
देहरादून/हरिद्वार: तीर्थ नगरी हरिद्वार में बदलती डेमोग्राफी को लेकर संत समाज में चिंता व्याप्त है, सरकारी भूमि पर कब्जे की नियत से बनाई जा रही अवैध मजारों को हटाने को लेकर साध्वी प्राची ने जिलाधिकारी हरिद्वार से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया।
भगवा क्रांति सेना की प्रमुख साध्वी प्राची ने कहा गंगा नहीं हरिद्वार सनातन की आस्था के प्रमुख केंद्रों में से एक है.जहां जनसंख्या असंतुलन की समस्या गहरा रही है। उन्होंने कहा कि एक विशेष समुदाय मानसिकता के लोग गंगा नगरी को कब्जाने की नियत से अपना एजेंडा चला रहे है।
डीएम हरिद्वार मयूर दीक्षित से मिलकर साध्वी प्राची ने एक ज्ञापन देकर उन्हें अवगत कराया कि किस तरह सरकारी भूमि पर विशेष समुदाय के कुछ लोगों द्वारा अवैध मजारे बना दी गई है,और प्रशासन मूकदर्शक बना रहा है उन्होंने सुमन नगर का हवाला देते हुए डीएम बताया कि सरकार की 12 बीघा भूमि पर अवैध मजार संरचना बना दी गई.
साध्वी ने बताया कि हरिद्वार की जंगलों में, गंगा किनारे, भारतीय हैवी इलेक्ट्रिकल्स की भूमि पर कब्जे कर अवैध मजारे बना दी गई है,जोकि सनातन संस्कृति पर प्रहार है।
डीएम दीक्षित ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे शीघ्र ही इसकी जांच पड़ताल करवा कर अग्रिम कारवाई करेंगे.
गौरतलब है की उत्तराखंड राज्य की धामी सरकार ने अब तक 9 हजार सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया है और अवैध रूप से निर्मित संरचनाओं जिसमें 552 मजारों को ध्वस्त किया है.
