JE/AE परीक्षा पेपर लीक गड़बड़ी प्रकरण में हरिद्वार SIT चौथी गिरफ्तारी के रूप में रुड़की स्थित एक कोचिंग इंस्टिट्यट मालिक को मुख्य अभियुक्त आरोप में गिरफ्तार किया हैं. गिरफ्त में आए अभियुक्त विवेक कुमार के कब्जे से 2 लाख नगद और अभ्यर्थियों से वसूले गए ब्लैंक चेक सहित कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया गया हैं.
SIT के अनुसार पेपर लीक से जुड़े नकल माफियाओं और इस संदिग्ध कोचिंग सेंटर के मालिक विवेक कुमार उर्फ विक्की पुत्र जयपाल सिंह के गठजोड़ का भी इस गिरफ्तारी से खुलासा हुआ है.जांच पड़ताल में पता चला की गिरफ्तार अभियुक्त विवेक कुमार न सिर्फ़ परीक्षा प्रश्न लीक कराकर अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलता था.बल्कि किसी कारणवश अभ्यर्थियों का चयन न होने पर पूरी परीक्षा निरस्त कराने का खेल भी नकल माफियाओं की सांठगांठ से करता था.परीक्षा निरस्त कराने के लिए फंडिंग वालें कुछ छात्रों के बयानों में भी SIT को अहम जानकारी प्राप्त हुई है.यही कारण रहा कि गिरफ्तार कोचिंग इंस्टीट्यूट मालिक के संपर्क में कुछ छात्र संगठनों के लोग भी छानबीन के सामने आए हैं.SIT इन्वेस्टिगेशन के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ कि परीक्षाएं निरस्त होने पर छात्र कथित कोचिंग सेंटरों में साल भर एडमिशन लेते रहते हैं.ताकि कोचिंग सेंटर के गोरखधंधे से अगली परीक्षा पेपर लीक में पास कर ली जाए.. एसआईटी का नेतृत्व कर रहे हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि परीक्षा पेपर लीक मामले में किसी भी आरोपित व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
गिरफ्तार अभियुक्त:
1. विवेक कुमार उर्फ विक्की पुत्र जयपाल सिंह, निवासी ग्राम चुड़ियाला, थाना भगवानपुर, हरिद्वार. हाल संचालक (जीनियस )zenious कोचिंग इंस्टीट्यूट.
हरिद्वार एसआईटी के मुताबिक पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर परीक्षा प्रश्न लीक आउट करने में विवेचना के दौरान प्रकाश में आए मुख्य अभियुक्त कोचिंग सेंटर संचालक विवेक ऊर्फ विक्की की गिरफ्तार सुनिश्चित की गई है. प्रारंभिक पूछताछ में अभियुक्त ने बताया गया कि वह वर्तमान में रुड़की में जीनियस नाम से कोचिंग सेंटर संचालित करता है.इस सेंटर में JE में परीक्षार्थियों को परीक्षा की तैयारी कराई जाती हैं.एसआईटी की पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ कि आरोपी विवेक कुमार अधिक रुपये कमाने के लालच में पेपर लीक करने वाले गिरोह में शामिल होकर कुछ अभ्यर्थी से पेपर देने के एवज में 19 लाख रुपए तय किए. जिनसे एडवांस के तौर पर कुछ धनराशि नकद और बाकी के ब्लैंक चेक लिए गए..वही पेपर लीक के नाम पर वसूली गई अवैध धनराशी में से कोचिंग सेन्टरों में LED जैसे सामान लगाए गए हैं. जिनका मुल्य करीब 8.5 लाख पाया गया हैं.
हरिद्वार देहरादून सहित यूपी बॉर्डर के कोचिंग सेंटर भी रडार पर:SIT
SIT जांच अनुसार हरिद्वार देहात क्षेत्र और देहरादून के कुछ संदिग्ध कोचिंग सेन्टर भी SIT के रडार पर हैं. वही यूपी बॉर्डर पर भी कुछ नकल सेंटरों को खोज निकाला गया है.वही दूसरी तरफ आरोपित इंस्टीट्यूट के संपर्क में आए छात्र संगठनों द्वारा परीक्षा लीक प्रकरण में पुनः परीक्षा के लिए गोपनीय सहयोग की बात भी प्रकाश में आयी हैं.अभियुक्त द्वारा पूछताछ में बताया गया कि अगर मेरी कोचिंग सेंटर से ज्यादा परीक्षार्थी सेलेक्ट होंगे तभी मेरे कोचिंग का नाम होगा.और इस कारण ज्यादा से ज्याद अभ्यर्थी मेरे कोचिंग सेंटर पर आएंगे. गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में इस बात को भी कबूला की अगर मेरे सेंटर से परीक्षार्थी सेलेक्ट नहीं होते हैं तो हम परीक्षा रद्द कराने के लिए पैसा देकर धरना प्रदर्शन भी करा देते है..