
देहरादून: उत्तराखंड में SIR लागू होने से पहले भाजपा दूसरे राज्यों में काम करने वाले उत्तराखंड के नागरिकों को प्रदेश में उनके पैतृक गांव में वोट बनवाने की अपील करेगी.जिसके लिए प्रदेश में उत्तराखंड “भाजपा मेरी गणना मेरा वोट” अभियान के तहत अपने कार्यकर्ताओं को गांव गांव भेजने की तैयारी कर रही है.
इस अभियान के लिए उत्तराखंड भाजपा ने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से अध्ययन करने के लिए कहा है।

प्रदेश में भाजपा चलाएगी मेरी गणना मेरा वोट अभियान
SIR से पहले दूसरे राज्यों में रहने वाले उत्तराखंडियों को गांव में वोट बनाने की करेंगी अपील
खाली पड़े गांव पर भी रहेगा फोकस
2011 से 2022 तक 1 लाख 47 हजार लोगों का स्थायी पलायन
उत्तराखंड के 13 जिलों में रहने वाली आबादी का एक बड़ा हिस्सा राज्य और देश से बाहर काम कर रहा है…जिसमें सबसे बड़ी संख्या पर्वतीय क्षेत्रों की है .. जहां अब भाजपा के कार्यकर्ता बूथ स्तर तक लोगों से मिलकर संवाद करेंगे और राज्य से बाहर रहने वाले लोगों से भी संवाद करके उन्हें उत्तराखंड के अपने पैतृक गांव में अपना वोट बनवाने की अपील करेंगे.जिसके लिए सभी बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं ने मतदाता सूची का अध्ययन करना भी शुरू कर दिया है. आपको बता दें पलायन भी राज्य की बड़ी समस्याओं में से एक है जिसकी वजह से राज्य के कई ऐसे गांव हैं जो आज भी वीरान पड़े हैं, जिनको दोबारा बसाने और रिवर्स पलायन के लिए सरकार ने पहले से ही पलायन आयोग का गठन किया है, जिसके आकलन के मुताबिक साल 2011 से 2022 के बीच प्रदेश से 1 लाख 47 हजार 512 लोग स्थाई रूप से पलायन कर चुके हैं ..हालांकि कोविड के दौरान कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने गांव में रिवर्स पलायन किया है,और अपने गांव में ही आज वह लोग रोजगार कर रहे हैं. हालांकि सरकार अभी और भी प्रयास कर रही है कि ज्यादातर लोगों को गांव वापस रिवर्स पलायन कराया जाए और उन्हें उपयुक्त रोजगार भी दिया जाए.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की माने तो राज्य में रिवर्स पलायन भी सरकार की सकारात्मक नीतियों का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में सरकार हर संभव प्रयास कर रहीं है कि युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए है।
उत्तराखंड भाजपा,
मेरी गणना मेरा वोट अभियान पर भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्टी संगठन राज्यों से बाहर काम की तलाश में गए प्रवासी उत्तराखंडियो को उनके गांव से जोड़ने के लिए बूथ स्तर से काम करने जा रहा है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि पलायन के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में जनसंख्या कम होने से कई सीटों पर असर पड़ा है और भारत सरकार जनसंख्या के आधार पर जो बजट देती है उस पर भी असर पड़ने जा रहा है ,इसलिए मेरा वोट मेरी गणना मेरे गांव के इस अभियान में बूथ स्तर के सभी कार्यकर्ताओं को तेजी इस इस दिशा में कार्य करने को कहा गया है।
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री तरुण बंसल कहते है कि हमारी कोशिश रहेगी कि राज्य से बाहर रहने वाले उत्तराखंड के लोग अपने मूल गांव में वोटर बने और अपने आप को देवभूमि के देवो के साथ आत्मीय और सांस्कृतिक संबंध बनाए रहे आगे राष्ट्रीय जनगणना भी होनी है इसलिए हम उन्हें रिवर्स पलायन के लिए विन्रम अनुरोध कर रहे है।
कांग्रेस की तरफ से भाजपा के अभियान पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने कहा कि भाजपा भले ही अभियान चला रही है लेकिन उनकी ही सरकार ने अभी तक ना तो पलायन पर कोई काम किया है और ना ही बेरोजगार युवाओं को रोकने के लिए रोजगार देने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए हैं । प्रदेश में लगातार बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है.
उत्तराखंड में साल 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं जिससे पहले प्रदेश में साल 2026 में SIR प्रक्रिया शुरू होगी.अभी वर्तमान में निर्वाचन आयोग प्रदेश में प्री SIR की प्रक्रिया शुरू कर चुका है जिसके तहत सभी बीएलओ को अपने क्षेत्र में जाकर प्रतिदिन 30 मतदाताओं से मिलने के निर्देश दिए गए हैं जो प्री SIR से संबंधित सभी जानकारी मतदाताओं को देंगे ..साथ ही सभी मतदाताओं को दस्तावेज से संबंधित भी पूरी जानकारी दी जाएगी..जिससे प्री SIR लागू होने के समय किसी भी मतदाता को कोई परेशानी ना हो।
बरहाल SIR उत्तराखंड के भविष्य के लिए भी दिशा तय करने वाली प्रक्रिया भी मानी जा रही है।
बहुत से जिलों में डेमोग्राफी चेंज की समस्या सामने मुंह उठाए खड़ी है.जोकि भविष्य की सामाजिक और राजनीतिक घटना क्रम को भी प्रभावित कर सकती है,इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता..










