देहरादून में रिश्तेदारों के नाम बैंक खाता खुलवाकर करोडों की ऑनलाइन फाइनैंशल धोखाधड़ी का पर्दाफ़ाश,दून पुलिस ने गिरोह के 02 शातिर अपराधियों को लुधियाना से किया गिरफ्तार,नाइजीरियन मास्टरमाइंड सहित अन्य लोगों की तलाश तेज..

देहरादून पुलिस ने पंजाब (लुधियाना) के एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है जो देहरादून में अपने रिश्तेदारों के नाम पर बैंक खाते खुलवाकर उसमें करोड़ों की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन साइबर धोखाधड़ी को अंजाम देते थे.पुलिस ने इस गिरोह के 02 अभियुक्तों को  लुधियाना (पंजाब) के अंतर्गत थाना हैबोवाल सुरेंद्र पार्क और संधू नगर निवास स्थान से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्त में आए दोनों अभियुक्तों के कब्जे से अलग-अलग बैंकों की पासबुक सहित एटीएम, पैन कार्ड एवं मोबाइल सिम कार्ड जैसे काफी सारे एविडेंस बरामद हुए है. पुलिस खुलासे के अनुसार इस पूरे गैंग को संचालित करने वाला मास्टरमाइंड एक नाइजीरियन व्यक्ति हैं,जिसको ब्लैकफिश के नाम साइबर फ्रॉड की दुनिया में लोग जानते हैं.पुलिस की पकड़ से दूर चल रहे इस नाइजीरियन व्यक्ति से देशभर में अनगिनत ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले लोग जुड़े हैं. नाइजीरियन ब्लैकफ़ीस अपने नेटवर्क के माध्यम से ही ऑनलाइन फाइनैंशल फ्रॉड ट्रांजैक्शन का करोड़ों रुपया अलग-अलग बैंक खाते में ट्रांसफर कर गिरोह चलाता है.पुलिस नाइजीरियन सहित उसके गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है. पुलिस खुलासे के अनुसार अभी इस गैंग की शुरुआती जानकारी मिली है. उम्मीद जताई गई है कि जांच पड़ताल में अभी कई अन्य लोग भी गिरफ्तार होंगे.जिससे कई साइबर फाइनैंशल फ्रॉड होने वाले अन्य संदिग्ध बैंक अकाउंट के भी जानकारी सामने आएगी.

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून में हुंकार भरी रैलियों को SSP दून ने खुद मोर्चा संभाल सकुशल-शांतिपूर्ण संपन्न कराया…
बाइट:दलीप सिंह कुँवर,DIG/SSP देहरादून.

नाम/पता गिरफ्तार अभियुक्त..

01: गुरमीत सिंह उर्फ सूरज पुत्र बलविंदर सिंह निवासी मकान नंबर 5657 नियर आईपीएस स्कूल संधू नगर थाना हैबोवाल जिला लुधियाना पंजाब उम्र 27 वर्ष.

02: आशीष मसीह पुत्र नरेश मसीह निवासी ब्लॉक 34 2098 सुरेंद्र पार्क थाना हैबोवल लुधियाना उम्र 33 वर्ष.

दर्जनभर से अधिक अन्य संदिग्ध बैंक खातों की भी जांच पड़ताल.

ऑनलाइन बैंक ट्रांजैक्शन करा करोड़ों रुपये की साइबर धोखाधड़ी करने वाले इस गिरोह का खुलासा करते हुए देहरादून एसएसपी ने बताया कि फिलहाल देहरादून स्थित केनरा बैंक में खोले गए 02 संदिग्ध बैंक एकाउंट जांच पड़ताल के दायरे में आये हैं.इनमें से एक खाते में 17 मई 2023 से 23 जून 2023 तक कुल 38 लाख 23000 रुपए और दूसरे खाते में 31 मई 2023 से 30 जून 2023 तक ऑनलाइन फाइनेंसियल साइबर फ्रॉड का कुल 19लाख 6 हजार 985 रुपए का लेन-देन हुआ है.पुलिस जांच-पड़ताल के अनुसार अभी ऐसे 1 दर्जन से अधिक संदिग्ध बैंक खातों की जानकारी भी सामने आ रही हैं, जिनमें ऑनलाइन फाइनेंशियल्स  धोखाधड़ी की जाल में फंसे लोगों का रुपया ट्रांसफर कर गिरोह संचालित हो रहा हैं. पुलिस खुलासे के मुताबिक इस संदिग्ध बैंक अकाउंट की जानकारी देहरादून केनरा बैंक अधिकारी द्वारा ही थाना कैंट पुलिस को दी गई थी.जिसके बाद जांच पड़ताल होने पर ऑनलाइन फाइनैंशल धोखाधड़ी के गैंग का खुलासा हुआ.

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में मानसून की दस्तक,मौसम विभाग ने किया अलर्ट जारी.. चार धाम यात्रा में पुलिस तंत्र को किया गया सतर्क:DGP..

 बाहरी लोगों को प्रलोभन देकर उनके नाम खुलवाए जाते हैं संदिग्ध बैंक अकाउंट..

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि इन्होंने देहरादून चुक्कूवाला निवासी अपने रिश्तेदार शुभम और शिवम के नाम से केनरा बैंक में दो अलग अलग खाते खुलवाए थे. दोनों अकाउंट में सभी तरह की जानकारी शुभम और शिवम के नाम पर ही दी गई.लेकिन उसमें मोबाइल नंबर लुधियाना निवासी गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना दिया.ताकि बैंक से जुड़ी कनेक्शन मैसेज ओटीपी सभी तरह की जानकारी उनके पास पहुंचे. इसी तरह अन्य जगह भी इस गिरोह द्वारा बाहरी लोगों के नाम पर बैंक खाता खुलवा कर नाइजीरियन मास्टरमाइंड साइबर फ्रॉड गिरोह के पास रुपये पहुँचते हैं.गिरफ्तार गिरोह के दोंनो अभियुक्तों से पूछताछ में यह भी पता चला कि प्रत्येक बैंक अकाउंट दूसरों के नाम से खुलवाने के लिए खाताधारक को इंसेंटिव के रूप में ₹18000 ये लोग देते हैं.इसी तरह गिरोह अलग-अलग शहरों में अपने जान पहचान और रिश्तेदारों के यहां जाकर खनन ठेकेदारी जैसे  बड़े बिजनेस का हवाला देकर उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों से बैंक अकाउंट खुल आते हैं. इस काम के लिए उनको पैसा भी दिया जाता है. इसी तरह सभी संदिग्ध बैंक अकाउंट में गिरोह के लोग मोबाइल नंबर अपना अपलोड कर आते हैं. ताकि किसी भी तरह की बैंक से जुड़ी ऑनलाइन मैसेज ओटीपी और ट्रांजैक्शन की जानकारी उनको मिलती रहे.और इसी तरह इन संदिग्ध बैंक खातों में फाइनेंसियल ऑनलाइन फ्रॉड में शिकार हुए लोगों का पैसा ट्रांसफर किया जाता है.उसके बाद मास्टरमाइंड नाइजीरियन करोड़ों रुपए का मोटा हिस्सा अपने पास रख बाकी की धनराशि गैंग के लोगों में देता हैं. फिलहाल पुलिस मास्टरमाइंड सहित गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है. ताकि देश भर में फैले इस शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया जा सके.

यह भी पढ़ें 👉  लोकसभा चुनाव मतदान: सहसपुर विधानसभा के अंतर्गत कारबारी ग्रांट पोलिंग बूथ में इन वयोवृद्ध वोटर ने मतदान कर दिया नौजवानों को दिया संदेश.बोले-जब तक जीवन रहेंगे,तब तक नए भारत निर्माण में वोट की भागीदारी रहेंगी…

खबर सनसनी डेस्क

उत्तराखण्ड की ताज़ा खबरों के लिए जुड़े रहिए खबर सनसनी के संग। www.khabarsansani.com

सम्बंधित खबरें