गुप्ता बंधुओ की कारगुज़ारी पर उत्तराखंड पुलिस पड़ी भारी…

CBI जांच की मांग पर DGP बोले पुलिस की निष्पक्ष जांच के बावजूद अगर सीबीआई जांच चाहिए तो हमें ऐतराज नहीं…

देहरादून: किसी ने ठीक ही कहा है..”जब भी किसी “स्वघोषित” बड़े नाम वाले व्यक्ति पर “पुलिस के रूप में शनि की दशा” आती है तो वो बिन पानी मछली की तरह बचने के लिए अपना हर दांव आजमाता है…इसका ताज़ा उदाहरण उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हाल में हुए एक आत्महत्या और उसके बाद हुई पुलिसिया कार्यवाही के परिपेक्ष में ठीक सामने आया हैं.

यह भी पढ़ें 👉  कूटरचित दस्तावेज तैयार कर हाईवे निर्माण भूमि आधिग्रहण मुआवजा हड़पने का मामला.. कम्युनिस्ट और कांग्रेस नेताओं के अलावा विकासनगर पटवारी सहित 07 आरोपियों के खिलाफ एक साथ 03 मुक़दमें दर्ज..कोर्ट के आदेश पर कानूनी शिकंजा..

 बीते 24 मई 2024 को देहरादून के नामी बिल्डर सत्येंद्र सिंह साहनी उर्फ बाबा ने आठवीं मंज़िल से कूदकर आत्महत्या कर ली और अपने सुसाइड नोट में गुप्ता बंधुओं में से एक अजय गुप्ता और उनके बहनोई अनिल गुप्ता द्वारा की गई मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना को अपनी मौत का कारण बताया…ऐसे में सुसाइट नोट के आधार पर प्रारंभिक पूछताछ के उपरांत पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर आरोपी अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.इधर दो दिन बाद सोमवार को जब जेल में बंद आरोपियों की जमानत कोर्ट द्वारा निरस्त कर दी गई तो “स्वनामधन्य” गुप्ता बंधु इतने अधिक परेशान हो गए कि सूत्रों के अनुसार उन्होंने उत्तराखंड पुलिस पर ही एक तरफा पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगा दिया और केस को CBI को देने की गुहार करने लगे…..

यह भी पढ़ें 👉  Video: *आग का तांडव,आंखों के सामने खाक हुआ आशियाना* मोरी में मकान में लगी आग,घर मे रखा सामान स्वाहा ..

पुलिस की निष्पक्ष जांच के बावजूद अगर सीबीआई जांच चाहिए तो हमें ऐतराज नहीं:DGP

उधर CBI जांच के जवाब में DGP उत्तराखंड ने भी कहा कि पुलिस निष्पक्ष व पारदर्शी जांच के लिये कटिबद्ध हैं, इसके बावजूद अगर सीबीआई जांच चाहिए तो हमें ऐतराज नहीं.दोनों पक्षों में से कोई भी लिखकर दे..उसे शासन में भेज दिया जाएगा..शासन की इसमें मंजूरी होगी तो ये भी हो जाएगा..

यह भी पढ़ें 👉  डकैती कांड में दून पुलिस को मिली पहली सफलता..बिहार से 02 अभियुक्त गिरफ्तार..गिरोह को फंडिंग और वर्चुअल फोन के साथ लॉजिस्टिक मुहैया कराने की जिम्मेदारी..सबूतों के आधार पर बिहार-मध्य प्रदेश में ताबड़तोड़ दबिश जारी..

बहराल अब देखना ये हैं कि गुप्ता बंधुओं की इस CBI मांग का शासन क्या जवाब आता है!! पर इस घटनाक्रम को देखकर ये जरूर कहा जा सकता है कि मामला बेहद गर्म हैं, इसलिए इसमें अभी और “गरम मसाला” डालने की गुंजाइश नजर आती है!!

परमजीत सिंह लाम्बा

संपादक - खबर सनसनी

सम्बंधित खबरें