
एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा साइबर अपराधियों की धरपकड़ एवं प्रभावी कार्यवाही हेतु चलाया जा रहा है एक विशेष अभियान “ऑपरेशन प्रहार”
•ऑपरेशन प्रहार से सम्पूर्ण भारत वर्ष में छिपे बैठे साइबर अपराधियों पर गिरेगा उत्तराखण्ड पुलिस का कहर
• ऑपरेशन प्रहार से सम्पूर्ण भारत वर्ष में छिपे बैठे साइबर अपराधियों पर गिरेगा उत्तराखण्ड पुलिस का कहर
• देश में पहली बार साइबर अपराधियों के विरुद्ध होगी इतने वृहद स्तर पर कार्रवाई
• उत्तराखण्ड के साइबर थानों में दर्ज 200 से अधिक साइबर अपराधों में 337 शातिर अपराधियों को किया गया चिन्हित
• ऑपरेशन प्रहार के प्रथम चरण में 17 राज्यों के 272 संदिग्ध अपराधियों एवं द्वितीय चरण में 12 राज्यों के 65 अपराधियों का सत्यापन कर उनके विरुद्ध ठोस विधिक कार्रवाई की जायेगी।
• सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे इन सैकडों साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही एवं धरपकड के लिए कुशल पुलिस कर्मियों की टीमें बहुत ही जल्द होंगी रवाना ..
• उत्तराखण्ड पुलिस के इस विशेष अभियान “ऑपरेशन प्रहार” के कहर से अब नहीं बच पायेंगे शातिर से शातिर अपराधी..
देहरादून: मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी के VISION सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण” के अन्तर्गत पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड दीपम सेठ के दिशा निर्देशन में साईबर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कर लगातार समीक्षा जारी हैं..उक्त दिशा निर्देशों के क्रम में नवनीत सिंह,एसएसपी STF उत्तराखण्ड द्वारा राज्य में बढ़ते साइबर खतरों से निपटने के लिए सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपकर उत्तराखण्ड राज्य में साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर साइबर अपराधियों की धरपकड एवं उनके विरुद्ध कडी से कडी कार्यवाही करने हेतु राज्य सरकार एवं पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड के दिशा निर्देशन एवं मार्गदर्शन में चलाये जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये बताया कि- इसके लिये साइबर क्षेत्र में निपुण एवं कर्मठ अधिकारी अंकुश मिश्रा पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम को एक ठोस रणनिती बनाने हेतु निर्देशित किया गया जिसके तहत उत्तराखण्ड राज्य के 02 साइबर थानों- साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन गढवाल एवं साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन कुमाँयू परिक्षेत्र में दर्ज 200 से अधिक लम्बित साइबर अपराधों में संलिप्त प्रकाश में आये सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों- दिल्ली में 40, महाराष्ट्र में 38, उत्तर प्रदेश में 28, राजस्थान में 28, तमिलनाडू में 25, पश्चिम बंगाल में 18, कर्नाटका में 17, गुजरात में 16, नागालैण्ड में 15, मध्यप्रदेश में 14, तेलंगाना में 11, केरला में 10, आन्ध्र प्रदेश में 10, बिहार में 09, हरियाणा में 8, पंजाब में 07, असम में 06, मणिपुर में 06, मिजोरम में 05, झारखण्ड में 05, गोवा में 05, ओडिसा में 04, छत्तीसगढ में 03, दिल्ली एनसीआर में 03, त्रिपुरा में 02, दादरा नागर हवेली में 01, मेघालय में 01, हिमाचल प्रदेश में 01 व उत्तराखण्ड में 01 कुल 337 साइबर अपराधियों को चिन्हित किया गया है.. चिन्हित शातिर साइबर अपराधियों का सत्यापन कर उनकी धरपकड एवं उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 स्वप्न किशोर सिंह एवं पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम अंकुश मिश्रा के कुशल नेतृत्व एवं निकट पर्यवेक्षण में एसटीएफ, साइबर क्राइम पुलिस की विशेष टीमों का गठन किया गया है,जिसमें साइबर क्राइम पुलिस के 30 कुशल कार्मिकों का चयन है। ऑपरेशन प्रहार के प्रथम चरण में 17 राज्यों के 272 संदिग्ध अपराधियों एवं द्वितीय चरण में 12 राज्यों के 65 अपराधियों का सत्यापन कर उनके विरुद्ध ठोस विधिक कार्रवाई की जायेगी.
STF एसएसपी के अनुसार सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे उक्त 337 साइबर अपराधियों को चिन्हित कर साइबर ठगी के जघन्य अपराधों में संलिप्त शातिर साइबर अपराधियों के विरुद्ध वृहद पैमाने पर प्रभावी कार्यवाही हेतु एक विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार प्रारम्भ किया गया है. ऑपरेशन प्रहार के तहत सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे इन सैकडों साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही एवं उनकी धरपकड हेतु एसटीएफ उत्तराखण्ड की साइबर क्राइम पुलिस की टीमें बहुत ही जल्द रवाना होंगी’
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड नवनीत सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरोध्फर्जी साइट धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें. फर्जी निवेश ऑफर जैसे टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर,YouTube like सब्सक्राइब में निवेश न करें व किसी भी अन्जान व्यक्ति के सम्पर्क में न आये और किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें. किसी भी अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये,अंजान कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना दस्तावेज न दें…किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें. और गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें एवं अधिक से अधिक जागरुक रहने का प्रयास करें..