देहरादून जिलाधिकारी सोनिका के दिशा निर्देश पर रविवार देहरादून शहर के होटल रेस्टोरेंट का मांस की दुकानों सहित खाद्य सामग्री प्रतिष्ठानों में औचक निरीक्षण कर जांच की कार्रवाई की गई.. इस कार्रवाई के दौरान FDA मानकों के अनुसार खाद्य प्रतिष्ठानों में व्यवस्था एवं गुणवत्ता न होने के फलस्वरूप देहरादून FDA (खाद्य सुरक्षा) के वरिष्ठ अधिकारी रमेश सिंह द्वारा 11 प्रतिष्ठानों के चालान करते हुए, आख्या अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सहित जिलाधिकारी को प्रस्तुत की गई..
जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में जिला प्रशासन एवं नगर निगम की टीम द्वारा आज प्रिंस चौक,गांधी रोड, त्यागी रोड, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों में होटल, रेस्टोरेंट, मांस की दुकानों का औचक निरीक्षण किया.तहसीलदार सदर मोहम्मद शाहदाब एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी नगर निगम रमेश सिंह के नेतृत्व में टीम द्वारा जांच अभियान चलाया गया. खाद्य सुरक्षा अधिकारी के अनुसार इस निरीक्षण के दौरान रेलवे स्टेशन के समीप होटल मीडो की किचन में गंदगी पाई गई व मांस भी गंदी अवस्था में रखा पाया गया.साथ ही फूड सेफ्टी लाइसेंस की वैधता समाप्त पाई गई.वही मांस का बिल दिखाने पर बिल प्रस्तुत नहीं किया गया. जिस पर टीम द्वारा दुकान का चालान किया गया.
देहरादून खाद्य सुरक्षा (FDA)के वरिष्ठ अधिकारी रमेश सिंह के मुताबिक जांच कार्यवाही के दौरान तरुण आहूजा रॉयल रेस्टोरेंट में सफाई व्यवस्था असंतोषजनक पाई गई.ऐसे में यहाँ से खाद्य सामग्री का नमूना लिया गया. वही ऋषिपाल मीट की दुकान पर लाइसेंस पाया गया.लेकिन सफाई व्यवस्था असंतोषजनक पाई गई..उधर पंजाबी ढाबा प्रिंस चौक पर निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान पर लाइसेंस पाया गया.किंतु मेडिकल एवं वॉटर टेस्टिंग रिपोर्ट नहीं पाई गई.इसके अतिरिक्त सफाई का स्तर भी असंतोषजनक पाया गया.शमशेर सिंह मीट की दुकान पर नाही लाइसेंस पाया गया और नाही सफाई व्यवस्था संतोषजनक पाई गई..वही रॉयल मुरादाबादी बिरयानी (ईदगाह)पर लाइसेंस की वैधता समाप्त पाई गई.लेकिन सफाई व्यवस्था भी असंतोषजनक पाई गई. होटल सिद्धार्थ पैराडाइज में वेस्ट कंट्रोल सर्टिफिकेट नहीं पाया गया.साथ ही मांस का बिल भी प्रस्तुत नहीं कर पाए. अमृतसरी फिश कॉर्नर में भी लाइसेंस नहीं पाया गया और सफाई व्यवस्था भी असंतोषजनक पाई गई..वही पनीर सैंपल का नमूना लिया गया. पंजाबी रसोई में लाइसेंस नहीं पाया गया.और सफाई व्यवस्था भी असंतोषजनक पाई गई. मांस का बिल भी उपलब्ध नहीं करा पाए. येलो चिल्ली रेस्टोरेंट में लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर पाए और सफाई व्यवस्था भी असंतोषजनक पाई गई. मांस का बिल भी उपलब्ध नहीं करा पाए.
FDA अधिकारी के अनुसार अनमोल ट्रेडिंग द्वारा लाइसेंस प्रस्तुत नहीं किया गया और साथ कॉफी,चॉकलेट पाउडर ग्रीन टी आदि सामग्री एक्सपायर पाई गई..FDA टीम द्वारा अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल जांच के लिए एकत्र किए गए.FDA अधिकारी रमेश सिंह के अनुसार औचक निरक्षण के दौरान अधिकांश प्रतिष्ठानों में अनियमितताएं पाए जाने पर सभी के चालान किए गए और नियम अनुसार कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकारी को आख्या प्रस्तुत की गई..
पनीर विक्रेताओं को ख़रीदारी का बिल लेना अनिवार्य
देहरादून खाद्य सुरक्षा (FDA)के वरिष्ठ अधिकारी रमेश सिंह ने बताया कि सभी दुग्ध एवं डेयरी प्रतिष्ठानों को पनीर खरीदने का बिल लेना अनिवार्य है. ताकि पनीर में किसी तरह की भी शिकायत आने पर पनीर सप्लाई और डिलीवरी करने वाले तक कार्यवाही के लिए पहुँचा जा सके..