देहरादून ज़िले में एक के बाद एक चोरी की वारदात खुलासे को लेकर दून पुलिस किसी भी हद तक जाने को तैयार है..ऐसा ही ताजा मामला आरोप के तहत सामने आया है,जहाँ बताया जा रहा है कि थाना नेहरू कॉलोनी के अंतर्गत जोगीवाला चौकी पुलिस द्वारा शक के आधार पर एक महिला को चोरी के मामले में गुनाह कबूल करने के लिए इस कदर मारपीट कर क्रूरता की हदें पार की कि, उस महिला की हालत अस्पताल में चिंताजनक बन गई. आरोप हैं कि महिला को ऐसे थर्ड डिग्री में टॉर्चर किया गया की उसके शरीर के कई हिस्से से इस खून रुकने का नाम नहीं ले रहा हैं. ऐसे में आनन-फानन में पहले महिला को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया फिर स्थिति बिगड़ने के चलते उसे कोरोनेशन अस्पताल में रैफर कराया गया हैं.जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. इधर जोगीवाला पुलिस की इस हरकत का मामला सामने आते ही देहरादून एसएसपी/ डीआईजी जन्मेजय खंडूरी है द्वारा जोगीवाला चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पूरे मामले की जांच तलब की गई है.
स्थानीय लोगों के प्रदर्शन हंगामे के बाद पुलिस की करतूत आई सामने
आरोप अनुसार चोरी के एक मामले में पुलिस ने एक महिला को शक के आधार पर उठाकर उसके साथ क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए महिला से पूछताछ के दौरान ऐसी मारपीट की गई कि उसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई हैं.. मामला नेहरू कॉलोनी के जोगीवाला क्षेत्र का है.जहाँ इंजीनियर देवेंद्र ध्यानी के निवास स्थान मंत्रा अपार्टमेंट मोहकमपुर में एक फ्लैट में 13 मई 2020 को कीमती सामान ज्वैलरी और नकदी की चोरी हुई..इंजीनियर ध्यानी किसी काम से दिल्ली गए थे वहां से वह जब 14 मई को वापस आए तो देखा किउनके घर का दरवाजा खुला है. अंदर अलामारी भी खुली पड़ी थी, जिसके अंदर से सोने -चांदी के जेवरात गायब हैं. इंजीनियर के घर पर मंजू नाम की महिला जो मूल रूप से(निवासी सीतापुर, उत्तर प्रदेश) रहने वाली हैं वह काम करती थी. चोरी की इस घटना में इंजीनियर ध्यानी ने पुलिस को बिना किसी पर शक करते हुए अपनी तहरीर दी.ऐसे में जोगीवाला पुलिस ने शक के आधारपर सबसे पहल मंजू को ही पूछताछ के लिए बुला लिया. आरोप है कि उसे चौकी लाया गया और पुलिसकर्मियों ने उसके साथ एक कदर मारपीट की कि उसके मुंह, नाक से खून आने लगा. मंजू की हालत खराबदेखकर स्थानीय लोगों और परिजनों ने उसे दून अस्पताल में भर्ती कराया,जहाँ से उसे कोरोनेशन अस्पताल में रेफर किया गया. मंजू की दयनीय हालत को देखते हुए स्थानीय लोग और परिजनों ने जोगीवाला चौकी और इंजीनियर ध्यानी के घर पर प्रदर्शन कर हंगामा काटा इधर मामले को किसी तरह जोगीवाला पुलिस ने शांत कराया लेकिन पूरा प्रकरण डीआईजी देहरादून के सामने आने के बाद जोगीवलाचौकी प्रभारी दीपक गैरोला को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए पूरी मामले की जांच बैठाई गई हैं.