देहरादून: भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ियों को लेकर कचहरी परिसर स्थित शहीद स्थल में चल रहे धरना प्रदर्शन को आखिरकार समाप्त कर दिया गया.बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाबी पवार ने जेल से जमानत पर रिहा हुए अपने साथियों के साथ शहीद स्थल पहुंचकर पहले कई दिनों से धरना प्रदर्शन पर बैठे अपने समर्थकों का माल्यार्पण कर आभार प्रकट किया.इसके बाद उन्होंने कोर्ट आदेश का हवाला देते हुए शहीद स्थल से धरना समाप्त करने की बात कही.हालांकि बाबी पंवार ने अपने समर्थकों को संबोधन करते हुए प्रदेशव्यापी आंदोलन को निर्णायक मोड़ तक ले जाने का आह्वान भी किया. इसी बीच धरना प्रदर्शन में बैठे समर्थकों ने भर्ती परीक्षाओं को लेकर एक बार फिर सीबीआई मांग में अपनी हठधर्मिता को दोहराया. ऐसे में बॉबी ने कहा की जांच सहित सभी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा. जिला प्रशासन द्वारा जिस स्थल की अनुमति मिलेगी वही से आगे का आंदोलन जारी रहेगा..
सीबीआई जांच पर अड़े प्रदर्शनकारी
ख़बर विस्तार: कोर्ट प्रक्रिया के अनुसार शुक्रवार बेल बॉन्ड (बंधपत्र) पर हस्ताक्षर करने के लिए अदालत (CJM)पहुंचे उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाबी पंवार ने कहा कि उनके आंदोलन की जो मांग हैं वह न सिर्फ पूरी तरह से जायज हैं,बल्कि प्रदेश और छात्रों के हित में भी हैं. हालांकि शासन-प्रशासन ने अभी तक उनकी मांगों पर पूरी तरह से संज्ञान नहीं लिया. जिसके कारण नौजवानों ने सत्याग्रह आंदोलन जारी हैं.बाबी के अनुसार शासन-प्रशासन ने उनके सत्याग्रह को कुचलने का प्रयास किया.यही कारण रहा कि युवाओं का आक्रोश सड़कों पर उतरा जिसके बाद जगजाहिर घटनाएं हुई.बाबी ने कहा कि पुलिस ने 13 युवाओं को जेल यात्रा करवाई.लेकिन उनके समर्थक साथियों ने जो संघर्ष किया वह काबिलेतारीफ है. जिसके लिए वो सबका माल्यार्पण करते हुए आभार प्रकट करते हैं. कोर्ट औपचारिकता के बाद शहीद स्थल पहुंचे बॉबी पवार ने धरना प्रदर्शन में बैठे सभी साथियों का अभिवादन करते हुए अपने संबोधन में कहा कि मांगों को लेकर आगे भी सत्याग्रह की तरह आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि इस बीच बाबी के समझाने के बावजूद धरना प्रदर्शन समर्थकों में मतभेद जारीरहा,जिसके चलते धरना प्रदर्शन के लोगों में एकजुटता नहीं दिखी. इसके बावजूद बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाबी ने कहा कि प्रदेश व्यापी सभी समर्थकों के साथ एक साथ बैठकर आगे आंदोलन की रुपरेखा फिर से तैयार होगी.उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को निर्णायक आंदोलन बनाया जाएगा. जब तक सरकार सीबीआइ जांच के आदेश जारी नहीं करती तब तक वह लड़ाई लड़ते रहेंगे.
पथराव-लाठीचार्ज के बाद आंदोलन का घटनाक्रम
बता दें कि उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं गड़बड़ी को लेकर 09 फरवरी 2023 को हुए आंदोलन में पत्थरबाजी व लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने बाबी पंवार समेत 13 युवाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा.इसके अगले ही दिन बाबी पंवार की रिहाई और अन्य मांगों को लेकर कुछ युवा देहरादून कचहरी परिसर शहीद स्मारक पहुंच गए थे.जहाँ उन्होंने व धरना शुरू कर दिया.हालांकि बारी-बारी से उन्हें कई दौर में अधिकारियों और अन्य लोगों सहित जिलाधिकारी द्वारा का समझाने का प्रयास किया.लेकिन युवा वहां से उठने को तैयार नहीं हुए.ऐसे में आखिरकार जब बाबी पंवार सहित 13 आरोपियों को न्यायालय ने सशर्त जमानत दी गई.कोर्ट की शर्त थी कि जमानत मिलने वाले सभी आरोपी बिना प्रशासन अनुमति के चल रहे किसी आंदोलन में भाग नहीं लेंगे.और ना ही किसी उग्र आंदोलन का हिस्सा होंगे.इसके साथ ही आरोपी पुरे मामले में पुलिस जांच का सहयोग करेंगे.इसी क्रम बाबी पंवार शुक्रवार को अपने अन्य साथियों के साथ जमानत की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए न्यायालय पहुंचे.इसके बाद पंवार के अधिवक्ताओं ने शहीद स्मारक पर जाने का आग्रह कोर्ट से किया तो पुलिस भी सतर्क हो गई. हालांकि सीजेएम कोर्ट ने कहां की बेशक बाबी धरना स्थल जा सकते हैं,लेकिन तत्काल ही वहां चल रहे धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को समाप्त कराए. कोर्ट के इस आदेश के बाद बाबी पंवार व उनके 12 साथी धरना स्थल पर गए और युवाओं को माल्यार्पण के साथ आभार प्रकट कर समझाने का प्रयास किया. मगर युवाओं ने यह कहते हुए धरने से उठने को मना कर दिया कि उनकी CBI जांच सहित अभी अन्य मांगे पूरी नहीं हुई है. लिहाजा वह नहीं उठेंगे.इसके बावजूद बाबी पंवार ने युवाओं के साथ शहीद स्मारक पर ही बैठक की. करीब एक घंटे तक बैठक हुई, जिसमें बाद वहां से उठने और आंदोलन को जारी रखने पर मनाया गया. बेरोजगार संघ के अनुसार अब निर्णायक आंदोलन की तैयारी की जा रही है.इसके लिए प्रदेश व्यापी सभी समर्थकों से बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. फिर शासन प्रशासन से कार्यक्रम स्थल की अनुमति मिलने के बाद आंदोलन जारी रखा जाएगा.