मौसम में बढ़ती गर्मी के साथ-साथ प्रदेश की सियासी माहौल भी गरमाने लगा है। उत्तराखंड के लिए एग्जिट पोल आ चुके हैं.एग्जिट पोल के बाद राज्य की दोनों मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस में अनिश्चय की स्थिति बन गयी है। अलग अलग चुनाव परिणाम का अनुमान देते एग्जिट पोल में कहीं बीजेपी तो कहीं कांग्रेस बहुमत के करीब दिखाई देती है। अधिकतर पोल भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाते दिखा रहे हैं। अगर यह एग्जिट पोल अपने दावों पर सही उतरते हैं तो पहाड़ एक नया इतिहास बनाएगा। इतिहास गवाह है कि उत्तराखंड बनने के बाद से यहां पर चार बार विधानसभा चुनाव हुए है लेकिन कोई एक दल आज तक। दोबारा सत्ता पाने में सफल नहीं रहा है। उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में इस बार सत्ता में बदलाव का मिथक टूटेगा या इस बार भी मतदाता इस परंपरा को आगे बढ़ाएगा, अब बस 24 घंटे बाद ईवीएम खुलते ही तस्वीर साफ होने लगेगी। उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को मतगणना होगी। दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है। उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के मध्य कांटे का मुकाबला है।
इन चुनावों में सबसे बड़ी बात यह भी रहेगी कि कोई भी पार्टी उत्तराखंड में सरकार बनाए, लेकिन विपक्ष इस बार बेहद मजबूत होगा। सर्वे के आधार पर इस बार मुकाबला बेहद नजदीकी है,और रोमांचक भी.इस बार के मुकाबले में बीजेपी और कांग्रेस के बीच क्लोज फाइट देखने को मिलेगी जो काफी दिलचस्प होगी।इसी कड़ी में प्रदेश में राजनितिक धुरन्दरो का आना भी शुरू हो चुका है ।