देहरादून:मोहनी रोड़ स्थित शांति कुष्ठ रोग आश्रम में बाहरी लोगों के कब्ज़े की शिकायत पिछले एक साल से जिला प्रशासन में चल रही हैं.लेकिन इसके बावजूद अब तक इस मामले में सुनवाई निस्तारण तक नहीं पहुँच सकी है.जबकि तीन बार जिलाधिकारी द्वारा इस मामले में उचित कार्रवाई के आदेश हो चुके हैं. लेकिन नगर निगम से लेकर प्रशासन के अधिकारीयों पर DM के द्वारा जारी नाफरमानी का आरोप है. ऐसे में हताश कुष्ठ रोगियों के सदस्यों ने एक बार फिर जिलाधिकारी के जन सुनवाई कार्यक्रम में पहुँच कर अपने आश्रम की समस्या निस्तारण को लेकर गुहार लगाई.लेकिन इस बार भी मात्र आश्वासन ही मिला..
मात्र जांच की दुहाई देकर जिला प्रशासन में कोई सुनवाई नहीं:कुष्ठ रोगी
शांति कुष्ठ रोगी आश्रम सदस्य ओमप्रकाश का आरोप है कि आश्रम में अवैध कब्जे का सिलसिला काफी सालों से चल रहा है.दरसल कुछ वर्ष पहले बाहर से आए कुछेक लोगों को तत्कालीन आश्रम संचालकों ने अस्थाई तौर पर आश्रम में रहने की जगह दी थी.लेकिन अब वहां उनका अवैध रूप से कब्जा हो चुका है.ऐसे में इस समस्या के कारण नए कुष्ठ रोगियों को आश्रम में भर्ती नहीं किया जा रहा हैं.क्योंकि आश्रम के कई कमरों में अनेक वर्षों से बाहरी लोगों का अवैध कब्जा हो चुका हैं.कुष्ठ रोगी ओमप्रकाश के मुताबिक इस गम्भीर समस्या को लेकर पिछले 1 साल से आश्रम के पुराने कुष्ठ रोगियों का दल जिला प्रशासन से बार-बार शिकायत कर निस्तारण की गुहार लगा चुका हैं.लेकिन नगर निगम एडिशनल कमिश्नर और जिला प्रशासन सम्बंधित अधिकारियों द्वारा कई जांच के बावजूद अब तक इस समस्या में कोई सुनवाई नहीं हो सकी हैं.
जांच का निष्कर्ष सामने आने के बाद कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी :DM
उधर इस मामले में जिलाधिकारी सोनिका का कहना है कि आश्रम से कुष्ठ रोगियों के सदस्य 6 महीने पहले भी उनके पास इस समस्या को लेकर आए थे. प्रशासन अधिकारियों के द्वारा इस मामले में जांच पड़ताल की जा चुकी है.दरसल कुष्ठ रोगी आश्रम में दो पक्षों के बीच आपसी विवाद का मामला हैं. आरोप हैं कि आश्रम के कुछ कमरे दूसरे पक्ष में कब्जे किए हुए हैं.ऐसे में नगर निगम की अध्यक्षता में इस बारे में मीटिंग कर निगम अधिकारियों को कार्यवाही आदेश पूर्व में दिए जा चुके हैं.अब जांच का सही निष्कर्ष निकलने के उपरांत ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकती हैं.
बाइट: शिकायतकर्ता और जिलाधिकारी