देहरादून: आम,पपीता,तरबूज और केले जैसे तमाम फलों को प्रतिबंधित दवाओं से पकाने और फलों में इंजेक्शन लगाकर ग्राहकों के सेहत से खिलवाड़ करने की शिकायत लगातार सोशल मीडिया के जरिए प्रसारित करने के मामले में त्वरित एक्शन लेते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) देहरादून टीम ने मंगलवार निरंजनपुर फल मंडी सहित आराघर,नेहरू कॉलोनी व 6 नंबर पुलिया में सुबह-सवेरे छापा मारा.हालांकि On the Spot किये गए प्रारंभिक जांच में FDA के अनुसार किसी भी फल में ऐसी कोई शिकायत नहीं पाई गई,जिसमें प्रतिबंधित Calcium carbide से फलों को पकाने और उसमें कलर देने वाला इंजेक्शन लगाने का विषय सामने आया हो.. लेकिन इसके बावजूद FDA टीम द्वारा अलग-अलग 09 फलों के सैंपल एकत्र कर उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा हैं..
FDA के वरिष्ठ अधिकारी रमेश सिंह ने बताया कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर इस तरह की भ्रम फैलाने वाली खबरें प्रसारित की गई, जिनमें बताया गया कि कई तरह के फलों को पकाने के लिए प्रतिबंध Calcium carbide का इस्तेमाल कर उनमें कलर देने का इंजेक्शन लगाया जा रहा है,लेकिन मंगलवार निरंजनपुर सब्जी मंडी के अलग-अलग थोक और रिटेल विक्रेताओं के यहां On the Spot जांच करने पर ऐसी कोई बात सामने नहीं आई.लेकिन इसके बावजूद जो अलग-अलग फल-आम,पपीता,केला,तरबूज,खरबूज जैसे 09 सैंपल एकत्र कर उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है.
फलों को पकाने में इस्तेमाल होने वाला प्रमाणित ऐथेलीन पाया गया: FDA
वरिष्ठ अधिकारी रमेश सिंह ने यह भी बताया कि प्रारंभिक जांच में फलों को पकाने के लिए इस्तेमाल होने वाला ऐथेलीन प्रयोग में पाया गया हैं,जिसे भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा प्रमाणित किया गया है..ऐसे में इस विषय को लेकर कुछ खबरें सोशल मीडिया पर जनता को भ्रमित करने के लिए प्रसारित की गई है.FDA देहरादून टीम की कार्रवाई में अभिहित अधिकारी मुख्यालय मनीष सयाना,वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी देहरादून रमेश सिंह, मण्डी उप निरीक्षण आदि मौजूद रहे..