रायपुर क्षेत्र में स्थित परीक्षा केन्द्र में छापेमारी कर गिरोह के 02 सदस्यों को किया गिरफ्तार
अभियुक्तों के कब्जे से 01 लैपटॉप, 03 मोबाइल फोन व परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड सहित अन्य दस्तावेज हुए बरामद..
अभियुक्तों द्वारा परीक्षा केन्द्र में पूर्व से ही सर्वर रूम के माध्यम से कुछ सिस्टमों का लिया गया था एक्सेस..
सर्वर रूम से ही पेपर सॉल्वर के माध्यम से परीक्षार्थियों के पेपर को ऑनलाइन सॉल्व कर करते थे सबमिट..
देहरादून:ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल व धोखाधडी पर प्रभावी अंकुश लगाते हुए नकल माफियाओं के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत SOG देहरादून और मेरठ STF की संयुक्त टीम ने ऑनलाइन इंजीनियरिंग इंट्रेंस परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भण्डाफोड कर गैंग के 02 सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं..देहरादून के रायपुर क्षेत्र में स्थित परीक्षा केन्द्र में छापेमारी कर गिरफ्तार किये गए नकल माफियाओं के कब्जे से 01 लैपटॉप,03 मोबाइल फोन व परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड सहित अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं.नकल अभियुक्तों द्वारा परीक्षा केन्द्र में पूर्व से ही सर्वर रूम के माध्यम से कुछ सिस्टमों का एक्सेस लिया गया था.ऐसे में वे लोग सर्वर रूम से ही पेपर सॉल्वर के माध्यम से परीक्षार्थियों के पेपर को ऑनलाइन सॉल्व कर उसे सबमिट करते थे.पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में गिरोह के सरगना कुलवीर,जो हरियाणा का रहने वाला हैं,और बिजनौर निवासी गौरव का नाम प्रकाश में आया हैं.ऐसे में दोनों वांटेड मास्टरमाइंड अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं.
मेरठ STF को मिली थी देहरादून स्थित कुछेक संस्थानों में नकल कराने की गोपनीय जानकारी..
जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल 2024 को STF मेरठ की टीम से देहरादून के कुछ संस्थानों में नकल माफियाओं द्वारा आनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को नकल कराये जाने के विषय में गोपनीय जानकारी मिली थी.इसी सूचना के आधार पर STF मेरठ की टीम से समन्वय स्थापित करते हुए 27 अप्रैल 2024 को SOG देहरादून और एसटीएफ मेरठ (उत्तर प्रदेश) की संयुक्त टीम द्वारा देहरादून के सहस्त्रधारा रोड स्थित Edu Choice Consultancy नाम के कन्सल्टेंसी लैब में दबिश दी गई,जहां पर बीते 20 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच Vellore Institute of Technology (Private university in Vellore) Tamil Nadu की आनलाइन इन्ट्रेंस परीक्षा भी आयोजित की गई थी. छापेमारी की कार्यवाही के दौरान पुलिस टीम को मौके पर 02 व्यक्ति, 1- जितेश कुमार पुत्र रामबाबू सिन्हा निवासी ग्राम पोस्ट अत्री थाना रुन्नी सैदपुर जिला सीतामढ़ी हाल निवासी सहस्त्रधारा रोड डंडा लाखोंड आईटी पार्क देहरादून 2- राहुल कुमार पुत्र अंजनी कुमार ठाकुर निवासी अघोरिया बाजार प्रोफ़ेसर कॉलोनी थाना काज़िमोहम्मदपुर जिला मुज़्ज़फ़्फ़रपुर बिहार हाल निवासी हाउस नंबर – 04 रुद्राक्ष एन्क्लेव डंडा लाखोंड आईटी पार्क देहरादून मौजूद मिले.इन दोनों अभियुक्तों से तलाशी में पुलिस टीम को उनके पास से मोबाइल फोन, लैप टॉप व दिनांक: 20 से 25 अप्रैल तक आयोजित की गई परीक्षा मे सम्मिलित कुछ परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड और उनके एप्लीकेशन नम्बर लिखी हुई आनलाइन एक्जाम की डिस्प्ले की फोटो कॉपी बरामद हुई.इस नकल के सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर अभियुक्तों द्वारा उक्त परीक्षा में अभ्यर्थियों के सिस्टम का सर्वर रूम से एक्सेस प्राप्त कर आनलाइन पेपर साल्व करवाने की बात स्वीकार की गई. दोनों अभियुक्तों को पुलिस द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया. अभियुक्तों के पास से बरामद मोबाइल, इलेक्ट्रानिक उपकरण व परीक्षार्थियों से सम्बन्धित दस्तावेजों को कब्जे में लिया गया. उक्त प्रकरण के सम्बंध में मेरठ एसटीएफ की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर अभियुक्त राहुल कुमार, जितेश कुमार, कुलवीर तथा गौरव यादव के विरूद्व थाना रायपुर में धारा 66डी, आई0टी0 एक्ट तथा 420,467,468,471, 120(बी) IPC के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया..
एक पेपर सॉल्व कराने के एवज़ में एक से डेढ़ लाख रुपये वसूले जाते हैं..
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में अभियुक्त जीतेश द्वारा बताया गया कि वह सहस्त्रधारा रोड पर Edu. Choice Consultancy नाम से आफिस चलाता है.जबकि राहुल उसके ऑफिस का सारा काम देखता हैं. वे दोनों हरियाणा निवासी कुलवीर और बिजनौर निवासी गौरव के लिये काम करते हैं. कुलवीर की सेंट जेवीयर स्कूल कैनाल रोड के पास आनलाइन एक्जामिनेशन नाम से एक लैब हैं.जबकि गौरव यादव और राहुल विभिन्न संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिये छात्रों से सम्पर्क कर उन्हें उक्त परिक्षाओं का फार्म भरवाकर एडमिट कार्ड उपलब्ध करवाते है.इसके पश्चात गौरव, कुलवीर के साथ मिलकर विभिन्न लैबों से बातचीत कर परीक्षार्थियों के ऑनलाइन परीक्षा के दौरान पेपर सॉल्व करवाते हैं.इसके लिये वे अलग-अलग लैबो में कुछ कम्प्यूटर सिस्टम का सर्वर रूम के माध्यम से पूर्व में ही एक्सेस ले लेते है.जिन परीक्षार्थियों के पेपर सॉल्व करवाने होते हैं,उन्हें पूर्व में एक्सेस लिये गये कम्प्यूटर सिस्टम पर बैठाया जाता हैं.और फिर सर्वर रूम में बैठकर पेपर सॉल्वर द्वारा एनी डेस्क सॉफ्टवेयर के माध्यम से सिस्टम का एक्सेस लेकर उनके ऑनलाइन पेपर सॉल्व कर वहीं से सबमिट किये जाते हैं..इस दौरान पेपर सॉल्वर बीच-बीच में ऑनलाइन पेपर के स्क्रिन शॉट बाहर बैठे व्यक्तियों व परीक्षार्थियों को भी भेजते रहता हैं,जिससे उन्हें पेपर सॉल्व होने की जानकारी मिलती है..पेपर सॉल्व करवाने के एवज में वे अभ्यर्थियो से 01 से डेढ लाख रुपये तक की रकम वसूल की जाती हैं.इसी रकम की एकत्र बाद में गिरोह के लोग आपस में बांट लेते हैं..
गिरफ्तार अभियुक्तः–
1- जितेश कुमार पुत्र रामबाबू सिन्हा निवासी ग्राम पोस्ट अत्री थाना रुन्नी सैदपुर जिला सीतामढ़ी हाल निवासी सहस्त्रधारा रोड डंडा लाखोंड आईटी पार्क, देहरादून..
2- राहुल कुमार पुत्र अंजनी कुमार ठाकुर निवासी अघोरिया बाजार प्रोफ़ेसर कॉलोनी थाना काज़िमोहम्मदपुर जिला मुज़्ज़फ़्फ़रपुर बिहार हाल निवासी हाउस नंबर – 04 रुद्राक्ष एन्क्लेव डंडा लाखोंड आईटी पार्क देहरादून..
वांछित अभियुक्त:
01: कुलवीर, निवासी हरियाणा..
02: गैारव यादव, निवासी बिजनौर
बरामदगी :-
1- 01 लैपटॉप
2- 03 मोबाइल फोन
3- 04 एडमिट कार्ड
4- 04 परिक्षार्थियों के ऑनलाइन एक्जाम की डिस्प्ले की फोटोकॉपी..