमरान निवासी: मकबरा डिग्गी, मेहताब सिनेमा, ढोलकी मौहल्ला थाना सदर मेरठ उ0प्र0 उर्म 28 वर्ष .
03: आदिल पुत्र शम्सुद्दीन निवासी: कस्बा गुलावटी बडा मौहल्ला थाना गुलावटी जिला बुलंदशहर उ0प्र0 उर्म 32 वर्ष.
पुलिस खुलासे के मुताबिक पिछले काफ़ी दिनों से धर्मपुर रेड लाइट एरिया से लेकर नेहरू कॉलोनी रिस्पना पुल जैसे आस-पास के चौक चौराहों पर वाहनों से लूटपाट एवं टप्पेबाजी करने वाला गैंग सक्रिय है.दरसल ये गैंग चौक-चौराहों में ट्रैफिक जाम के दौरान योजनाबद्ध तरीके से भीड़ में खड़ी कार के पास आकर अपना पांव गाड़ी के नीच फ़ंसे होने का बहाना बनाकर ड्राइविंग सीट में बैठे चालक को शीशे में ठग ठग कर उल्टा-सीधा कहकर अपनी बातों में उलझाते हैं.वही इसी बच दूसरी तरफ गिरोह के अन्य सदस्य कार की दूसरी ओर गाड़ी के शीशे में लगातार ठग-ठग कर शीशा नीचे उतरवा कर गाड़ी देखकर ना चलने की बात कहते हुए बहस बाजी करते हैं.बस इसी दौरान तीसरा व्यक्ति कार के अंदर रखा हुआ कीमती मोबाइल या अन्य सामान लेकर फरार हो जाता है. ऐसी ही घटना धर्मपुर और नेहरू कॉलोनी रिस्पना पुल के पास एक के बाद एक पिछले दिनों हुई जहां लाखों रुपए की कीमती मोबाइल कार से गायब किए गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इस गिरोह की धरपकड़ कर उत्तर प्रदेश मेरठ बुलंदशहर के शातिर ठग-ठग गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था.
दिल्ली नंबर की लग्जरी कार से घूम घूम कर गैंग घटना को देते थे अंजाम..
पुलिस के अनुसार इस ठग-ठग गैंग को दबोचने के लिए घटनास्थलों के आसपास के स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया. इसी बीच पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि मोथोरावाला क्षेत्र में दिल्ली नम्बर की एक हौंडा सिटी कार में सवार कुछ व्यक्ति एक आईफोन को सस्ते दामों में बेचने का प्रयास कर रहे हैं, जो सम्भवतः नेहरू कालोनी क्षेत्र में हुई टप्पेबाजी की घटना से सम्बन्धित हो सकता है.इसी सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मोथोरावाला क्षेत्र में नौका रोड पर वाहनों की चैकिंग प्रारम्भ की गयी. इसी बीच पुलिस टीम को दिल्ली नम्बर की एक होंडा सिटी कार मोथोरावाला की ओर से आती हुई दिखाई दी, जिसे रोकने का प्रयास करने पर कार चालक द्वारा तेजी से वाहन को मोडकर दूसरी दिशा में भागने का प्रयास किया गया.ऐसे में पुलिस टीम द्वारा पूरे इलाके की घेराबंदी कर कार को दबोच ही लिया.हालांकि कार में सवार तीन व्यक्ति गाड़ी से उतरकर नदी की ओर भागने का प्रयास करने लगे,लेकिन मुस्तैदी और तत्परता दिखाते हुए पुलिस टीम ने तीनों बदमाशों को मौके मौके से पकड़ गिरफ्तार कर लिया.
अपने शौक और नशे को पूरा करने के लिए वारदात को अंजाम:गैंग
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार गैंग से मुख्य सदस्य यूसुफ ने पूछताछ में बताया गया कि गिरफ्तार हुए हम तीनों नशे के आदी हैं. अपने नशे की पूर्ती के लिये टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं.टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देने से पहले हम चौरोहो तथा भीड-भाड वाले स्थानों पर आने-जाने वाली गाडियों पर लगातार नजर रखते हैं.इसके बाद ऐसी गाडी को चिन्हित करते हैं, जिसमें वाहन चालक द्वारा अपना मोबाइल फोन सीट पर रखा हो, उसके बाद हममें से एक आदमी उक्त वाहन के पासे जाकर अपना पैर उसके पहिये के नीचे आने की बात कहकर उससे उसकी गाडी का शीशा खुलवाते हुए उसे अपनी बातों में उलझाते हैं,और इसी बीेच हममें से दूसरा व्यक्ति दूसरी तरफ से जाकर गाडी की सीट पर रखा मोबाइल फोन या अन्य कीमती सामान चोरी कर लेता है.